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10 May 2022 · 1 min read

हायकु मुक्तक-पिता

असरदार।
बच्चों का वफादार।
है कामदार।

पिता का प्यार।
अनमोल बहार।
घर संसार।

तर्क की युक्ति।
पत्नी की अनूभूति।
सहानूभूति।

सहता वार।
अनुशासित प्यार।
सबका यार।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
लखनऊ।

11 Likes · 12 Comments · 529 Views
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