Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2020 · 1 min read

ज़माने की फ़ितरत

ज़ालिम ज़माने की फ़ितरत को मैंने जान लिया है।
दर्दे दिल को जज्ब़ कर मुस्कुराना सीख लिया है।
दिल के ज़ख्म़ अम़ानत है जब से मैंने जाना है।
ज़माने में जख्म़ों का मुदावा ढूंढना छोड़ दिया है।
इश्क़ के कई दुश्मन इस ज़माने में बसते हैं।
हमेशा प़ाक मोहब्ब़त को रुस़वा करने की नाप़ाक कोश़िश में रहते हैं।

Language: Hindi
6 Likes · 8 Comments · 440 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पंचांग (कैलेंडर)
पंचांग (कैलेंडर)
Dr. Vaishali Verma
भ्रूणहत्या
भ्रूणहत्या
Neeraj Agarwal
!!
!! "सुविचार" !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
Bidyadhar Mantry
धरती का बेटा गया,
धरती का बेटा गया,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
यारा ग़म नहीं अब किसी बात का।
यारा ग़म नहीं अब किसी बात का।
rajeev ranjan
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
तब तात तेरा कहलाऊँगा
तब तात तेरा कहलाऊँगा
Akash Yadav
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
शाबाश चंद्रयान-३
शाबाश चंद्रयान-३
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
सुपर हीरो
सुपर हीरो
Sidhartha Mishra
युग युवा
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
वो इँसा...
वो इँसा...
'अशांत' शेखर
हिमनद
हिमनद
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अहसास तेरे....
अहसास तेरे....
Santosh Soni
हे!जगजीवन,हे जगनायक,
हे!जगजीवन,हे जगनायक,
Neelam Sharma
3285.*पूर्णिका*
3285.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
पूर्वार्थ
बहुत संभाल कर रखी चीजें
बहुत संभाल कर रखी चीजें
Dheerja Sharma
कहानी - आत्मसम्मान)
कहानी - आत्मसम्मान)
rekha mohan
कभी किसी को इतनी अहमियत ना दो।
कभी किसी को इतनी अहमियत ना दो।
Annu Gurjar
"वादा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
हमेशा सच बोलने का इक तरीका यह भी है कि
Aarti sirsat
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
नदी का किनारा ।
नदी का किनारा ।
Kuldeep mishra (KD)
आप हरते हो संताप
आप हरते हो संताप
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
You have climbed too hard to go back to the heights. Never g
You have climbed too hard to go back to the heights. Never g
Manisha Manjari
Loading...