तारकेश्वर प्रसाद तरुण 264 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid तारकेश्वर प्रसाद तरुण 27 Feb 2025 · 1 min read नदी हमारा मैं नदी हूं ना जाने कब से पता नहीं अवतार हमारा युगों की मैं उन्माद प्रवाह प्राणी जीवों में जीवन हूँ नग पर्वत मेरी माता पिता हरियाली घाटी बीज तत्व... Hindi · कविता 1 77 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 Feb 2025 · 1 min read तारुण्य वसंत स्वर्ग से सुंदर भूमि भारत ऋतुराज वसंत का श्रृंगार सुंदर मोहक छवि निराली वन उपवन निर्झर मतवाली मास फरवरी मार्च है प्यारी मिलन एकता भावों का रंग उमंग उल्लास माधुर्य... Hindi · कविता 72 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 21 Feb 2025 · 1 min read पुष्प का यौवन नव किसलय पाति में सदा विहँसता रहता हूँ यौवन की दहलीज पर सुगंधों से भर जाता हूँ सुमधुर खशबू पहचान हवा बिखेर ले चलता है तितली भ्रमर मधुरानी जो पराग... Hindi · कविता 1 52 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 20 Feb 2025 · 1 min read कोमल कली नव सौंदर्य की पल्लव पर्यावरण की सुरभि हूँ देवी देवों की अराधना पूजा की सुंदर थाली हूँ मण्डप की साज सज्जा शादी ब्याह की गवाह हूँ प्रेयसी दिल चाहता का... Hindi · 6 कविता 56 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 8 Feb 2025 · 1 min read निवाला ( गीत ) बसंत सुहानी आयी रे अन्नदाता झूमें मस्ती में खुशियाँ छायी हर बस्ती में फसल कटाई पल आयी रे गले मिलते फसल बालियाँ लहर हिलौरे खेत क्यारियाँ अंगड़ाई में कृषक वादियाँ... Hindi · कविता 91 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 7 Feb 2025 · 1 min read पीहर गाछी ( गीत ) मायका तो स्कूल रे सखी ससुरालय तो ऑफिस री पली बढ़ी पढ़ी माता आंगना धर्म कर्म आस्था विश्वासों से कर्म ही पूजा दूजा ना कोई भाव संस्कार सीखा सखी स्वर्ग... Hindi · कविता 70 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 Feb 2025 · 1 min read ज्ञानपुंजम बसंत पंचमी माघ मास शुक्ल पक्ष तिथी पाँच बसंत ऋतु महीना जनवरी फरवरी ऋतुओं में श्रेष्ठ ऋतुराज बसंत उत्साह उमंग भरा अति निराली शुभकारी मंगलदायनी अमित अनंत गुणशालिनी तेजस्विनी माँ... Hindi · कविता 1 65 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 29 Jan 2025 · 1 min read प्रकृति नियम प्रकृति नियम मिट्टी को मिट्टी से प्यार प्राणी को प्राणी से पशु पक्षी जीव जंतु जीव निर्जीव सब में प्यार का बंधन जो अव्यक्त प्रतिज्ञा दर्शाता चेतन प्राणी मानव मात्र... Quote Writer 100 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 29 Jan 2025 · 1 min read व्यक्तित्व व्यक्तित्व 🙏🙏🙏 कार्यशैली हमारे व्यक्तित्व का दर्पण है जो कोटी कोटी जनों के बीच पहचान बनाने में मदद करता है । एक दिन हमारा व्यक्तित्व प्रेरणा का स्त्रोत बन जाता... Quote Writer 1 50 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 14 Jan 2025 · 1 min read पथिक🧑🦯 एक पथिक राहों पे 🧑🦯🧑🦯🧑🦯🧑🦯🧑🦯🧑🦯 उदास क्रूर चेहरा विकराल सिर बाल नहीं घोंसला था झुर्री का तनिक परवाह नहीं नग्न पांव चलता एक पथिक भरि लोचन बिलोकी भवन निज ललाट... Hindi · कविता 73 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 Dec 2024 · 1 min read स्वर्णपरी🙏 प्रकृति सौंदर्य 🌿🌷🌺🌹🍀 स्वर्णपरी तूं स्वामिनी कृति कीअनुपम रमणी बड़ी उपहार धरती मां की नियती सुंदर विधान तू हो सृष्टि का संसार तुम्हीं हो नव किसलय कोमल तन जीवन ज्योत... Hindi 111 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 Dec 2024 · 1 min read कल आग लगेगा पानी में🙏🙏 कल आग लगेगा पानी में 🌍🌸🌍🌸🌍🌸🌎 कल आग लगेगा पानी में रोयेगा जीवभरी ज़वानी में धुआं छायेगा अम्बर नीचे सागर सूख बवंडर होगा बादल विहीन नभ होगा बिन बरखा धरती... Hindi 116 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 Sep 2024 · 1 min read कर (टैक्स) की अभिलाषा कर (टैक्स) की अभिलाषा ♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️ रोटी कपड़ा और मकान दाना पानी जीवन दान भूख प्यास एक समान पेट भरा तो सब सुहाता भूखे भजन होता ना कभी है रोजी रोजगार... Hindi · कविता 198 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 Aug 2024 · 2 min read राही साथ चलते हैं 🙏 राही साथ चलते हैं 🙏 ♦️🧑🦯♦️👭♦️🤼 जीवन की संगीन राहों पे राही साथचलता रहता है सुख दुख के किनारों पे सहारा मिलता रहता है साथी साथ ले चलता है संवेदना... Hindi · कविता 231 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 19 Aug 2024 · 1 min read राखी का मोल🙏 राखी का मोल🙏 💙💙♦️♦️💜💜 राखी का कोई मोल नहीं जग में येअनमोल हैं प्यारे राखी है इक कच्चा धागा रिस्तों का है पक्का चिठ्ठा रेशम डोरी है अमोल प्यार बहना... Hindi · कविता 160 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 11 Aug 2024 · 1 min read सरहद सीमा मातृभूमि का🙏 सरहद सीमा मातृभूमि का अभेद्य कवच पाषाण खड़ा चार दिवारों से घिरा आंगन में अमन चैन शांति पैगाम पड़ा विस्तृत नभ नूतन अम्बर छोर अपार सभ्यता संस्कृतियों का नव पुरातन... Hindi · कविता 201 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Jul 2024 · 1 min read मुखरित सभ्यता विस्मृत यादें 🙏 सभ्यता बोल रही 🙏 ♦️♦️♦️♦️♦️ सभ्यता का विकास नहीं था ज्ञान विज्ञान अवतार नहीं था मानवता छिपी गुफा कंदरा में पोषण भोज्य भरा पहाड़ों में समझ पहचान का विधाअभाव बोली... Hindi · कविता 188 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Jul 2024 · 1 min read रामायण सार 👏 रामावतार रामायण सार 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 राम लक्ष्मण त्रेतायुग के भाई मंथरा दासी हुई सब पर भारी माता से कुमाता कैकेयी बनाई राम लखन सीता नारी पतिवर्ता चौदह वर्ष बनबास दिला निज... Hindi · कविता 234 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Jul 2024 · 1 min read गीतासार 📕 गीतासार महाभारत काल ☘️☘️☘️☘️☘️☘️🍀🍀 कृष्ण वलराम द्वापर के भाई मामा कंश जग के अत्याचारी काल खण्ड अति कहर मचाई छीन अधर्म सनातन धर्मबचाई द्रोपदी थी सभा में अबला नारी पाण्डव... Hindi · कविता 169 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Jul 2024 · 1 min read कुपथ कपट भारी विपत🙏 कुपथ कपट भारी विपत पाँच सौ साल विस्थापत 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 सत्य साथी जोड़ी निराली जोड़ तोड़ गुना अति भारी जमा घटा भाग भारी पे भारी आधार यही जीवन संसारी जोड़ों पर... Hindi · कविता 224 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 16 Jul 2024 · 2 min read आया बाढ़ पहाड़ पे🙏 आया बाढ़ पहाड़ पे रोया जन गला फाड़ के 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 बादल टकराया पहाड़ से लपट धार पलकें फाड़ के देख रहा जन बाढ़ सैलाव घर द्वार सब ले गया प्लाव... Hindi 1 165 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 30 Jun 2024 · 1 min read चाँद शीतलता खोज रहा है🙏 हाय रे ! गरमी नाद छिड़ा 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 मधुबन खुशबु निरस हो सागर सुख गागर सी हो ताल तलैया पर्पड़ी सूखी पथ पगडंडी आग सजी आंगन सूनी महल बीच में सूनी... Hindi · कविता 201 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 18 Jun 2024 · 1 min read शैव्या की सुनो पुकार🙏 शैव्या की सुनो पुकार स्वामी हे ! विश्वनाथ काशीवसिया🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 रोहिताश मरा पिया बिक गया शैव्या की सुनो पुकार स्वामी शैव्या की सुनो पुकार ... . . जिस रोहित को... Hindi · कविता 238 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 15 Jun 2024 · 1 min read तुम हो कौन ? समझ इसे तुम हो कौन ? समझ इसे 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 मानव तन अनमोल हो तू स्वस्थ्य गात मानष मन हो अमूल्य जीव सरताज हो तू ज्ञानी बालक का पहचान हो दुनियादारी ज्ञान अर्जन... Hindi · कविता 197 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 14 Jun 2024 · 2 min read मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏 मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 मेरी मुझसे पहचान करा दो मैं हूँ कौन यहाँ मुझे बता दो मानव तन का मोल बता दो स्वस्थ्य गात मन मानष... Hindi · कविता 139 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 10 Jun 2024 · 1 min read आँचल की मर्यादा🙏 आँचल की मर्यादा 🔵🔵🔵🔵🔵🔵 अति सिर चढ़ा खोता हृदय है बेराग रागिनी जीता जीवन है निज पराये अपनापन खोता यातनाओं को स्वयं बुलाता है कलंकित होती आँचल ममता मिट खानदानी... Hindi · कविता 190 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 May 2024 · 1 min read परीलोक से आई हो 🙏 परीलोक से आई हो🙏 💙💙💙💙💙💙💙 प्रकृति माँ की हरियाली हो रंग बिरंगी श्रृंगारित हो नारी नव किसलय आनन कानन रंग भरी रंगोली हो आंगन की सौंदर्य सुंदरता परीलोक की सुंदर... Hindi · कविता 275 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 May 2024 · 1 min read शब्दों का झंझावत🙏 शब्दों का झंझावात 🔵🔵🔵🔵🔵🔵 शब्दों का है खेल जगत में इससे बड़ा ना कोई जग में कवि की वाणी शब्द समूह तोड़ तंगड़ जोड़ जुगाड़ मेल भाव भावना व्यापक शब्द... Hindi · कविता 221 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 May 2024 · 1 min read माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏 माँ सुहाग का रक्षक बाल 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 आँचल तले पलते ममता माँ सुहाग का सितारा है नारी के सम्मान संरक्षक राज दुलारा नर नारी का भारत माता नयनों का प्यारा पिता... Hindi · कविता 176 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 May 2024 · 1 min read हर बच्चा एक गीता है 🙏 हर बच्चा एक गीता है 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 बाल बीर भारत का बच्चा चलता फिरता एक गीता है बच्चा बच्चा मन का सच्चा जग जन मन गण का प्यारा माता के सपनों... Hindi · कविता 142 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 19 May 2024 · 1 min read बोलता इतिहास 🙏 बोलता इतिहास बढ़ता होश जोश 🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 प्राचीरों से बोलता हतिहास अतीत दिखता है खंडरों में वीर बोली घाटी और दर्रों में शोभती गाथाएं भित्ति चित्रों चौंक चौराहे प्रवेश तोरणों... Hindi · कविता 234 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 May 2024 · 2 min read सत्यम शिवम सुंदरम🙏 सत्य की खोज🙏🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 संस्कृति परंपरा का देश न्यारा सत्यअहिंसाआस्था विश्वास भरा पार्वती संग नाचें गाएं शंकर भोले श्मशानी चिता स्वेत भस्म लगाए मणिकर्णिका हरिश्चंद घाट काशी में होली दिवाली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 214 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 May 2024 · 1 min read बोलती आंखें🙏 संवेदना की बोलतीआंखें🙏 🍀☘️🙏🍀☘️❤️🍀☘️ भरी रसीली लाल रंजीत सी सागर सी आंखे संवेदना की आस अरमान से निहार रही लम्हा लम्हा तनहा गुजारती निज वेदना खुद समझाती संवेदन पास नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 152 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 May 2024 · 1 min read लौट चलें🙏🙏 लौट चलें 🙏🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 सृष्टि माता का एक नगीना प्रकृति के विस्तृत अंगन में सूक्ष्म अंश अनन्त के पार नगण्य भाग अणु परमाणु अंशों मेंअंशों का अंशदान मूक बधिर दृष्टिहीन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 1 158 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 11 May 2024 · 1 min read आँचल की छाँह🙏 नारी की आँचल 🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 ममता माया है नारी की काया शीतल सकूनआँचल कीछाया भाव भावना दया सृष्टिकारक सुखद कोमल पल्लव की छाँह मनोहर मृदुल वाणी से निर्मल जन मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 160 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 10 May 2024 · 2 min read माटी करे पुकार 🙏🙏 किन औलादों छोड़ गए 🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 कनक पनीरी धानों की मंजरी अरहर मसूर मक्के फूलों बाली झोंके पवन हिलोडें में स्वरघाटी कोस रहें किन औलाद हाथों छोड़ गए पद घमण्डी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 224 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 9 May 2024 · 1 min read रूह की चाहत🙏 रूह की चाहत🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 व़क्त गुज़ार रहे हैं दो रूह रुहानी वंश देख परलोक से सुखी दुःखी दम्भभरी बात पकड़ नादानी में धर्म कर्म नीति ना पहचानी में बेजान छोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 191 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 7 May 2024 · 2 min read सुहागन की अभिलाषा🙏 सुहागन की अभिलाषा🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 रंग रंगीली छैल छबीली बनी चित चकोरी नारी सुहागिन चाहत अनमोल देश दुलारी सपना अपना निज अभिलाषा लाल पधारो मोरे आंगना आस लगाए आतुर देख रही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 176 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बेदर्दी मौसम🙏 बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 मौसम है अनजान रास्ता है सुनसान बर्फीली बयार बह रही संय संय नाद हो रही घन घन-घना अम्बर से गद गद पानी बरस रही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 174 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बचपन मिलता दुबारा🙏 बचपन आता दुबारा ************** बीते बचपन के वो दिन स्मृतियों से भरा पिटारा मस्ती भरा अल्लड़ का नदिन खेल कूद हुल्लड़ में बीतना खाना पीना गाना घूमना बेताज वादशाह बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 209 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 5 May 2024 · 1 min read काल का स्वरूप🙏 काल का स्वरूप🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🕜 बसंत सुहानी सुर रसीला मधुबन बरखा संग सजीला गात लचीला विराट स्वरूपा सौ मयूरी की नाच दिखाता लपक झपक राधा बरज़ोरी बड़े मज़े की ये संग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 185 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 5 May 2024 · 2 min read वक़्त की पहचान🙏 वक्त की पहचान🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵 वक्त अनजान गुमनाम नहीं जग तो हैं संगी साथी इनके समझते जन पल पल इनको वक्त नहीं समझता किसीको जव़ाना जानता है पर ये ज़ुवां नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 189 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 May 2024 · 1 min read आग और पानी 🙏 आग और पानी 🔥🌳🍀🪷🌦️ शवनम और शोला है प्राणों का दोनों चोला आग पानी दोनो बैरी अद्भूत गाथा है पुरानी आपस में लड़ाई करते औरों की भलाई करते जीवों में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 171 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 May 2024 · 1 min read सुंदरता की देवी 🙏 सुंदरता की देवी 🙏 💙💙💙💙💙💙💙 प्रकृति माँ की हरियाली हो रंग बिरंगी श्रृंगारित हो नारी नव किसलय आनन कानन रंग भरी रंगोली हो आंगन की सौंदर्य सुंदरता है कुदरत की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 233 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 May 2024 · 1 min read मेरा कौन यहाँ 🙏 मेरा क्या यहाँ 🙏 🙏🙏🙏🙏🙏 तन रक्त है माता-पिता का ममता प्यार माँ भारती का प्राण प्रतिष्ठा महाकाल का प्रकृति से श्वांस हवा मिला तन मां पिता सपनों का भूत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 160 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 1 min read चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏 चंद्रयान तीन क्षितिज के पार बेचैनी सात समंदर पार 🇧🇴 ☘️🌹🥇🌺🍀☘️🥇🍀 भारत तिरंगा फहरा चांद पे तल वितल नभ नव चंद्रतल मानस गुरु तुलसीदास जयंती श्रावण शुक्ला सप्तमी गुरुवार तेईस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 156 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 1 min read माँ दहलीज के पार🙏 माँ दहलीज़ के पार🙏 ☘️🌷🌷🍀☘️ निज संतानो को पाला पोसा बड़ा हो जग सिंहासन पाया अफ़सर हो भारत माता का सेवा श्रम इक अवसर पाया शानोसौकत अफ़सरशाही में भूल गया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 182 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 1 min read वगिया है पुरखों की याद🙏 वगिया है पुरखों की याद🙏 🍀☘️🌷🌹☘️🍀 नव किसलय का आनन सुगंधित नव पुष्प आलय सींची बगिया पुरखों की याद कलियाँ विकसित खिल सरस सुगंध बिखराने को पंखुड़ियां खुली समय पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 185 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 2 min read मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🌿🇮🇳🌿💙🌿✍️ वीरों की माटी भारत देश देश हमारा भारत प्यारा माटी में है मां की ममता खून पसीना है पूर्वज का प्यार परिश्रम इक पिता का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 259 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 May 2024 · 1 min read चंदा मामा सुनो मेरी बात 🙏 चंदा मामा सुनले मेरी बात ? ☘️🍀🥀🥀🌿🌿🌸🌸 मैं नन्हा बालक अनजान खूब सुना है तेरी गुणगान चंद्रयान-3 पहुँच गया तेरे घर आंगन अपना तुझे मामा मान जरा इनकी दरस दिखा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 174 Share Page 1 Next