Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (23)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

सत्य वचन

8 Aug 2020 09:09 PM

धन्यवाद !

Vr nice sir

5 Aug 2020 07:01 PM

धन्यवाद !

बहुत शानदार पंक्तियां सर
आपने एकदम स्पष्ट शब्दों में पुष्प की व्यथा को बताया है ।
आपकी रचना को नमन है ?

5 Aug 2020 11:16 AM

प्रोत्साहन का धन्यवाद !

4 Aug 2020 01:54 PM

श्याम सुन्दर सर आपकी रचना की शैली बहुत अलग और उत्तम है

4 Aug 2020 09:03 PM

प्रोत्साहन का साधुवाद !

बहुत सुंदर। फूल, फूल का क्या कहना, कुछ कीचड़ में भी खिलते हैं। लेकिन कीचड़ से दूर सदा वो सरोवर की शोभा बनते हैं।।

3 Aug 2020 06:11 PM

अतिसुंदर !

धन्यवाद !

आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर

2 Aug 2020 10:35 PM

यथार्थपूर्ण अभिव्यक्ति ।
धन्यवाद !

3 Aug 2020 12:48 AM

धन्यवाद !

वास्तव में अंतस के अनुभवों को काव्य रूप अनुपम है ।
जय हिंद

3 Aug 2020 12:48 AM

धन्यवाद !

उत्तम

2 Aug 2020 10:04 PM

धन्यवाद !

बेहद प्यारी प्रस्तुति

2 Aug 2020 10:04 PM

धन्यवाद !

2 Aug 2020 08:17 PM

भाव पूर्ण सृजन, साधुवाद

2 Aug 2020 10:05 PM

धन्यवाद !

2 Aug 2020 07:50 PM

पुष्प हूँ पुष्पित करना है मेरा इरादा…..!
होकर भी ओ सम्मानित , न जाने क्यों बदल जाते हैं आपना इरादा ……!!! ? बहुत सुंदर रचना मान्यवर……!

2 Aug 2020 10:05 PM

धन्यवाद !

Loading...