संजीव शुक्ल 'सचिन' 918 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Jul 2018 · 2 min read माँ के नाम चिट्ठी विषय ....पत्र लेखन विषय.. माँ के नाम पत्र दिवस.....शनिवार दिनांक....२८/७/२०८ ??????? ??????? परम पूजनीय माँ सादर चरण वंदन मैं तुम्हारे स्नेहाशीष के छत्रछाया में कुशल हूँ एवं तुम्हारी कुशलता, स्वस्थता... Hindi · लेख 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Nov 2019 · 1 min read बेटे का अवतरण दिवस ...बधाई संदेश देता हूँ शुभकामना, बेटे बारंबार। जन्मदिवस पे आपको, खुशियाँ मिले अपार।। खुशियाँ मिले अपार, जगत में नाम कमाओ। सुंदर स्वच्छ विचार, पिता का मान बढाओ।। रहो सदा खुशहाल, कष्ट सारे... Hindi · कुण्डलिया 3 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Jul 2017 · 3 min read हकीकत का आईना ))))))=हकीकत का आईना=(((((( ======================== मुख्यमंत्री जी बड़े रौबदार अवाज में भाषण दे रहे थे ..भाईयों बहनों मैं आया तो था अपने प्रदेश का सबसे पिछड़ा गाँव देखने लेकिन यहाँ की... Hindi · कहानी 1 886 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Nov 2019 · 1 min read सरस्वती वंदना (अनुराधा घनाक्षरी) माँँ पद्मनीलया को प्रणाम - पं.संजीव शुक्ल 'सचिन' माता का नाम:- श्रीमती मंजू देवी शहर का नाम:- मुसहरवा (मंशानगर), पश्चिमी चम्पारण, बिहार प्रदत्त छंद,, अनुराधा घनाक्षरी ______________________________________________ नमामि हंसवाहिनी, नमामि... Hindi · घनाक्षरी 3 1 911 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 Sep 2021 · 1 min read वर्तमान_परिदृश्य #वर्तमान_परिदृश्य............!!± कहकहे गायब हुए सब, घर हुआ शमशान जैसा। मिट रही इंसानियत क्यों? धन हुआ भगवान जैसा।। पूजते पाषाण को हैं, नाम का भगवान है जो। भक्त भी बनते वहीं... Hindi · गीत 2 1 850 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Oct 2020 · 2 min read मानवावतार (आलेख) विषय :- मानवावतार #मङ्गलाचरण:- अविकाराय शुद्धाय नित्याय परमात्मने। सदैकरूपरूपाय विष्णवे सर्वजिष्णवे।। नमो हिरण्यगर्भाय हरये शङ्कराय च। वासुदेवाय ताराय सर्गस्थित्यन्तकारिणे।। *जो ब्रह्मा, विष्णु और शंकर रूप से जगत् की उत्पत्ति, स्थिति... Hindi · लेख 1 901 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Nov 2021 · 2 min read राम_राज्य_अब_रहा_नहीं...!! _________ #राम_राज्य_अब_रहा_नहीं __________ ~~~~~~~~~~~~~?~~~~~~~~~~~~ राम अयोध्या रही न वैसी, तब जैसे प्रतिवेश नहीं| राम राज्य में थी यह जैसी, वैसा अब परिवेश नहीं|| हिय में वास नहीं करते तुम, पाहन... Hindi · गीत 2 832 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Jan 2022 · 2 min read #बोल_तुमको_चाहिए_क्या ? एक गीत (चुनावी मौसम को समर्पित) #बोल_तुमको_चाहिए_क्या ? ________________________________________ वोट खातिर नोट लेकर हैं खड़े देखो महाशय, बांटते खैरात! कहते बोल तुमको चाहिए क्या? कर रहे प्रण अब महोदय है... Hindi · गीत 2 3 825 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 Nov 2021 · 1 min read *वेदना उपहार में भेजूँ तुझे तो* हे शुचे! तुम मौन हो, स्वीकार लेना, वेदना उपहार में भेजूँ तुझे तो। मैं कठिन संघर्ष में जीने को तत्पर- विष मिले उसको भी पीना चाहता हूँ। मातमों की हर... Hindi · गीत 2 1 930 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jan 2022 · 1 min read तनिक नहीं विश्वास किया। किया समर्पित जीवन जिसको, कानन में क्यों वास किया| त्याग चले आलय वनिता को, तनिक नहीं विश्वास किया|| मान रहे पथ - बाधा ही थे, पर हमको कब ज्ञात हुआ|... Hindi · गीत 2 850 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 Feb 2018 · 2 min read धर्म के नाम पर होता अश्लीलता का नंगा नाच *********†***********†************ हमारे सनातन धर्म में मूर्ति पूजन का बड़ा ही प्राचीन परम्परा है , एक वह मूर्ति जिसकी स्थापना करने के बाद निरंतर उसकी पूजा की जाती है इस प्रकार... Hindi · लेख 3 875 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Apr 2022 · 1 min read देखो! पप्पू पास हो गया देखो! पप्पू पास हो गया। ________________________ घर बाहर अब खास हो गया। देखो! पप्पू पास हो गया। मम्मी पापा को वह भुला। चला ब्याहन बना वो दूल्हा। सास ससुर का... Hindi · कविता 2 837 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Sep 2021 · 1 min read #- #जैसा_अपना_आना_प्यारे, #वैसा_अपना_जाना_रे। #पगडण्डी - #जैसा_अपना_आना_प्यारे, #वैसा_अपना_जाना_रे। #विधा - गीत १६/१४ ====================================== जीवन जग माया का मेला , क्या खोना क्या पाना रे| जैसा अपना आना प्यारे , वैसा अपना जाना रे|| जग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 808 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Dec 2021 · 3 min read ऐतिहासिक किवदंती (मंशाराम चौबे जी की ) नमन माँ शारदे? विषय :- ऐतिहासिक किवदंती (मंशाराम चौबे जी की कहानी) [ #दंतकथा/लोककथा ] यह कहानी मेरे गाँव के प्रणेता मंशाराम चौबे जी की है जो मैने अपने दादा... Hindi · कहानी 2 2 847 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 May 2022 · 1 min read स्वेद का, हर कण बताता, है जगत ,आधार तुम से।। #विश्व_श्रमिक_दिवस_विशेष ~~~~~~~~~~~~||||||~~~~~~~~~~~~~ खेत भी, खलिहान तुम से, और सब, व्यवहार तुम से। स्वेद का, हर कण बताता, है जगत ,आधार तुम से। तोड़ कर, पाषाण को तुम, राह निर्मित कर... Hindi · गीत 6 2 848 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 May 2021 · 1 min read अखियां लोर झरेला झर-झर (राधेश्यामी मत्त सवैया छंद) भोजपुरी विधा:- राधेश्यामी या मत्त सवैया छंद विधान:- ३२ मात्रिक, १६ पर मति।प्रारंभ द्विकल या चौकल ___________________________________________ बोली मिठा बोल बोल के, हर दिन हमरा के भरमावल। खिड़की से ऊ ताक-झांक... Hindi · गीत 1 862 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Feb 2021 · 2 min read शिव स्तुति शिव स्तुति (चंचरी छंद) २१२२ २१२२ २१२२ २१२ अवगुणों का आप ही, निष्पक्ष हो करते दमन। हे विधाता! नीलकण्ठी!, मैं करूं तुमको नमन।। निर्गुणी निर्कल्प होकर, आप ही निर्वाण हो।... Hindi · गीत 3 2 800 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 24 Nov 2021 · 1 min read हर कदम हर मोड़ पर हम, हाथ थामें हीं चलेंगे..!! आपको होने न देंगे जिन्दगी में हम पराजित हर कदम हर मोड़ पर हम हाथ थामे हीं चलेंगे।। आपका सम्मान रक्षण, जिन्दगी का एक मकसद। ईश के संमुख हमेशा, वंदगी... Hindi · गीत 1 851 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Sep 2021 · 2 min read Society_and_Literature #Society_and_Literature Literature is the mirror of the society and the function of the mirror is to show the reflection of the one who is standing in front of it. Literature... English · Article 1 770 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Feb 2018 · 1 min read चलो नेता बनें...!! चलो नेता बनें...!! ****************** नेता बनों घुमों खाओ, वोट मांगो जीत जाओ, घपला घोटाला कर, घर भर जाईये। नहीं कोई खोज बीन, सबका तू हक छीन छीना छोरी लुटमार, देश... Hindi · घनाक्षरी 797 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jun 2021 · 1 min read पावस की छटा...!! पावस की छटा ( मत्तगयंद सवैया = भगण X 7 +गुरु+गुरु ) ________________________________________________ छाय रही घनघोर घटा, अरु दादुर कोयल गीत सुनाये। श्यामल मेघ दिखे अति सुंदर देख किसान जिसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 6 1 797 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jan 2022 · 1 min read अभ्र सम अनुराग उर में ले बसा दृग में तुम्हारे !! अभ्र सम अनुराग उर में ले बसा दृग में तुम्हारे, सिंधु सम गहरे हृदय में चाहता रहना हमेशा| कल्पनाओं में हमारे प्रीति के हर प्रस्फुटन में, एक तुम रहती रही... Hindi · गीत 1 716 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jun 2021 · 1 min read फैसला (भोजपुरी लघुकथा) भोजपुरी दिनांक:- १७/०६/२०२१ विधा:- लघुकथा ______________________________________ फैसला सोहन आज बड़ा खुश बाड़ें, सरकारी महकमा, ओहियो में रेलवे। नोकरी के खबर सुन के उनकर दांत नइखे तोपात। रामसमुझ के देखते गोड़... Hindi · लघु कथा 3 4 748 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Sep 2021 · 1 min read राजनेता #हास्य_व्यंग्य:- राजनेता ````````````````````````````````````````````````````````` रंग बदलते गिरगिट जैसे, मेढक ये बरसाती। बाप मान लें गदहे को भी, शर्म इन्हें न आती।। जनाधार के खातिर करते, जन की खातिरदारी। पाँच वर्ष न... Hindi · कविता 2 1 719 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Apr 2022 · 1 min read प्रीति की, संभावना में, जल रही, वह आग हूँ मैं|| #विधा-आदित्य छन्द आधारित गीत #विधान-मापनीयुक्त मात्रिक छन्द, क्रमागत दो चरण समतुकांत होना अनिवार्य, 5,14,19 वीं मात्रा पर यति एवं 28 वीं पर विराम ___________________________________________ वेदना, की हर व्यथा में, व्यक्त... Hindi · गीत 3 2 790 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Jan 2022 · 1 min read #जन_गण_मन_की_बात_करो_मत,#करनी_है_जब_मक्कारी!! #जन_गण_मन_की_बात_करो_मत,#करनी_है_जब_मक्कारी!! ____________________________________________ जन-गण-मन की बात करो मत,करनी है जब मक्कारी| बन्धु! हमको विदित है इतना, सत्ता है तुमको प्यारी|| गिद्ध लोमड़ी श्वान सुअर या, खल श्रृंगाल कहें तुमको| देकर इतनी... Hindi · गीत 2 5 732 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2021 · 1 min read वेदना ही वेदना उपहार बा (भोजपुरी ग़ज़ल) वेदना ही वेदना उपहार बा......!! _______________________________ आज दुविधा में सकल संसार बा। वेदना ही वेदना उपहार बा। का कही कइसे कहीं मन के कसक, देख लीं हर आदमी लाचार बा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 835 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 Jul 2022 · 1 min read सुखला से सावन के आहत किसान बा।। सुखला से सावन के आहत किसान बा।। ____________________________________ बगली में ढेबुआ ना हो हो हो हो------ बगली में ढेबुआ ना, डेहरी में धान बा। सुखला से सावन के आहत किसान... Bhojpuri · गीत · लोकगीत 1 789 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jun 2018 · 1 min read अहीर छंद ============= मन के ताले खोल। मुख से कुछ तू बोल।। करना है कुछ काम। जग में होगा नाम।। ================ दिन भर खेले खेल। निकल रहा है तैल।। करें नहीं आराम।... Hindi · कविता 814 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Sep 2021 · 1 min read साड़ी साड़ी ______ बबलू ये बबलू कहा बाड़ऽ हो, दादी जोर जोर से हांक लगावत रहली पऽ बबलूआ कहीं लउकाते ना रहल। ये फुलेसर कहां बा हो बबलूआ, बहुत ही देर... Hindi · लघु कथा 2 2 701 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Nov 2017 · 1 min read मित्र ★★★मित्र★★★ .............. .............. मित्र तो बस मित्र है वह आम है ना खास है। मित्र से ही जीवन में खुशीयाँ तेरे पास है।। मित्र है तो सफल ये जीवन मित्र... Hindi · मुक्तक 798 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Dec 2021 · 1 min read प्रीति जगत की रीत #प्रदत्त_शब्द - गीत, प्रीत, रीत #विधा - कुण्डलिया **************************************** प्रीति जगत की रीत है, यह जीवन संगीत। प्रीत ही है परमात्मा, प्रीत दिलाये मीत। प्रीत दिलाये मीत, हर्ष जीवन में... Hindi · कुण्डलिया 1 2 701 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Jan 2018 · 1 min read परदेशी के नाम चिट्ठी भोजपुरी लोकगीत _____________________+____________________ रोई- रोई फुलवाँ लिखलस चिट्ठी, सुनलऽ मोर सजनवाँ। अबकी जे न तू अइबऽ तऽ, तेजब हमहुं परनवाँ। फिर ना हमके देख तू पईबऽ, केतनो रोअबऽ - गईब... Hindi · गीत 1 762 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Sep 2017 · 2 min read जनता और जनार्दन जनता और जनार्दन ........................... चूनावी जंग को तैयार नेता जी निकल पड़े देख सुखियि को रासते में मन ही मचल पडें गाड़ी रोक रास्ते में जमीन पे उतर पड़े। रोक... Hindi · कविता 791 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jul 2021 · 8 min read कैसी बेबसी °°°°°°°°° कैसी बेबसी °°°°°°°°°° °°°°°°°°°●●●°°°°°°°°°° कितना खुश था पिता ; जब पहली बार देखा था अपने पुत्र का चेहरा जैसे दुनिया की सारी खुशी एक ही पल में उसके अन्तस... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 748 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 24 Nov 2021 · 3 min read प्रश्न एवं उनके उत्तर #जीवन_के_डगर_में_सङ्ग_चलने_को_लेकर_प्रेमी_का_प्रेयसी_से_प्रश्न ~~~~~~~~~~~~~~?~~~~~~~~~~~~~~ उलझनों से हो पराजित पथ विमुख गर मैं हुआ जो, तब कहो तुम प्राणिके क्या सङ्ग मेरे चल सकोगी? बात जो भी हो हृदय में, बिन कहे ही... Hindi · गीत 3 5 710 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया ( राखी ) रक्षाबंधन की अनंतानंत हार्दिक शुभकामनाएँ, सभी बहनों को मेरा प्रणाम पहुंचे। ______________________________________________ आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइयों से हार्दिक बधाई ______________________________________________ रेशम... Hindi · घनाक्षरी · मत्तगयंद सवैया 3 800 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Nov 2021 · 1 min read बेटे को जन्म दिन की बधाई अवतरण दिवस की आकाश भर हार्दिक शुभकामनाएँ बेटा जी....बहुत - बहुत बधाई। ??????????????? देता हूँ शुभकामना, बेटे बारंबार। जन्मदिवस पे आपको, खुशियाँ मिले अपार। खुशियाँ मिले अपार, जगत में नाम... Hindi · कुण्डलिया 3 2 733 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 19 Nov 2017 · 1 min read मास्टर जी मास्टर जी................... ......... ........ यह बात तब की है जब मैं छोटा था मेरे मास्टर जी तब मुझे पढाते थे कभी कोई प्रश्नोत्तर तो कभी पुरा पाढ ही रटाते थे... Hindi · कविता 724 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 Oct 2021 · 1 min read कल क्या होना?? (मत्तगयंद सवैया) बालक के उर में उठता यह प्रश्न बता कल क्या कुछ होना। मातु बता कब पूरित हो, मनु पाल रहा वह स्वप्न सलोना। हे मइया! इस जीवन में, कब क्या... Hindi · घनाक्षरी 2 1 690 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Feb 2018 · 1 min read गाली .......... प्रजातंत्र के देश में भैया प्रजा है पर तंत्र नहीं है देवों के इस देवभूमि में अंग्रेजीयत है मंत्र नही है। देखो कैसी दशा यहाँ की देश वहीं पर... Hindi · तेवरी 2 1 727 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2021 · 1 min read ईश्वर की सुंदरतम रचना.....!! विधा - गीत ? रचना ? #मुखड़ा ईश्वर की सुंदरतम रचना , कोकिलकंठी युवरानी। मन मंदिर में इष्टदेव सी , लगती जानी पहचानी।। #अंतरा रूप सलोना सुंदर मुखड़ा , अधरों... Hindi · गीत 2 4 692 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Oct 2021 · 1 min read लोक पर्व लोकभाषा/बोली :- खड़ी ठेठ भोजपुरी #भूमिका :- मैं इस रचना के माध्यम से बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल सीमा पर अवस्थित तराई क्षेत्र में मनाये जाने वाले लोक पर्वों का जिक्र... Bhojpuri · गीत 1 751 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Jun 2022 · 1 min read तुम निष्ठुर भूल गये हम को, अब कौन विधा यह घात सहें।। नमन माँ शारदे #विधा:- दुर्मिल सवैया छंद आधारित गीत विधान:- सगण आठ आवृत्ति ________________________________________________ पदचाप सुने बहु वर्ष गए, निज नैनन से जलधार बहे। तुम निष्ठुर भूल गये हम को,... Hindi · गीत 5 3 696 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Feb 2021 · 1 min read सरस्वती वंदना आप सभी शारद पुत्रों सहित समस्त देशवासियों को बसंत पंचमी की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं ??? प्रार्थना ???? *****†******************†***** वागीश वीणावादिनी, सदबुद्धि प्रदायिनी। चरणों में शरण दे, नमन स्वीकारिये।। ज्ञानधन दीप्त... Hindi · घनाक्षरी 5 6 734 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Apr 2022 · 1 min read अब सुप्त पड़ी मन की मुरली, यह जीवन मध्य फँसा मझधार।। 🙏 जय माँ वागीश्वरी 🙏 #विधा:- अरविंद सवैया आधारित गीत विधान:- 8 सगण + 1 लघु 112 112 112 112, 112 112 112 112 1 ~~~~~~~~~~~~~~||||||||||~~~~~~~~~~~~~~ सजना सपना गहना सपना,... Hindi · गीत 1 665 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Mar 2022 · 1 min read दर्द की भावना से ग्रसित मीत तुम,जिंदगी की गिरह खोलते क्यूँ नहीं..!! प्रदत्त पंक्ति- दर्द की भावना से ग्रसित मीत तुम,जिंदगी की गिरह खोलते क्यूँ नहीं। ____________________________________________ प्रेम मेरा तुम्हें लग रहा छल- कपट, प्रीत निज का भला तौलते क्यूँ नहीं। दर्द... Hindi · गीत 1 667 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Jan 2018 · 1 min read प्रकृति कुछ बोल रही है! ------------------------- प्रकृति हर दिन हमसे कुछ बोल रही है। ये हवाँओं की सरसराहट, ये बादलों की गड़गड़ाहट, नदियों की उफनती जलधाराएं, विषाक्त होरही जीवनदायी हवायें, कुछ बोल रही हैं। बागों... Hindi · कविता 695 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Mar 2018 · 6 min read कन्यापक्ष और दहेज ? कन्यापक्ष और दहेज ? ************************* ( कहानी) ===¥===¥===¥=== रामजतन भागमभाग में लगे हुए थे ऐसे तो घर में उनके अलावा उनके अपने सगे दो भाई और दो बेटे भी... Hindi · कहानी 1 664 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Jul 2017 · 2 min read जिम्मेदारी किसकी....? आज मै वसुधा जी का एक लेख पढ रहा था फेसबुक पर तभी मेरे दिमाग का कीड़ा कुलबुलाया और मैनें तुरन्त ही उस पोस्ट की पोस्टमार्टम करने की ठान ली।... Hindi · लेख 1 707 Share Previous Page 2 Next