Comments (16)
14 Jul 2020 10:52 AM
सुंदर लेख
Shyam Sundar Subramanian
Author
14 Jul 2020 11:07 AM
धन्यवाद !
14 Jul 2020 06:56 AM
बिल्कुल सटीक लिखा है आपने।
धन्यवाद बंधुवर??
Shyam Sundar Subramanian
Author
14 Jul 2020 07:03 AM
धन्यवाद !
14 Jul 2020 06:21 AM
सत् प्रतिशत सत्य , आज सरकारी शिक्षक को सरकार ने अपना नौकर बना दिया है। इसलिए वे बच्चों को पढ़ाने में अक्षम है।।
धन्यवाद।
Shyam Sundar Subramanian
Author
14 Jul 2020 07:03 AM
धन्यवाद !
13 Jul 2020 11:01 PM
आपका विश्लेषण सही है। गांव और शहर में शिक्षण संस्थानों में बहुत अंतर है। शिक्षा में सुधार की बहुत आवश्यकता है। आपका धन्यवाद
Shyam Sundar Subramanian
Author
13 Jul 2020 11:50 PM
धन्यवाद !
13 Jul 2020 10:29 PM
बहुत सही कहा आपने सर,बहुत जरूरी बात लिखी है आपने एक अध्यापक के लिए।
Shyam Sundar Subramanian
Author
13 Jul 2020 11:51 PM
धन्यवाद !
13 Jul 2020 10:28 PM
बहुत सुंदर व सटीक विश्लेषण
Shyam Sundar Subramanian
Author
13 Jul 2020 11:51 PM
धन्यवाद !
आपका शीर्षक आत्महत्या का कारण अंग्रेज़ी है| आत्महत्या महज इक भाषा की पढाई न कर पाना नहीं हो सकता है हमारा तंत्र और समाज दोनों ही किसी भाषा के लिये प्रयासरत है, तो वो अंग्रेज़ी है, बहुत बच्चे गणित नहीं समझ पाते और इस विषय के शिक्षक भी नहीं सही से मिल पाते किन्तु इस वजह से वे जीवन को हीनता की नजर से देखते, क्यों अंग्रेज़ी ही हमे खराब शिक्षा व्यवस्था दिखाती है, बहुआयामी सोच के लिये शिक्षा क्यों नहीं है | इक भाषा मुझे कम तर नहीं कर सकती
आपका लेख बहुत अच्छा है पर यह बात भी ध्यान देनी पड़गी
??
आपने आलेख को जरा ध्यान से नहीं देखा है ।मेरा यह आलेख श्री राजवीर शर्मा के प्रस्तुत लेख आत्महत्या का कारण अंग्रेजी के प्रत्युत्तर में है। कमेंट में स्थानाभाव के कारण मुझे यह पोस्ट के रूप में प्रस्तुत करना पड़ा। केवल अंग्रेजी ही नहीं अन्य विषयों पर भी शिक्षण व्यवस्था के लिए मेरे विचार लागू होते हैं। दरअसल वस्तुस्थिति को प्रकट करना है मेरा उद्देश्य है। किसी भाषा विशेष की पैरवी करना नहीं कृपया यह स्पष्ट हो। आशा है मेरा कथन आप की शंकाओं का समाधान करने के लिए पर्याप्त सिद्ध होगा।
जी ? हां