Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2017 · 2 min read

जनता और जनार्दन

जनता और जनार्दन
………………………
चूनावी जंग को तैयार
नेता जी निकल पड़े
देख सुखियि को रासते में
मन ही मचल पडें
गाड़ी रोक रास्ते में
जमीन पे उतर पड़े।
रोक रास्ता सुखीया का
पूछने लगे हाल
मेरे भाई इस कदर
क्यो लग रहा बेहाल।
आखिर वो वजह क्या
जो तेरा यह हाल है
सर पे छत ना लगता तेरे
ना पौकेट में माल है।
देख सम्मुख नेता जी को
सुखिया कुछ हैरान हुआ।
चीकनी चूपड़ी बातों को
सून-सून कर परेशान हुआ।
बोला मै गरीब हूँ
अब मौत के करीब हूँ
घर है टूटा-फूटा
ना घर में रोटी दाल है
जाडे़ का मौसम चल रहा
कम्बल है ना शाल है।
सुनकर बात सुखिया का
नेता जी सकुचाये,
कुटिल मुस्की लेकर मुख पे
थोड़ा सा मुस्काये।
फिर बोले
इस बार जीता दे मुझे
तेरा घर बनवा दुंगा,
जड़ा हो या गर्मी
कम्बल भी बटवा दुंगा।
जब तक काम ये पूरे ना हों
तब तक चैन न पाऊंगा
मायाधर ने सोचा तब हीं
जन-जन को चूना लगाऊंगा।
मायापति के बातों में
सुखिया आ चूका था
नेता जी की शख्सियत
उसे भा चूका था।
सुखिया खूदको ही
विधायक समझने लगा
हाथ मिलाया मायाधर से
संग- संग चलने लगा।
सोचता रहा मन में
नेता जी उदार है
कितने स्वच्छ, कितने सुन्दर
सरकार के विचार हैं।
इस दफा निश्चय ही
मैं मतदान करूँगा,
अपना ये बहुमूल्य मत
नेता जी के नाम करूँगा।
नेता जी की उदारता
मैं सबको बतलाऊंगा,
अपने साथ सौ दोसौ को
इनके पाले में लाऊंगा।
नेता जी को संग में लेकर
अपने घर वो आया,
गांव में जितने लोग बसे थे
सबको वहाँ बुलाया।
नेता जी ने शुरु की भाषण
जन-जन को भरमाया,
मुफ्त में चावल दाल मिलेगा
जनता को बतलाया।
अबकी जो हम जीत गये
पानी का नल लगवा देंगे,
टूटे-फूटे घर है जितने
पक्के हम बनवाँ देंगे।
हुआ चूनाव नेता जी जीते
दिल सुखिया का तोड़ गये,
जनता से जो किये थे वादे
बन्डल ही वह फोड़ गये।
फिर मौसम निर्वाचन का है
आप भी सुखिया मत बनना,
“सचिन” जो नेता सच्चा लगता
आप उसीको ही चूनना।
लेकिन मतदान पुनः करना।
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
5/2/2017
जय हिन्द, जय भारत।
जय मेधा,जय मेधावी भारत।

Language: Hindi
754 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
Ashish shukla
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It
पूर्वार्थ
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
Love night
Love night
Bidyadhar Mantry
पिछले पन्ने 10
पिछले पन्ने 10
Paras Nath Jha
विश्व वरिष्ठ दिवस
विश्व वरिष्ठ दिवस
Ram Krishan Rastogi
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
सच हकीकत और हम बस शब्दों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
देख रहा था पीछे मुड़कर
देख रहा था पीछे मुड़कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पितर
पितर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
आजादी की चाहत
आजादी की चाहत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
Taj Mohammad
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
"बड़ी बातें करने के लिए
*Author प्रणय प्रभात*
2618.पूर्णिका
2618.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जीवन की विफलता
जीवन की विफलता
Dr fauzia Naseem shad
"कविता क्या है?"
Dr. Kishan tandon kranti
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कवि दीपक बवेजा
कांटों के संग जीना सीखो 🙏
कांटों के संग जीना सीखो 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अहंकार
अहंकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
।। परिधि में रहे......।।
।। परिधि में रहे......।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ऐश ट्रे   ...
ऐश ट्रे ...
sushil sarna
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
शेखर सिंह
' पंकज उधास '
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
Satyaveer vaishnav
प्रणय 4
प्रणय 4
Ankita Patel
छह दिसबंर / मुसाफ़िर बैठा
छह दिसबंर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
घर के राजदुलारे युवा।
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
Loading...