Comments (12)
17 May 2022 10:11 PM
मार्मिक रचना
Manisha Manjari
Author
21 May 2022 09:18 PM
जी शुक्रिया
14 May 2022 02:11 PM
बेहतरीन कविता, Manisha जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
13 May 2022 04:48 PM
बहुत सुंदर रचना
10 May 2022 01:41 PM
बेहतरीन अभिव्यक्ति
Manisha Manjari
Author
11 May 2022 05:15 AM
जी धन्यवाद
3 May 2022 03:17 PM
पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।
3 May 2022 01:05 PM
अति सुंदर रचना आपकी मान्यवर, कृपया मेरी रचना शीर्षक ” पिता – नीम की छाँव सा ” को नजर कर अपने विचार साझा करें , धन्यवाद आपका।
23 Apr 2022 04:28 PM
“मौन में गूंजते शब्द” अति सुन्दर काव्य रचना जी।
Manisha Manjari
Author
23 Apr 2022 04:49 PM
जी बहुत बहुत धन्यवाद!
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे