Shyam Sundar Subramanian Language: Hindi 1121 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 Next Shyam Sundar Subramanian 22 Sep 2020 · 1 min read अहद ज़िंदगी कुछ बोझिल सी हो गई है , खुश़गवार चेहरों की खुशी गुम़ हो गई है , एक अजीब सा खौफ़ ज़ेहन पर तारी है , चारों तरफ माहौल में... Hindi · कविता 10 14 730 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2020 · 5 min read श्रृद्धा सुमन : महान कवयित्री , गद्य लेखिका डा.महादेवी वर्मा छायावादी कवयित्री, गद्य लेखिका और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी महादेवी वर्मा की आज यानी 11 सितंबर 2020 को 23वीं पुण्यतिथि है। महादेवी वर्मा का जन्म 26 मार्च 1907 को उत्तर प्रदेश... Hindi · लेख 11 19 655 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Sep 2020 · 2 min read फिल्मीनामा शशि कपूर की मुस्कुराहट , नूतन की सादगी। दिलीप कुमार की बेहतरीन अदायगी संजीव कुमार की संजीदगी। राज कपूर की अदायगी का भोलापन। अशोक कुमार की अदायगी का अपनापन। मधुबाला... Hindi · कविता 12 12 347 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Sep 2020 · 2 min read व्यक्तिगत स्वतंत्रता जीवन भर हम संघर्षरत रहते हैं। अपने प्रिय जनों एवं परिवार के हितों की रक्षा करने के लिए इस संघर्ष में हम सब कुछ बलिदान कर देते हैं। स्वजनों की... Hindi · लेख 9 8 396 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Sep 2020 · 1 min read ए मेरे दोस्त मेरे अजीज जन्नतनश़ी दोस्त सुरेश को पेश - ख़िराजे अक़ीदत : मेरे दोस्त तू इस तरह जा नहीं सकता। बीते हुए लम्हों की यादें छोड़कर तू जा नहीं सकता। दिल... Hindi · कविता 12 12 422 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Aug 2020 · 4 min read ईमानदार चोर मेरी मंझली बहन की शादी तय हो चुकी थी, 10 दिन बाद शादी थी। घर में बहुत गहमागहमी का माहौल था। दूर-दूर से रिश्तेदार आने लगे थे। उनकी व्यवस्था की... Hindi · लघु कथा 8 11 514 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Aug 2020 · 2 min read महिला समानता दिवस 26 अगस्त महिला समानता दिवस 26 अगस्त पर श्री पी के तिवारी द्वारा प्रस्तुत आलेख के संदर्भ में मेरे विचार : वर्तमान में महिलाओं की दशा पर प्रस्तुत आपके विचारों का स्वागत... Hindi · लेख 11 12 264 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Aug 2020 · 2 min read आधुनिक शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन श्री राजेश व्यास अनुनय के लेख शीर्षक शिक्षा और आधुनिकता दिनांक 21 अगस्त पर विवेचना। comment box में स्थानाभाव के कारण अलग पोस्ट करने पर बाध्य : आपके कथन से... Hindi · लेख 10 14 350 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Aug 2020 · 3 min read पर्युषण एवं क्षमावाणी पर्व जैन धर्म में दशलक्षण पर्व का बहुत महत्व है। इसे 'पर्युषण पर्व' भी कहा जाता है। इन 10 दिनों के दौरान प्रथम दिन उत्तम क्षमा, दूसरा दिन उत्तम मार्दव, तीसरा... Hindi · लेख 9 8 403 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Aug 2020 · 1 min read गणपति अभिनंदन हे शिव सुत पार्वती नंदन गजानना। हे दुख भंजन विघ्न विनाशक गजवदना। हे हेरम्ब विद्यारंभ सिद्धिविनायक गजानना। हे परब्रह्मं सच्चिदानंद सर्वज्ञ ज्ञान गम्यम गणेशाना। हे दीनबंधु अनाथनाथा सकल विश्व पालक... Hindi · कविता 9 10 369 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Aug 2020 · 7 min read श्रृद्धा सुमन : महाकवि माखनलाल चतुर्वेदी श्री माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में बाबई नामक स्थान पर दिनांक 4 अप्रेल 1889 को हुआ था।इनके पिता का नाम नन्दलाल चतुर्वेदी था जो गाँव के... Hindi · लेख 7 6 705 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Aug 2020 · 1 min read नन्ही कली मेरे परिवार में नवजात शिशु आगमन पर काव्य प्रस्तुति : उस नन्ही कली का मन उपवन में आगमन। उसके कोमल स्पर्श से हृदय में अद्भुत स्पंदन। उन नन्हे से हाथ... Hindi · कविता 9 8 315 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Aug 2020 · 1 min read मातृ श्रृद्धा सुमन मेरी पूजनीय माता की पुण्यतिथि पर मेरे द्वारा अर्पित काव्य श्रृद्धा सुमन प्रस्तुति : वो तेरे आंचल तले ममता की छांव। संघर्षरत रहने का तेरा प्रेरणा भाव। समस्याओं को हल... Hindi · कविता 15 20 318 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Aug 2020 · 1 min read आवारग़ी जिंदगी भर सुकूँ ढूंढता रहा आवारा बनकर। कभी ढूंढा उसे तन्हाइयों में गुम हो कर कर। कभी ढूंढा उसे इश्क़ की गहराइयों में डूब कर। कभी ढूंढा उसे हुस्ऩ की... Hindi · कविता 14 16 401 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Aug 2020 · 1 min read यादें जिंदगी में कुछ यादें हमेशा बनी रहती हैं। हमारे साथ साथ चलती हैं दिल में बसी रहती हैं। कुछ खट्टे मीठे अनुभव तो कुछ हंसी खुशी भरे पल। वो बचपन... Hindi · कविता 11 14 531 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Aug 2020 · 7 min read राम जन्मभूमि मंदिर : एक रक्तरंजित इतिहास रामजन्मभूमि मंदिर के रक्त रंजित इतिहास पर एक संक्षिप्त नज़र “लखनऊ गजेटियर में अलेक्जेंडर कनिंघम ने उस नरसंहार के बारे में बात की है जिसमें मीर बांकी, बाबर के अधीन... Hindi · लेख 8 8 1k Share Shyam Sundar Subramanian 3 Aug 2020 · 2 min read गौ माता की व्यथा मैं उसे रोज अपने दरवाजे पर आते देखा करता। कातर दृष्टि से व्यक्त उसकी मूक याचना देखा करता। उसे कुछ बासी रोटियों से तृप्त आभार व्यक्त करते देखा करता। यह... Hindi · कविता 15 26 402 Share Shyam Sundar Subramanian 2 Aug 2020 · 1 min read पुष्प की व्यथा पुष्प हूँ काँटो में रहना पड़ता है। टूट कर मिट्टी में मिल जाना पड़ता है। मेरी सुगंध और सौंदर्य कुछ पल के हैं। मुरझाने पर मेरा स्थान धरती तल के... Hindi · कविता 6 23 493 Share Shyam Sundar Subramanian 31 Jul 2020 · 1 min read प्यार प्यार किया नहीं जाता हो जाता है। दिल दिया नहीं जाता खो जाता है। दिल से दिल का सौदा होता नहीं। मोहब्ब़त की कोई तिजारत नहीं। ये तो आश़िकों के... Hindi · मुक्तक 13 20 722 Share Shyam Sundar Subramanian 31 Jul 2020 · 1 min read दोहे समय बहुत बलवान है समय बहुत अमोल। मन का आपा खोय के बोल ना कड़वे बोल। जो सबको शीतल करें वो मीठी वाणी बोल। चढ़ सीढ़ी आप ना दूजा छोटा... Hindi · दोहा 16 16 650 Share Shyam Sundar Subramanian 30 Jul 2020 · 1 min read जागृति दुनिया देखने वाले क्या तुमने कभी खुद के अंदर झांक कर देखा है ? अपने अंदर धधकती दावानल सी क्रोध , द्वेष , क्लेश की अग्नि को कभी पहचाना है... Hindi · कविता 12 15 290 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Jul 2020 · 1 min read कटु सत्य ज़िंदगी कुछ थम सी गई है , दिन बोझिल लगता है, तो रात करवटें बदलते कटती है। वही म़ाहौल , वही चेहरे , वही रोज का ढर्रा , कुछ नयापन... Hindi · कविता 14 22 624 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Jul 2020 · 1 min read रिश्ते रिश्ते बनते हैं बिगड़ते हैं। कुछ नए रिश्ते बनते हैं कुछ पुराने रिश्ते बिगड़ते हैं। कुछ सच्चे कुछ अच्छे रिश्ते बनते हैं। कुछ पक्के तो कुछ कच्चे रिश्ते बनते हैं।... Hindi · कविता 12 17 538 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Jul 2020 · 1 min read व़ुजूद मैं तो स़हरा -ए - सफ़र का स़राब हूं। स़फर में ग़ुम जो मिला नहीं, वो ग़ुमश़ुदा सी तलाश हूं। मैं गम़े जहाँ की किताब़ हूं , के सरापा हुज़्नो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 12 415 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Jul 2020 · 1 min read ये ज़िंदगी खुली आंखों से ख्व़ाब देखते रहे ज़िंदगी समझ ना पाए। बहुत हौसला था श़िद्दत से मंज़िल पाने का पर नस़ीब जगा ना पाए। बहुत हुऩर पाया था लिखने का पर... Hindi · कविता 12 12 470 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Jul 2020 · 1 min read श़ायरी का आग़ाज़ दिल में जब दर्द उठता है तो ए़़हसास उभर आते हैं। बनते हैं ज़ब्त़े ग़म जज़्बात बन जाते हैं। उबलते जज़्बात अल्फ़ाज़ बन जाते हैं। इज़हारे अल्फ़ाज़ अश़आर बन जाते... Hindi · मुक्तक 5 10 289 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Jul 2020 · 1 min read ज़माने की फ़ितरत ज़ालिम ज़माने की फ़ितरत को मैंने जान लिया है। दर्दे दिल को जज्ब़ कर मुस्कुराना सीख लिया है। दिल के ज़ख्म़ अम़ानत है जब से मैंने जाना है। ज़माने में... Hindi · मुक्तक 6 8 465 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Jul 2020 · 1 min read क़ुदऱत का क़रिश्म़ा तम़न्ना की थी ज़िंदगी हो गुलश़न- ए- बहार सी। पर मय़स्स़र हुई ज़िंदगी ख़िज़ाँ और ख़ार सी। आरज़ू थी ग़र सपने सच हो जाएं। अपनी जुस्त़जू की मंज़िल हम पा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 549 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Jul 2020 · 1 min read ये कैसी है मुश्किल क्या करें ? या ना करें ? ये कैसी मुश्किल हाय ? कोई तो बता दे मुझको इसका हल ओ मेरे भाई ? एक तरफ तो कोरोना परेशान करें ,... Hindi · कविता 13 16 329 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Jul 2020 · 1 min read स़ब्र ज़िंदगी के सफर में हम ख़रामां ख़रामां चलते गए। राह में कुछ ग़म मिले सहते गए कुछ खुशियां मिली बांटते गए। दोस्ती की कुछ वफ़ाऐं मिली तो फ़रेबे दुश्म़नी की... Hindi · कविता 13 20 337 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Jul 2020 · 2 min read आत्महत्या का कारण अंग्रेजी राजवीर शर्मा के पोस्ट आत्महत्या का कारण अंग्रेजी दिनांक 13 जुलाई 2020 पर प्रस्तुत प्रतिक्रिया : यह एक दुखद घटना है कि किसी विषय में कम नंबर आने पर आत्महत्या... Hindi · लेख 7 16 462 Share Shyam Sundar Subramanian 6 Jul 2020 · 1 min read आओ कुछ बातें करें आओ कुछ पल गम़ को भूलकर मस़र्रत की कुछ बातें करें। चलो कुछ लम्ह़े माय़ूसे हिज्र भूलकर व़स्ल की कुछ बातें करें। कुछ पल रंजिशें भूल कर दोस्ती की कुछ... Hindi · कविता 14 17 353 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Jul 2020 · 1 min read पशेमाँ क्यों मैं अपने ही शहर गलियों में तन्हा सा होकर रह गया हूं ? क्यों मैं अपने ही शहर में अजनबी सा बनकर रह गया हूं ? क्यों मैं एक... Hindi · कविता 12 12 525 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Jun 2020 · 1 min read कुत्सित मंतव्य ये जो लोग देश के वीरों के शौर्य पर प्रश्न उठाते हैं। सुरक्षा रत सैनिकों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा कर मातृभूमि का अपमान करते हैं। ये अपने राजनीतिक स्वार्थ... Hindi · कविता 9 12 334 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Jun 2020 · 1 min read यथार्थ अंतर्मन में व्याप्त यह तिमिर कैसा है ? आशाएँ एवं अभिलाषाएँ मृत प्रायः हैं । हृदय स्पंदन हीन जड़ होता जा रहा है । वर्तमान स्वप्न मे विचरण प्रतीत हो... Hindi · कविता 11 22 541 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Jun 2020 · 1 min read श्रृद्धा सुमन जीवन में एक वट वृक्ष भाँति जिस की छांव तले हम बड़े हुए। संकटों से सतत् जूझने हेतु धैर्य और साहस की प्रेरणा लेते हुए। अनुशासन , निस्वार्थ सेवा भाव... Hindi · कविता 12 12 606 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Jun 2020 · 1 min read कभी-कभी कभी-कभी छोटी-छोटी मुलाकातें एक यादगार बन कर रह जाती हैं । कभी-कभी छोटी-छोटी गलतियाँ एक बड़ी परेशानी का सब़ब बन जातीं हैं । कभी-कभी छोटी- छोटी गलतफहमियाँ व़हम का एक... Hindi · कविता 9 8 408 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Jun 2020 · 2 min read आत्महत्या : एक गंभीर चिंतन आत्महत्या के कारण का पता लगाने के लिए गंभीर चिंतन की आवश्यकता है। यह गहन अवसाद की एक ऐसी मनोदशा है जिसमें मनुष्य एकाकीपन से ग्रस्त होकर अपने आप को... Hindi · लेख 6 12 603 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Jun 2020 · 1 min read मंज़िल अपनों से हारना क्या जीतना क्या हर हाल में सुकुँ हासिल नहीं होता। खुद से लड़कर खुदी को जब तक बुलंद नहीं करते कामयाबी का स़िला नहीं मिलता। ग़ैरों की... Hindi · कविता 10 4 341 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Jun 2020 · 1 min read दिल की आवाज़ दिल में जो उठती है आवाज़ उसे क्यों नहीं सुनते ? उभरते ए़हसास का आग़ाज़ जो है उसे क्यों नहीं म़हसूस करते ? क्यों न किसी मज़लूम के बहते आंसुओं... Hindi · कविता 18 8 580 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Jun 2020 · 3 min read सीख रामप्रसाद जी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हिंदी शिक्षक के रूप में कार्यरत थे । साथ ही साथ वे बढ़-चढ़कर सामाजिक कल्याण कार्यों में रुचि लेकर अपना योगदान प्रदान करते रहते... Hindi · लघु कथा 15 10 602 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Jun 2020 · 1 min read क्षमा प्रार्थना मन वितृष्णा से भर गया है जब सुना मानव इतना गिर गया है। एक निरीह मूक गर्भिणी माता की हत्या कर आनंदित हो गया है। वह यह भूल गया है... Hindi · कविता 11 10 700 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Jun 2020 · 1 min read फ़ज़ीहत उस रात मुझे घर के पिछवाड़े केले के पेड़ों के बीच एक साया नजर आया। कौन है ? आवाज देने पर वह छुपा साया बाहर निकल कर आया। मैंने पूछा... Hindi · कविता 11 18 371 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Jun 2020 · 1 min read सार्थक जीवन छोटी-छोटी बातों को नाहक बड़ा न करो। यह जीवन छोटा है उलझनों को बड़ा न करो। क्या तेरा क्या मेरा सब माया का है फेरा। जो भी इसमें पड़ा उसको... Hindi · कविता 10 4 530 Share Shyam Sundar Subramanian 31 May 2020 · 1 min read आव्हान जागो नवयथार्थ नवजीवन में दूर करो व्याप्त द्वेष, क्लेश और अनाचार। नष्ट करो सर्वांग अहम् को त्याग स्वार्थ जागृत करो जनसमर्पित आचार ,व्यवहार। कर्मवीर कर्मठ बनो सतत् कल्याण रत रहित... Hindi · कविता 7 8 586 Share Shyam Sundar Subramanian 29 May 2020 · 1 min read मरीज़ -ए- इश़्क उठती है इक लहर सी दिल में जब मैं थाम लेता हूं मय़ का प्याला। इश्क़ ने मुझे इस क़दर मारा डूबा मैं तो पीकर हाला। अश्क़ थमते नही त़र... Hindi · कविता 8 6 340 Share Shyam Sundar Subramanian 28 May 2020 · 1 min read च़ंद इज़हार जाने कब से ढूँढ रहा हूँ इंसान इन लोगों की भीड़ में , जो अब तक गुम़श़ुदा है। उसने मेरे दिल को सिर्फ दऱिया समझा , मेरे दिल में लहराते... Hindi · मुक्तक 9 13 305 Share Shyam Sundar Subramanian 26 May 2020 · 1 min read गीता सार : श्रृद्धा एवं त्याग समर्पित भाव को ही श्रृद्धा कहते हैं। श्रृद्धा की अवस्थाएं समर्पण भाव की तीव्रता पर निर्भर करती है। पूर्ण समर्पण भाव श्रृद्धा की पराकाष्ठा है जो मनुष्य की आत्मा का... Hindi · लेख 11 529 Share Shyam Sundar Subramanian 26 May 2020 · 3 min read गीता सार प्रकृति अर्थात् क्या है ? प्र = विशेष और कृति = किया गया। स्वाभाविक की गई चीज़ नहीं। लेकिन विभाव में जाकर, विशेष रूप से की गई चीज़, वही प्रकृति... Hindi · लेख 2 427 Share Shyam Sundar Subramanian 26 May 2020 · 2 min read गीता सार भय एक वर्तमान की परिस्थितियों से भविष्य में होने वाले प्रभाव के काल्पनिक निष्कर्ष की मनोदशा है। भय को जीतने के लिए सकारात्मक मनःस्थिती का होना आवश्यक है । जिससे... Hindi · लेख 1 4 359 Share Previous Page 18 Next