Comments (23)
5 Aug 2020 06:36 PM
Vr nice sir
Shyam Sundar Subramanian
Author
5 Aug 2020 07:01 PM
धन्यवाद !
5 Aug 2020 08:49 AM
बहुत शानदार पंक्तियां सर
आपने एकदम स्पष्ट शब्दों में पुष्प की व्यथा को बताया है ।
आपकी रचना को नमन है ?
Shyam Sundar Subramanian
Author
5 Aug 2020 11:16 AM
प्रोत्साहन का धन्यवाद !
4 Aug 2020 01:54 PM
श्याम सुन्दर सर आपकी रचना की शैली बहुत अलग और उत्तम है
Shyam Sundar Subramanian
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4 Aug 2020 09:03 PM
प्रोत्साहन का साधुवाद !
3 Aug 2020 02:24 PM
बहुत सुंदर। फूल, फूल का क्या कहना, कुछ कीचड़ में भी खिलते हैं। लेकिन कीचड़ से दूर सदा वो सरोवर की शोभा बनते हैं।।
Shyam Sundar Subramanian
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3 Aug 2020 06:11 PM
अतिसुंदर !
धन्यवाद !
3 Aug 2020 06:55 PM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
2 Aug 2020 10:35 PM
यथार्थपूर्ण अभिव्यक्ति ।
धन्यवाद !
Shyam Sundar Subramanian
Author
3 Aug 2020 12:48 AM
धन्यवाद !
2 Aug 2020 10:09 PM
वास्तव में अंतस के अनुभवों को काव्य रूप अनुपम है ।
जय हिंद
Shyam Sundar Subramanian
Author
3 Aug 2020 12:48 AM
धन्यवाद !
2 Aug 2020 08:38 PM
उत्तम
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Aug 2020 10:04 PM
धन्यवाद !
2 Aug 2020 08:22 PM
बेहद प्यारी प्रस्तुति
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Aug 2020 10:04 PM
धन्यवाद !
2 Aug 2020 08:17 PM
भाव पूर्ण सृजन, साधुवाद
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Aug 2020 10:05 PM
धन्यवाद !
2 Aug 2020 07:50 PM
पुष्प हूँ पुष्पित करना है मेरा इरादा…..!
होकर भी ओ सम्मानित , न जाने क्यों बदल जाते हैं आपना इरादा ……!!! ? बहुत सुंदर रचना मान्यवर……!
Shyam Sundar Subramanian
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2 Aug 2020 10:05 PM
धन्यवाद !
सत्य वचन
धन्यवाद !