!!! रंगों का त्यौहार !!!

यह रंगों का त्यौहार है,
देखो उत्साह अपार है,
गुझियों के स्वाद संग,
लगाएंगे फिर खूब रंग,
बुराई का दहन कर,
खुशियां बांटेंगे जी भर,
एक दूजे को रंग लगा,
चाहे न हो वो अपना सगा,
उड़ेंगे खूब रंग गुलाल,
होगा फिर हर चेहरा लाल,
यह उत्सव की है उमंग,
झूम रही प्रकृति संग संग,
आओ मनाए अपना पर्व,
दुनिया करें जिस पर गर्व,
—- जे पी लववंशी, भोपाल मध्य प्रदेश