Comments (5)
16 Jun 2022 07:08 PM
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
31 May 2022 02:18 PM
कम शब्दों मे खुबसूरती से आपने पिता को बयान किया है।
24 May 2022 04:39 PM
सुन्दर प्रस्तुति
24 May 2022 03:32 PM
बेहद ख़ूबसूरत रचना है, नेहा
जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
अति सुन्दर भाव