Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2023 · 1 min read

* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति

* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीतिका】*
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
भीतर से रंगीन , शिष्टता ऊपर से पर लादी
हमको लगती सबसे अच्छी ,नेताओं की खादी
(2)
पत्नी सिर के बाल नोंचती ,घर की है बर्बादी
साठ साल में अक्सर करते, पुरुष दूसरी शादी
(3)
लुटे-पिटे से नजर आ रहे ,रोज कचहरी जाते
बच्चे थे पहले अब बूढ़े, हैं वादी – प्रतिवादी
(4)
मुख का कैंसर-रोग हो गया ,लाइलाज कहलाता
बड़ी शान से खाने के , तंबाकू थे जो आदी
(5)
होटल पाँच सितारा में दी ,दावत कर्जा लेकर
हेय मानते जीवन-शैली, कुछ जन सीधी-सादी
—————————————————-
हेय = तुच्छ, गिरी हुई
—————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

491 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
मित्रता
मित्रता
Mahendra singh kiroula
*गुरु हैं कृष्ण महान (सात दोहे)*
*गुरु हैं कृष्ण महान (सात दोहे)*
Ravi Prakash
The blue sky !
The blue sky !
Buddha Prakash
कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं!
कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
आओ प्रिय बैठो पास...
आओ प्रिय बैठो पास...
डॉ.सीमा अग्रवाल
❤️एक अबोध बालक ❤️
❤️एक अबोध बालक ❤️
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"हंस"
Dr. Kishan tandon kranti
हमनवां जब साथ
हमनवां जब साथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🍂तेरी याद आए🍂
🍂तेरी याद आए🍂
Dr Manju Saini
वो ऊनी मफलर
वो ऊनी मफलर
Atul "Krishn"
घर के किसी कोने में
घर के किसी कोने में
आकांक्षा राय
प्रेमी-प्रेमिकाओं का बिछड़ना, कोई नई बात तो नहीं
प्रेमी-प्रेमिकाओं का बिछड़ना, कोई नई बात तो नहीं
The_dk_poetry
आपकी आत्मचेतना और आत्मविश्वास ही आपको सबसे अधिक प्रेरित करने
आपकी आत्मचेतना और आत्मविश्वास ही आपको सबसे अधिक प्रेरित करने
Neelam Sharma
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
Vivek Mishra
#संकट-
#संकट-
*Author प्रणय प्रभात*
दिल एक उम्मीद
दिल एक उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दो पल देख लूं जी भर
दो पल देख लूं जी भर
आर एस आघात
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
योग हमारी सभ्यता, है उपलब्धि महान
योग हमारी सभ्यता, है उपलब्धि महान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मां
मां
Sûrëkhâ Rãthí
★भारतीय किसान★
★भारतीय किसान★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
फूलों की है  टोकरी,
फूलों की है टोकरी,
Mahendra Narayan
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
अनजाने में भी कोई गलती हो जाये
ruby kumari
इन आँखों को हो गई,
इन आँखों को हो गई,
sushil sarna
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं
VINOD CHAUHAN
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
दिल से निभाती हैं ये सारी जिम्मेदारियां
Ajad Mandori
महफ़िल में गीत नहीं गाता
महफ़िल में गीत नहीं गाता
Satish Srijan
हवाएँ
हवाएँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...