जीवन पथ पर चलते जाना कभी नहीं घबराना।

जीवन पथ पर चलते जाना कभी नहीं घबराना।
कहीं दिखे अन्याय अगर तो तुम आईना दिखाना।।
भले टूटने का डर हो सत्ता के मद के आगे।
अगर जरूरत पड़े कभी तो खुद दर्पण बन जाना।।
“कश्यप “
जीवन पथ पर चलते जाना कभी नहीं घबराना।
कहीं दिखे अन्याय अगर तो तुम आईना दिखाना।।
भले टूटने का डर हो सत्ता के मद के आगे।
अगर जरूरत पड़े कभी तो खुद दर्पण बन जाना।।
“कश्यप “