Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (14)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
6 Jun 2022 01:53 PM

बहुत उम्दा रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।

उत्तम सृजन, गौरी जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।

14 May 2022 08:47 AM

बहुत बहुत धन्यवाद

बहुत सुन्दर रचना,कृपया मेरी कविता पर भी अपना मत दे

14 May 2022 08:47 AM

जी धन्यवाद मैंम

पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।

14 May 2022 08:48 AM

बहुत बहुत धन्यवाद महोदय

उत्कृष्ट रचना,मेरी कविता को भी देखें

14 May 2022 08:48 AM

आभार आपका

Super Emotional kavya Rachna

29 Apr 2022 07:35 PM

Yahi reality hai sir

“बस एक निवाला अपने हिस्से का खिला कर तो देखो।” अति सुन्दर काव्य रचना जी।

22 Apr 2022 06:56 PM

बहुत बहुत धन्यवाद महोदय

Loading...