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3 Dec 2024 · 1 min read

कल आग लगेगा पानी में🙏🙏

कल आग लगेगा पानी में
🌍🌸🌍🌸🌍🌸🌎
कल आग लगेगा पानी में
रोयेगा जीवभरी ज़वानी में
धुआं छायेगा अम्बर नीचे

सागर सूख बवंडर होगा
बादल विहीन नभ होगा
बिन बरखा धरती रोयेगी

प्राणी भूखे दम दोड़ेगी
बचा सको तो लो बचा
मत नष्ट करो प्रकृति को

पर्यावरण बिलख उठेगी
बिन आँसू रोकर बोलेगी
कल आग लगेगा पानी में

तपती गर्मी झुलस देगी
नाजुक तन जन जन का
अंगार गिरेगा आंगन में

हहाकार मचेगा जीवन में
हरी बगिया चिल्ला उठेगी
बिन पानी रोऐगी प्राणी

रोग ग्रसित धरणी होगी
युग की यही कहानी होगी
मत बहा पानी को व्यर्थ

नदी तरसेगी कल पानी को
बिन पानी कल कृषि सुखानी
कृषक अन्न उपजाऐगा कैसे ?

मानव वजूद मिट जाऐगा तब
पर्यावरण मिट जाएगा जब
सोचने का पल आया आज

समझ समझौता करले अभी
बचा सको तो बचा लो पानी
व्यथित प्रकृति बोल रही हैं
कल आग लगेगी पानी में ॥

♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️
टी .पी . तरुण

Language: Hindi
46 Views
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
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