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21 Jun 2021 08:07 PM

बेहतरिन ढ़ग से सच्चाई का भावपूर्ण प्रदर्शन कविता के माध्यम से अति सुन्दर

22 Jun 2021 06:44 AM

धन्यवाद !

11 Jun 2020 09:33 PM

मार्मिक चित्रण।
धन्यवाद

11 Jun 2020 09:40 PM

धन्यवाद !

5 Jun 2020 10:41 PM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुतीकरण के साथ।आत्मीय और मर्म स्पर्शी सृजन। उत्कृष्ट

5 Jun 2020 11:35 PM

धन्यवाद !

5 Jun 2020 11:40 AM

भावनात्मक प्रस्तुति ,फ़ज़ीहत मृतशरीर की ही नही भावनाओं और अरमानो की हो रही हैं ।

5 Jun 2020 01:04 PM

सत्य वचन !

4 Jun 2020 02:00 PM

बहुत बढ़िया

4 Jun 2020 06:30 PM

धन्यवाद !

4 Jun 2020 09:34 AM

वर्तमान समय में लोग इतने डरे हुए हैं कि मृतक की अंत्येष्टि में शामिल होने से बच कर निकल रहे हैं, आपने प्रतीक के रूप में इस पर गंभीर सवाल खड़ा किया है, जो उचित तो है ही प्रेरित करने के लिए भी आवश्यक है।

4 Jun 2020 09:49 AM

धन्यवाद !

4 Jun 2020 09:33 AM

ये आत्मा की नहीं, वर्तमान स्थिति की फजीहत है ।सुन्दर प्रस्तुति ।
धन्यवाद!

4 Jun 2020 09:48 AM

धन्यवाद !

4 Jun 2020 08:50 AM

वर्तमान परिस्थितियों का आयना है आपकी कविता।।।

4 Jun 2020 09:48 AM

धन्यवाद !

संवेदनहीनता पर चोट करती कविता।बहुत ही लाजबाब।

4 Jun 2020 09:48 AM

धन्यवाद !

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