Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2024 · 1 min read

“हमदर्दी”

“हमदर्दी”
हमदर्दी ना करो हमसे
ऐ मेरे हमदर्द,
दर्द से निजात मिले
वो रुख अख्तियार करो.

3 Likes · 3 Comments · 154 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
कल एक बेहतर दिन होगा
कल एक बेहतर दिन होगा
Girija Arora
प्रेम-रस
प्रेम-रस
Dr. Kishan tandon kranti
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपनी समस्याएं हमेशा बड़ी लगती हैं
अपनी समस्याएं हमेशा बड़ी लगती हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
रास्ते खुलते हैं
रास्ते खुलते हैं
Harinarayan Tanha
"धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता की सेवा में
The World News
करें प्यार
करें प्यार
surenderpal vaidya
एक बूढ़ा बरगद ही अकेला रहा गया है सफ़र में,
एक बूढ़ा बरगद ही अकेला रहा गया है सफ़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शीर्षक -ओ मन मोहन!
शीर्षक -ओ मन मोहन!
Sushma Singh
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय प्रभात*
वह सिर्फ तू है
वह सिर्फ तू है
gurudeenverma198
राखी
राखी
Sudhir srivastava
3308.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3308.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
प्रेम महज
प्रेम महज
हिमांशु Kulshrestha
सो कॉल्ड अन्तराष्ट्रीय कवि !
सो कॉल्ड अन्तराष्ट्रीय कवि !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
वक्त की नजाकत को समझें ' मराठी मानुष ' क्या पता, किसे ' सजदा ' करना पड़ जाए
वक्त की नजाकत को समझें ' मराठी मानुष ' क्या पता, किसे ' सजदा ' करना पड़ जाए
सुशील कुमार 'नवीन'
अमृत और विष
अमृत और विष
Shekhar Deshmukh
मां से याचना
मां से याचना
अनिल कुमार निश्छल
बंदिश
बंदिश
Rajesh Kumar Kaurav
सतगुरु सत्संग
सतगुरु सत्संग
Dr. P.C. Bisen
कितना स्पष्ट होता आगे बढ़ते जाने का मतलब अगर दसों दिशाएँ हमा
कितना स्पष्ट होता आगे बढ़ते जाने का मतलब अगर दसों दिशाएँ हमा
पूर्वार्थ देव
DR Arun Kumar shastri
DR Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुलाब हटाकर देखो
गुलाब हटाकर देखो
Jyoti Roshni
ऊपर बने रिश्ते
ऊपर बने रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
कोई तो करो बात हमारी!
कोई तो करो बात हमारी!
Jaikrishan Uniyal
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
खींच तान के बात को लम्बा करना है ।
Moin Ahmed Aazad
मत घबरा साथ में जाइए
मत घबरा साथ में जाइए
Baldev Chauhan
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...