Comments (12)
25 Jul 2020 12:07 PM
बहुत सुंदर
Shyam Sundar Subramanian
Author
25 Jul 2020 08:35 PM
धन्यवाद !
25 Jul 2020 11:54 AM
खुद गर्जों के साथ जीए पलों में,जब इंसान बार बार छला महसूस करने लगे, तो कष्ट से स्वाभाविक है, और यही भाव प्रकट हुआ है,सादर श्याम सुंदर जी!
Shyam Sundar Subramanian
Author
25 Jul 2020 08:34 PM
धन्यवाद !
25 Jul 2020 09:50 AM
बहुत खूब जनाब
Shyam Sundar Subramanian
Author
25 Jul 2020 09:58 AM
श़ुक्रिया !
25 Jul 2020 09:07 AM
अंतर्मन की व्यथा को उद्बोध करती हुई अति उत्तम प्रस्तुति ।
धन्यवाद !
Shyam Sundar Subramanian
Author
25 Jul 2020 09:57 AM
धन्यवाद !
25 Jul 2020 08:45 AM
उम्दा रचना
Shyam Sundar Subramanian
Author
25 Jul 2020 09:56 AM
धन्यवाद !
बहुत सुंदर सर।
धन्यवाद !