Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2022 · 1 min read

मेरे पिता मेरे भगवान है

————————————————-
मेरे पिता मेरे भगवान है,
इन लबो की वो मुस्कान है,
यह जीवन उनका वरदान है,
उनके चरणों में मेरा जहान है,

हृदय में सदा वो बसते है,
मेरी प्रेरणा बनकर चलते है,
मेरी मुश्किल राह सुझाते है,
जीवन में प्रकाश दिखलाते है,

उनसे मेरा अटूट नाता है,
मैं याचक वो मेरे दाता है,
उनके चरणों में सदा नमन है,
हाथ जोड़कर करूँ वंदन है,

मेरे पिता मेरे भगवान है,
इन लबो की वो मुस्कान है,
बिन उनके जीवन अधूरा है,
पिता से ही परिवार पूरा है,

मन मंदिर की मूरत है,
दिल में बसती सूरत है,
जब देखूँ उनका त्याग,
हर दुविधा जाती भाग,

नमन पिता को है बारम्बार,
यह जन्म न्योछावर बार बार,
जब होता सिर पर उनका हाथ,
आती कोई बाधा फिर न साथ,

11 Likes · 6 Comments · 255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
💐अज्ञात के प्रति-140💐
💐अज्ञात के प्रति-140💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गले लगा लेना
गले लगा लेना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नागिन
नागिन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
सुनो सरस्वती / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
शायर देव मेहरानियां
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
surenderpal vaidya
Raksha Bandhan
Raksha Bandhan
Sidhartha Mishra
सत्य की खोज
सत्य की खोज
SHAMA PARVEEN
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
नेताम आर सी
दिल्ली चलें सब साथ
दिल्ली चलें सब साथ
नूरफातिमा खातून नूरी
★अनमोल बादल की कहानी★
★अनमोल बादल की कहानी★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
■ बदलता दौर, बदलती कहावतें।।
■ बदलता दौर, बदलती कहावतें।।
*Author प्रणय प्रभात*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चुनिंदा लघुकथाएँ
चुनिंदा लघुकथाएँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
राग दरबारी
राग दरबारी
Shekhar Chandra Mitra
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
Sanjay ' शून्य'
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
Rj Anand Prajapati
मानवीय कर्तव्य
मानवीय कर्तव्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जीवन सरल जिएँ हम प्रभु जी ! सीधा सच्चा सादा (भक्ति-गीत)*
*जीवन सरल जिएँ हम प्रभु जी ! सीधा सच्चा सादा (भक्ति-गीत)*
Ravi Prakash
एहसास.....
एहसास.....
Harminder Kaur
योग और नीरोग
योग और नीरोग
Dr Parveen Thakur
भजन
भजन
सुरेखा कादियान 'सृजना'
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुस्कुराने लगे है
मुस्कुराने लगे है
Paras Mishra
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
विषय मेरा आदर्श शिक्षक
कार्तिक नितिन शर्मा
स्त्री
स्त्री
Dr fauzia Naseem shad
आखिर उन पुरुष का,दर्द कौन समझेगा
आखिर उन पुरुष का,दर्द कौन समझेगा
पूर्वार्थ
तुम्हीं पे जमी थीं, ये क़ातिल निगाहें
तुम्हीं पे जमी थीं, ये क़ातिल निगाहें
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
घर की रानी
घर की रानी
Kanchan Khanna
लम्हा भर है जिंदगी
लम्हा भर है जिंदगी
Dr. Sunita Singh
Loading...