Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2025 · 2 min read

होलिका दहन और रंगोत्सव

आज होलिका दहन है। माना जाता है कि आज से बहुत साल पहले हिरण्यकशिपु नाम का राजा राज करता था जिसके बेटे का नाम प्रह्लाद था। प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था जबकि हिरण्यकशिपु विष्णु का विरोधी था। प्रह्लाद विष्णु को पाने के तमाम प्रयत्न करता था जिसमे उसका पिता हमेशा रुकावटें डाला करता था। यहाँ तक कि उसने प्रह्लाद की निष्ठा, लगन और विष्णु के प्रति उसके जुनून से आजिज आकर उसे कई बार मारने का प्रयास भी किया। लेकिन प्रह्लाद अपने रास्ते और निश्चय से बिल्कुल भी नहीं डिगा और एक दिन उसने उन्ही विष्णु को नरसिंह के रूप में एक नया अवतार लेने पर विवश कर दिया।

प्रह्लाद उदाहरण है कि अगर आप किसी भी चीज को पूरी शिद्दत से चाहते हो तो एक दिन वो चीज आपको जरूर मिलेगी भले ही रास्ते मे कितनी भी बाधाएं या रुकावटें क्यों न आएं। बस एक बात हमेशा याद रखनी है कि हमारा संकल्प, हमारा जुनून, लक्ष्य के प्रति हमारी निष्ठा कभी कमजोर न होने पाए। मार्ग में कई हिरण्यकशिपु, होलिकाएँ, पूतनाएँ और कंस आयेगें लेकिन अगर हम उनसे विचलित हुए बिना खुद पर और अपनी मेहनत पर भरोसा रखते हुए आगे बढ़ेंगे तो एक दिन जरूर वो पा जाएंगे जो हम चाहते हैं। तुलसीदास जी ने भी रामचरित मानस में लिखा है कि’

“जेहि के जेहि पर सत्य सनेहु
सो तेहि मिलहि न कछु संदेहू।”

इसलिए इस होलिका दहन के दिन अपने भीतर के प्रह्लाद को जगाइए और और अपनी लगन और मेहनत से मंजिल को अपने पास आने के लिए विवश कर दीजिए।

शुभ होली।

आपका
अरविंद कुमार गिरि

Language: Hindi
17 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

#शबाब हुस्न का#
#शबाब हुस्न का#
Madhavi Srivastava
श्रीकृष्ण की व्यथा....!!!!
श्रीकृष्ण की व्यथा....!!!!
Jyoti Khari
यथार्थ
यथार्थ
Shashank Mishra
'बेटी'
'बेटी'
Godambari Negi
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" भँवर "
Dr. Kishan tandon kranti
पिता
पिता
प्रदीप कुमार गुप्ता
*नारी (राधेश्यामी छंद)*
*नारी (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
मुक्तक काव्य
मुक्तक काव्य
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कौन ऊब जाता है, बातों से
कौन ऊब जाता है, बातों से
Keshav kishor Kumar
बच्चे मन के सच्चे
बच्चे मन के सच्चे
Savitri Dhayal
कलम
कलम
Kumud Srivastava
उसकी गलियों में कदम जब भी पड़े थे मेरे।
उसकी गलियों में कदम जब भी पड़े थे मेरे।
Phool gufran
💐💐दोहा निवेदन💐💐
💐💐दोहा निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मौसम
मौसम
surenderpal vaidya
अमीर
अमीर
Punam Pande
प्रेम गीत
प्रेम गीत
हरीश पटेल ' हर'
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय प्रभात*
शेर -
शेर -
bharat gehlot
कड़वाहट के मूल में,
कड़वाहट के मूल में,
sushil sarna
तन्हाई
तन्हाई
Surinder blackpen
पूर्ण सत्य
पूर्ण सत्य
Rajesh Kumar Kaurav
कसूर
कसूर
महेश कुमार (हरियाणवी)
रिश्ते निभाने के लिए,
रिश्ते निभाने के लिए,
श्याम सांवरा
I love you ❤️
I love you ❤️
Otteri Selvakumar
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
काश !
काश !
Akash Agam
ये वक्त
ये वक्त
meenu yadav
ज्ञान सत्य मूल्य है
ज्ञान सत्य मूल्य है
Rambali Mishra
Loading...