Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 224 authors · 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next KAJAL CHOUDHARY 9 May 2022 · 1 min read पिता पिता के बाद, याद आता है, बहुत कुछ- उनका त्याग, उनकी तपस्या। हमारी ख़ातिर हमारी परवरिश हेतु, हमीं से दूर रह हर पल चिंताकुल रहना, हमारी ज़िद्द भरी भूलो पर,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 22 617 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 24 May 2022 · 1 min read पिता का सपना अपने बच्चों में मैं अपना भविष्य सजाता हूंँ, अपने अधूरे सपने पूरे करने की आस संजोता हूंँ, एक चमकदार पत्थर को कोहिनूर की तरह तराशता हूंँ, उनका बढ़ना, पढ़ना, खेलना,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 18 492 Share रेखा कापसे 19 May 2022 · 1 min read दोहा छंद- पिता सुखद निलय मधु मूल है, पिता धूप में छाँव। नायक शुभ परिवार का, दृढ़ ग्रहस्थ दे पाँव।।(१) नित्य दिवस निशि कर्म कर, पोषक पालनहार। उदर तृप्त परिवार का, प्रमुदित शुभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 14 9 912 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Apr 2022 · 1 min read #पूज्य पिता जी पिता उजाला बन जीवन का, अँधियारा घोर मिटाए। परिवार हेतु निज सुख भूले, हर चिंता दूर भगाए।। माता धरती आकाश पिता, प्रतिपल में मंगलकारी। स्नेह सुधा का पान कराए, निश्छल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 20 821 Share Dr.sima 16 Apr 2022 · 1 min read पिता दादा - दादी की लाड़ले मेरे पिता बड़े सौभाग्यशाली जिनके होते है पिता बेफिक्र दुनिया में जिनके होते हैं पिता। दुनियां में लाने वाले माध्यम, घर, पुरखों की भूमि की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 26 354 Share आनन्द कुमार 17 Apr 2022 · 1 min read पिता - जीवन का आधार हाँ पिता ही हैं, जीवन का आधार घर की खुशियाँ पिता से ही हैं, मुझे याद है अभी भी - मेरी उँगली पकड़कर, बाजार को ले जाते जब मैं थक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 14 861 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 21 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता है प्यारे पिता अच्छे भोले न्यारे पिता। पिता ने मुझको जन्म देकर धरती पर अवतरित किया। अपना कठोर परिश्रम करके मेरा पालन पोषण किया। मुझ पर अपना प्यार लुटाते ऐसे प्यारे-प्यारे पिता। मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 15 500 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा मैंने रब से ख्वाहिश की, जिसे पूरा किया मेरे पापा ने, मैंने चलने की कोशिश की, मुझे रास्ता दिया मेरे पापा ने, मैंने उड़ने की कोशिश की, मुझे आसमाँ दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 16 364 Share Aruna Dogra Sharma 26 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता पिता दिवस हम नहीं मनाते, हम तो निस दिन शीश झुकाते, देख कठिन संघर्ष पिता का, मन ही मन हम तो इतराते, बिखरे रिसते रिशतो को भी, प्यार से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 15 777 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 May 2022 · 1 min read पितृ स्तुति पालक पोषक है पिता,देव तुल्य सम मेव। कर्ता धर्ता आप हैं,पिता ब्रह्म मम एव। मात पिता की छांव में,जीवन स्वर्ग समान। एक सत्य ब्रह्मांश है, पिता तुल्य त्वं देव। डा.प्रवीण... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 13 14 663 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 11 May 2022 · 1 min read पिता हैं छाँव जैसे धूप है दुनिया पिता हैं छाँव जैसे। शह्र की तनहाइयों में गाँव जैसे। कोई भी कठिनाई कैसे छू सकेगी। उँगली उनके हाथ में जब तक रहेगी। वो अभावों में मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 13 4 836 Share Shashi kala vyas 19 May 2022 · 1 min read *"पिता"* *"पिता"* जीवन का अनमोल तोहफा दिया कड़ी मेहनत करते वो पिता है। गम के अंधेरे में उम्मीद का दामन थाम लिया करते वो पिता है। *वो आदर्श पिता है.....! !... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 9 935 Share vikkychandel90 विक्की चंदेल (साहिब) 8 Jun 2022 · 1 min read "मेरे पिता" "मेरे पिता" लिया जन्म जब मैंने इस सुंदर सँसार में, घर के एक कोने में खड़े थे मेरे पिता। मैं ज़ब रोए जा रहा था मां की गोदी में, मंद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 21 414 Share anita1411974 9 Jun 2022 · 1 min read पिता *पिता* *पितृ-भाव को सोहे,शब्द कहाँ से लाऊँ।* *अर्थ पिता का समझे,शब्द कहाँ से पाऊँ।* *नभ-सा वृहद छत्र तुम,पर्वत-सी ऊँचाई ।* *अगाध मनन करो तो,सागर-सी गहराई ।* *रवि की उष्णता कभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 12 258 Share anita1411974 9 Jun 2022 · 1 min read *पिता:एक याद* *एक फोन लगवा दो कोई परलोक-द्वार में ।* *खो गयी कहीं बाबुल की आवाज संसार में ।।* *तरसे कान सदा ही सुनने को मीठी बातें ।* *निर्निमेष दृष्टि फोन ताके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 16 210 Share Archana Shukla "Abhidha" 27 Apr 2022 · 3 min read ईश्वरतत्वीय वरदान"पिता" क्षितिज से विशाल, रत्नाकर से गहरें, शालीन उदार संयमी तपस्वी, जो कोटिश ऋषिमुनियों की, पवित्र पावन तपोभूमि पर, कठोर तप का, ईश्वरतत्वीय वरदान है.... सांसारिक काँटों के बीच, नन्हें परिंदें... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 13 465 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 20 Apr 2022 · 1 min read *!* "पिता" के चरणों को नमन *!* पिता का प्यार विशाल आसमां, गहराई सागर जैसी पिता सुखों की है छत्रछाया, बिना पिता जिंदगी कैसी पिता का प्यार........ 1) न भय, न दुख ,न चिंता, पिता कहानी जीवन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 17 1k Share Dr. Pratibha Mahi 17 Apr 2022 · 1 min read पिता तुम हमारे लाये जमी पर दिखाए नज़ारे जहाँ से हो प्यारे पिता तुम हमारे वो बचपन हमारा बड़ा ही सलौना जो माँगा था हमने वो पाया खिलौना सुनाई थी लोरी और काँधे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 18 477 Share Dr. Pratibha Mahi 17 Apr 2022 · 1 min read पापा को मैं पास में पाऊँ जो भी कहना चाहते पापा बिन बोले कह जाते पापा उनके प्यार का अन्त न कोई उनके जैसा संत न कोई रिश्ता है एहसास का भाई अटल अज़ब विश्वास का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 15 665 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 20 Apr 2022 · 1 min read वृक्ष थे छायादार पिताजी राम भजे हर बार पिताजी थे भक्ति का अवतार पिताजी नाव लगाई हरदम द्वारे तूफां में पतवार पिताजी घर बगिया को खूब सजाया थे फूलों का हार पिताजी लड़ जाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 12 29 594 Share मनोज कर्ण 23 Apr 2022 · 1 min read पितु संग बचपन पितु संग बचपन ~~°~~°~~° अमीरी अभिशाप बने ना, वात्सल्य प्रेम और बचपन का, धन-दौलत दुश्मन न बन जाए,बालपन और पितृधन का। पितु संग बीते जो बचपन,तो होता परिवर्धन संस्कारों का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 14 939 Share मनोज कर्ण 24 Apr 2022 · 1 min read पिता की व्यथा पिता की व्यथा ~~°~~°~~° जब पड़ी हो मार जग में,अपने ही हित को साधने , क्या कोई नचिकेता खड़ा होगा,फिर से यम के सामने। जब पिता पुत्र की राहें अलग,तन्हा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 12 20 1k Share Anoop 'Samar' 24 Apr 2022 · 1 min read बाबू जी कभी अभिमान हैं बाबूजी, स्वाभिमान है बाबू जी! कभी धरती हैं बाबूजी कभी आसमान है बाबू जी! कभी हंसी हैं बाबूजी और अनुशासन है बाबू जी! कभी मौन हैं बाबूजी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 22 1k Share Rakmish Sultanpuri 28 Apr 2022 · 1 min read हर एक रिश्ता निभाता पिता है –गीतिका पिता गीतिका ------------------------ हमें पाठ सच का पढ़ाता पिता है । कि हर एक रिश्ता निभाता पिता है । वो देता है हर एक प्रश्नों का उत्तर , जो दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 12 15 622 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 12 May 2022 · 1 min read बाबूजी! आती याद बाबूजी! आपके जाने के बाद आती याद, वो बचपन की बातें सुबह जब जगाते, पहले देह दबाते, बालों में उँगलियाँ फिराते फिर धीरे से जगाते। आती याद, होता साथ-साथ; खाना-पीना-सोना,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 20 814 Share Saraswati Bajpai 15 May 2022 · 1 min read पिता पिता, मेरे सिर की छत, मन की सुरक्षित ढ़ाल हैं । उड़ान मेरे हौंसलों की, अस्तित्व की पहचान हैं । मन में जो दृढ़ता भरे मजबूत वो स्तम्भ हैं ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 25 701 Share Kuldeep mishra (KD) 16 Apr 2022 · 1 min read ऐसे थे पापा मेरे ! त्याग ,बलिदान ,संघर्ष की प्रतिमूर्ति आदरणीय पिता जी ,जिन्होंने में घोर अंधकार में भी हमें अंधकार का कभी भी आभास तक नहीं होने दिया ,खुद दीपक बनकर अपनी रोशनी से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 19 551 Share Keshi Gupta 16 Apr 2022 · 1 min read पिता क्या कहे पिता के बारे में कैसे व्यक्तित्व को बयां करें साया पिता का हो जिस पर वह इत्तराता है किस्मत पर रक्षा कवच होता है पिता परिवार का ढोता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 11 796 Share Minal Aggarwal 17 Apr 2022 · 1 min read ऐसे थे मेरे पिता जिनके गुणों का वर्णन करने के लिए शब्द ही न मिलें ऐसे थे मेरे पिता मेरी दुनिया थे वह मेरे भगवान थे वह मां से बढ़कर भी जो प्यार करे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 12 474 Share जगदीश लववंशी 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे भगवान है ------------------------------------------------- मेरे पिता मेरे भगवान है, इन लबो की वो मुस्कान है, यह जीवन उनका वरदान है, उनके चरणों में मेरा जहान है, हृदय में सदा वो बसते है, मेरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 6 263 Share Manisha Manjari 23 Apr 2022 · 1 min read मौन में गूंजते शब्द शब्दों की कमी तो हमेशा रही, उनके व्यक्तित्त्व में, पर भावनाओं की बारिश सदैव होती रही उस घर में। कठोर आवरण तो ज़रूर था, उस वातावरण में, परंतु करवाहट ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 12 594 Share सेजल गोस्वामी 24 Apr 2022 · 1 min read पापा पापा,, शब्द नहीं.. भावनाएं हैं। बच्चे से जुड़ी पिता की सारी संवेदनाएं हैं।। पिता हैं क्या,, ये एक पिता ही समझ सकता हैं। पिता के मर्म को जानने को,, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 10 632 Share N.ksahu0007@writer 1 May 2022 · 1 min read पिता का साया हूँ मै तो इस धरा पर माँ पिता से आया हूँ हाँ जी मै हूबहू अपने पिता का साया हूँ उम्मीद ,सपने ना टूटने देते ऐसे होते पिता इसलिए मै पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 18 1k Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2022 · 1 min read हायकु मुक्तक-पिता असरदार। बच्चों का वफादार। है कामदार। पिता का प्यार। अनमोल बहार। घर संसार। तर्क की युक्ति। पत्नी की अनूभूति। सहानूभूति। सहता वार। अनुशासित प्यार। सबका यार। डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 11 12 571 Share Dr. ADITYA BHARTI 28 May 2022 · 1 min read पिता को मैं क्या लिखूं ? पिता का पराक्रम लिखूं, शौर्य लिखूं,साहस लिखूं या लिखूं पिता के पुरुषार्थ की कहानी पिता का त्याग लिखूं, बलिदान लिखूं, फ़र्ज़ लिखूं या लिखूं जिसने खत्म कर दी अपनी जवानी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 14 246 Share पंकज कुमार कर्ण 15 Jun 2022 · 1 min read 'बाबूजी' एक पिता 'बाबूजी' एक पिता ~~~~~~~~~~ ज्ञान न मिला,जितना 'गीता' व 'गुरु' से; 'बाबूजी' से ’'ज्ञान' पाया हमने,शुरू से। उंगली पकड़ , चलना सीखा जीवन में; सौहार्द से रहना सीखा , घर-आंगन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 11 10 704 Share Gouri tiwari 18 Apr 2022 · 1 min read बस एक निवाला अपने हिस्से का खिला कर तो देखो। वह पाषाण नहीं उनके अंदर भी दिल है , उनके दिलों में भी गम है, आँखें उनकी भी नम है, देखो जरा वह पिता हैं, देखो जरा, वह इंसान के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 14 667 Share Kuldeep mishra (KD) 18 Apr 2022 · 2 min read पापा आपकी बहुत याद आती है ! ●पापा आपकी बहुत याद आती है हर पल आपकी कमी खलती है आपकी याद बड़ा सताती हैं पापा आपकी बहुत याद आती है। •करना हो जब भी नया काम आपकी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 7 2k Share Rashmi Sanjay 24 Apr 2022 · 1 min read 'याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से' हर पहर जीवन की सरगम साधते से, याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से । बरस उनके बिन गये रीते सभी, मधुर लम्हें मन से ना बीते कभी, पल रूलाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 17 771 Share Santoshi devi 6 May 2022 · 1 min read पिता ममता दुखदायी न हो। सोच पिता को अभिनय करना पड़ता, एक पाषाण हृदय अपनाना पड़ता। माता है ममता की मूरत, वही पिता सत्य की सूरत। सुंदर अहसास इसमें भी है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 6 896 Share Buddha Prakash 9 May 2022 · 1 min read पिता के चरणों को नमन । पिता तुम्हारे चरणों को, नमन करते बार-बार हैं । जन्म हुआ इस अद्भुत संसार में, उसमें तुम्हारा आशीर्वाद है, समर्पित किया अपने जीवन को, ऐसा हृदय तुम्हारा विशाल है ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता · प्रकाश की कविताएं 10 10 687 Share Prabhudayal Raniwal 10 May 2022 · 1 min read पिता का सपना *********************************************** पिता चाहते है कि समाज सक्षम हो। समाज में हर एक बच्ची शिक्षित हो।।१।। मैं! अपने प्यारे पिता की वागीशा हूॅं। मैं! माता-पिता की बड़ी बालिका हूॅं।।२।। मेरी हार्दिक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 14 1k Share नेहा शर्मा 'नेह' 23 May 2022 · 1 min read पिता “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह "पिता" जिंदगी की धूप में पीपल की घनी छांव है पिता, गम के अंधेरों में उम्मीद की रोशनी है पिता, डोलती है जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 10 5 325 Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 9 Jun 2022 · 1 min read 🚩पिता 🧿 पितु,पोषक सद्ज्ञान 1️⃣ठाँव है। नवजीवन-उत्थान 2️⃣पाँव है। जगत्-सिंधु के पास आप,तब। बोध-सूर्य की धूपछाँव है। 🧿 पितु दुलार है,सफल प्यार है। खुशियों की पोषक बयार है। संस्कारों की दिव्य... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · नायक जी के मुक्तक 9 9 881 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Apr 2022 · 1 min read पिता अभिव्यक्ति है पिता सृष्टि निर्माण की अभिव्यक्ति है । मेरा जीवन अवलम्बन मेरी शक्ति है ।। पिता मेरे सखा सहेली मेरे मित्र है । जो जीवन मेरा संभाले वो चित्र है ।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 8 487 Share नंदन पंडित 17 Apr 2022 · 1 min read घर को बाँधे रखे रहे मरते-मरते जिम्मेदारी काँधे रखे रहे जैसे-तैसे बप्पा घर को बाँधे रखे रहे उछला-कूदा समय नहीं पर पकड़ फिसलने दी पाँव तले रहकर भी पगड़ी नहीं उछलने दी उदरों का भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 9 13 449 Share n_upadhye 17 Apr 2022 · 1 min read पिता अब बुढाने लगे है फलक पे जो देखो ढलकते रवि को नजर मे ले आना पिता की छवि को बहोत दिन हुए है तुम्हे घर को आये तुम्हे काम के सौ बहाने लगे हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 5 378 Share Bharti Das 17 Apr 2022 · 1 min read पिता-दिवस पिता-दिवस खुदा ने मुझको सजा ये दी है पिता-दिवस में पिता नहीं है हमारी उर की व्यथा यही है कहाँ पर होंगे पता नहीं है बरगद की छाया सी स्नेह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 18 326 Share rubichetanshukla 781 18 Apr 2022 · 1 min read "बेटी के लिए उसके पिता " आर्या के शब्द मैंने बस कविता का नाम दिया मैंने पूछा - आर्या आपके लिए आपके डैडी क्या हैं आर्या ने बोलना शुरू किया जिसे सुनकर मैं स्तब्ध रह गई... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 9 10 672 Share Kanchan Khanna 18 Apr 2022 · 1 min read पिता पिताजी, कैसे कह दूँ , कैसे बता दूँ दुनिया को, आपके लिए मैं क्या थी..? आपकी सोन चिरैया मैं, सीने लगाये जिसको, दिखायी दुनिया आपने, दिया था आसमान, भरने को... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 24 966 Share Previous Page 2 Next