Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 29 Next N manglam 11 Jun 2023 · 1 min read खुशियां शीर्षक खुशियां हम सबकी चाहत और राहत खुशियां होती है। बस सभी की अपनी अपनी किस्मत रहती है कुदरत और भाग्य से हम सभी की खुशियां होती गई है। हम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 228 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read अनमोल जिंदगी जिंदगी बड़ी अनमोल है, इसे अपने ही हाथों खत्म ना किया करो। हर दिन दुखों से लड़ा करो, लड़के दुखों से खुशियां चुराया करो ,क्योंकि यह जिंदगी बड़ी अनमोल हैं।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 163 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 5 min read श्रीराम गाथा, श्रीराम गाथा (रिश्ता प्रभु से) ~~~~~~~~~ कई युग आए और चले गए , श्रीराम प्रभु सा,कोई हुआ नहीं । होते हैं वीर महान पुरुष , पर अन्तर्मन कोई छुआ नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 2 173 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 1 min read (24) कुछ मुक्तक/ मुक्त पद (1) तुम्हारी एक सिसकी ने, मुझे अपना बना डाला तुम्हारी एक सिसकी ने, बियाबां मुझको दे डाला तुम्हारी एक सिसकी ने, मुझे सागर बना डाला तुम्हारी एक सिसकी ने ,... Poetry Writing Challenge 231 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी जमाने भर की ठोकर खाई है हमने जिंदगी मैं पर अब संभलना सीख गए हैं। जिंदगी ने जीना सिखा दिया है,पहले जमाने भर की उलझनों में थे हम, और अब... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 120 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read बोलती आँखे…एक अंजान रिश्ता बोलती आँखे… ~~°~~°~~° गर प्यार दिल में बसा हो , तो है, बोलती आंखे… जुबां बंद हो, शर्म से क्यूँ न , फिर भी दिलों का राज तो है,खोलती आँखे…... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 3 355 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read लालच भरी दुनिया लालच से भरी दुनिया, यह लालच से भरी दुनिया है जनाब, जरा बचके रहना। हम भी कहे तो क्या कहे, ना है कोई अपना ना किसी का सगा है यहां... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 173 Share rubichetanshukla 781 11 Jun 2023 · 1 min read # कर्मों का लेखा जोखा# जिंदगी है चार दिन की, प्रेम से गुजार लो। मौत ही तो सत्य है, इस सत्य को तुम मान लो। जिंदगी है चार दिन की......… न भरोसा आज का, तो... Poetry Writing Challenge · कविता 217 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read बचपन बचपन ~~°~~°~~° महलों में कहीं पल रहा बचपन, किलकारियों से गूंज रहा है। भूखा तन कहीं जूठे पत्तल पर, बाल सुलभ मन तड़प रहा हैं। सड़कों पर बीत रहा जो... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 195 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read श्रद्धा,एक झूठा रिश्ता श्रद्धा ~~°~~°~~° श्रद्धा नहीं जब अपनेपन से , श्रद्धा फिर क्यूँ ,अंजान डगर से । बनती नित एक, नई कहानी , फिर क्यों श्रद्धा, अश्रद्धेय दीवानी। बनती नित एक नई... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 233 Share Vandna thakur 11 Jun 2023 · 1 min read दस्तूर जिंदगी का जिंदगी का यही दस्तूर चल रहा है ,जो तेरी जिंदगी की कहानी है ,वही मेरी जिंदगी की कहानी है। कभी खुशी है तो कभी ग़म है कभी किसी की याद... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 191 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read दिल की किताब दिल की किताब मत खोलो जगह जगह से गल चुकी है हाथ लगाते ही टुकड़ा टुकड़ा फट जायेगी जो कुछ इसपर लिखा है उसे अंदर ही अंदर गलने दो लुगदी... Poetry Writing Challenge 322 Share Radha Bablu mishra 11 Jun 2023 · 1 min read दर्द भी शर्माते हैं अपने फायदे के लिए, खेला सबने हमारे जज्बातों के संग। कार्य पूर्ण हो जाने पर, ठोकरें मार दी हमें। विश्वास किया जिस जिस पे, पहले धोखा उन्होंने ही दिया। जब... Poetry Writing Challenge 214 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read जीवन की लकड़ी जीवन की लकड़ी जल रही है निरंतर धूं धूं करके जीवन के अंत तक यह राख बन जायेगी इस जमाने में इस दौर में जीवन जीना कुछ कुछ ऐसा ही... Poetry Writing Challenge 252 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read समाज का प्रभाव समाज में चारों तरफ जो एक अंधकारमय, घुटन भरा और दूषित वातावरण फैल रहा है उसका प्रभाव अब अच्छे और संस्कारी घर परिवारों पर भी पड़ रहा है वह भी... Poetry Writing Challenge 203 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read एक पेड़ की भांति मेरी आवाज इतनी तेज है और तुम इतने करीब कि तुम्हारे सिर से होकर गुजर रही है तुम न कुछ सुन पा रहे हो न मुझे देख पा रहे हो... Poetry Writing Challenge 165 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read सेमल के वृक्ष…! सेमल के वृक्ष…! ~~°~~°~~° वो सेमल के वृक्ष पुराने …! अब नहीं दिखते… चौड़े सड़क से निकलने वाली , पगडंडी के मुहाने पर खड़ा । विशालकाय वो वृक्ष अब नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 174 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read एक तरफा मोहब्बत वह मेरे पीछे था पर मैं उसके पीछे नहीं वह मेरे साथ एक कहानी बुन रहा था पर मैं किसी भी तरह से उसकी कहानी की पात्र नहीं वह मेरे... Poetry Writing Challenge 86 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read जाड़े की धूप जाड़े की धूप जाड़े की धूप का आश्वासन और गर्मजोशी ,किसको नहीं भाती। किन्तु शर्माती है ,जाड़े की धूप ,और जल्दी चली जाती है.छोड़ कर ठिठुरन। उद्दंड हुए बादल ,... Poetry Writing Challenge 112 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read बदकिस्मत वह मेरे घर आये और मुझे कहीं न पाकर ढूंढ ढांढकर वापिस चले गये मैं उनके सामने थी उन्हें देख पाई पर वह मुझे नहीं देख पाये कुछ लोग होते... Poetry Writing Challenge 111 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 2 min read दिल,एक छोटी माँ..! दिल,एक छोटी माँ..! ( छंद मुक्त काव्य ) ~~°~~°~~° ये दिल क्या है..? एक मुठ्ठी भर मांसपेशियों का उछल कूद, या कोई जीवंत रिश्ता । गौर से सोचो यदि, तो... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 143 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read नाखुश जिसकी मनचाही मुराद पूरी हो जाये इस संसार में वह शख्स भी मुंह लटकाये नाखुश ही दिखता है अक्सर अधिक और अधिक पाने की इच्छा उसमें दिन प्रतिदिन बलवती होती... Poetry Writing Challenge 108 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read एक ऐसा भी जीवन जो जीना चाहता है उसे मौत आ जाती है जो मरना चाहता है उसे मर मर कर जीना पड़ता है यह जीवन दुविधाओं से भरा पड़ा है एक ऐसा भी... Poetry Writing Challenge 1 87 Share Ravi Ranjan Goswami 11 Jun 2023 · 1 min read सज़ा मिली है तो कोई गुनाह हुआ होगा, सज़ा मिली है तो कोई गुनाह हुआ होगा, समझ नहीं आता ऐसा क्या हुआ होगा । हर कदम फूँक कर रखता है राह में , कितने फरेब खाया होगा इस... Poetry Writing Challenge 106 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read त्रासदी अभी तुम थे अब तुम नहीं हो और अब कभी नहीं मिलोगे हमेशा के लिए कहीं खो गये हो आसमान भी तो मुझे रोज एक सा दिखता है पर एक... Poetry Writing Challenge 111 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read ऐ आकाश के पंछी ऐ आकाश के पंछी तू न जाने कितने समय से पंख फैलाकर हवाओं में उड़ता चला जा रहा है थकता नहीं क्या मैं तो बेदम हो गई तेरे पीछे भागते... Poetry Writing Challenge 91 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read दिल की बातें बातें तो बहुत करते हैं सब पर दिल की बातें कोई नहीं करता इस दिल की ‘आह’ कोई नहीं सुनता इस दिल की ‘चाह’ कोई नहीं समझता किसी रिश्ते के... Poetry Writing Challenge 109 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read पता नहीं चलता तारीख बदल जाती है और मन की आंखों को पता नहीं चलता जिन्दगी गुजर जाती है एक लम्हे की तरह और वक्त को पता नहीं पड़ता मैं चल रही हूं... Poetry Writing Challenge 156 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read सब तो अपने हैं , सब तो अपने हैं , °°°°°°°°°°°°° कभी-कभार मन ये सोचता, सब तो अपने हैं । चाहे दूर के हो या, नजदीक के रिश्तेदार। सभी तो हैं बस , अपना ही... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 183 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read ख्वाबों की दुनिया रात को बहुत थकान हो रही है कि रात भर नींद में ढेरों ख्वाब देखे हैं उसने आज सुबह वह उठना नहीं चाह रही किसी भी ख्वाब को आंख खुलते... Poetry Writing Challenge 200 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read आज की सुबह आज की सुबह की खिड़की पर मायूसी छा रही है किसी कोहरे की धुंध की तरह पोंछ दे कोई आज की सुबह का उगता नया सूरज अपने हाथों की नरमी... Poetry Writing Challenge 142 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read बात करो इस दुनिया की बात मत करो चांद सितारों की करो फूलों की, बहारों की करो यूं तो पतझड़ भी है जरूरी पर आज तो बस आसमान से बरसती बारिश की... Poetry Writing Challenge 158 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read जीने का अंदाज वह न बोलो तो नाराज जब कभी बोलो तो और ज्यादा नाराज कितनी भी हमदर्दी जताओ मीठा बोलो उन्हें हर शब्द एक नीम के पत्ते सा कड़वा ही लगे कुछ... Poetry Writing Challenge 167 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read पिता की छाँव पिता की छाँव ~~~~~~~ अँखियों में अरमाँ संजोए,निर्बल थी काया, पिता की छाँव कहूँ या बरगद की छाया… खो गया जब आज मैं , अतीत की यादों में । बचपन... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 238 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read जिन्दगी में आखिरकार जिन्दगी में आखिरकार वह मोड़ आ ही जाता है जब जो अपने दिल के सबसे करीब होता है उसका साथ छूट जाता है वह हाथ छुड़ाकर हमेशा के लिए न... Poetry Writing Challenge 153 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read दिल की पोखर में दिल की पोखर में यह क्या ठहर गया है एक नाले के रुके गंदे कीचड़ के पानी सा रास्ता भटक कर कोई मुसाफिर यहां रुके तो वह आसमान में चमकता... Poetry Writing Challenge 301 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 2 min read यादों के झरोखों से… यादों के झरोखों से… °~°~°~°~° यादों के झरोखों से , कुछ सुनहरी यादें है, बीते हुए लम्हों की अनकही ज़ज्बातें है। फूस की झोपड़ियों में,गुजरा था बचपन का कोना, गांवों... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 2 183 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read उसकी याद सुबह से शाम शाम से रात उसकी याद हर पल मेरे साथ रात को सपनों में आकर भी वह मुझे जगाये दिन में एक हवा के ठंडे झोंके सा जो... Poetry Writing Challenge 70 Share Kishore Nigam 11 Jun 2023 · 2 min read (23) कुछ नीति वचन (1) घाव हो जहाँ वहीँ चोटें बार-बार पड़े भोजन अभाव में ही भूख़ भीषण जगती है | विपत्ति जब पड़े ,दिखें तब ही असंख्य शत्रु कमियां जहाँ होतीं ,अनर्थ बहुत... Poetry Writing Challenge 250 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read जले हुए टोस्ट पर लगे मक्खन को जले हुए टोस्ट पर लगे मक्खन को खाने पर मक्खन का जरा भी स्वाद नहीं आया उस पाप की गुड़िया की मानसिकता थी इतनी भयावह और विकृत कि उसके आशिक... Poetry Writing Challenge 157 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read अंतर्द्वंद्व अंतर्द्वंद्व ~~°~~°~~° पीहर की यादों मे,जो खोई मैं आज, नादान हंसी और वो चहकता अंदाज । जी रही थी भला जो अपनी मर्जी, पीहर को क्यूँ ,कर दिया नजरअंदाज। विचारों... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 1 172 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read आसमान के चांद को मेरे घर का एक छोटा सा कमरा अब तो मेरी दुनिया है इस घर की देहरी के पार अब मुझे जाना भी नहीं है खिड़की के बाहर बहती ठंडी हवा... Poetry Writing Challenge 176 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read जिन्दगी के मौसम के रंग जिन्दगी का रंग कल फीका था आज चटख कल न जाने क्या हो जिन्दगी के मौसम के जितने रंग देखे हैं उतनी तो तैय्यारी कर ली है मैंने कल के... Poetry Writing Challenge 183 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 2 min read ओ माँ… ओ माँ… ~~°~~°~~° ओ माँ… आज गोबर थापती तेरी तस्वीर, पुरानी याद आ गयी। आँख भर आयी,वो पुराने पल यादकर, मेरे तकदीर की तदबीर थी तू। अब वो तेरी रूहानी,... Poetry Writing Challenge · कविता · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे 209 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read यह रिश्ता यह रिश्ता दिल में चुभते एक नासूर सा है पर इसे निभाना है सांसों की लय पर चलते एक जीते जागते जीवंत जीवन की ही तरह जीवन जैसे चलता है... Poetry Writing Challenge 233 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read मोहब्बत की कहानी मोहब्बत मेरी नाकाम मोहब्बत के शहर में मैं बदनाम मोहब्बत की कहानी मेरे दिल की किताब में ही बंद रही यह एक बंद कली थी जो कभी फूल बनकर न... Poetry Writing Challenge 170 Share Minal Aggarwal 11 Jun 2023 · 1 min read तेरी याद की इक गली फूलों की वादियों में तेरी याद की इक गली तू मुझे कभी आसमान की खिड़की से झांकती तो कभी फूलों की खुशबुओं में मिली बादल का एक टुकड़ा था मैं... Poetry Writing Challenge 177 Share मनोज कर्ण 11 Jun 2023 · 1 min read माँ की यादें माँ की यादें… ~~°~~°~~° क्यूँ,रुख़सत हुई, माँ “तेरी यादें , यादों में फिर से समाओ ना। दिल करता रो-रोकर फरियादें , माँ,पास फिर से तो आओ ना… बीता पल उन... Poetry Writing Challenge · रिश्ते-कुछ सच्चे कुछ झूठे · हिन्दी कविता 243 Share Dayanand 11 Jun 2023 · 1 min read 4- गंगा जी की यात्रा गंगा जी की यात्रा गंगोत्री के गोमुख से, गंगा जी का उद्गम। जल है जिसका अमृत, नहीं है किसी को भ्रम।। अविरल आगे बढ़ती, इठलाती चली गंगा धार। कोलाहल करती... Poetry Writing Challenge 201 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2023 · 1 min read कविता : सही फ़ैसला जन्म दिया अरु पालन पोषण। उसी पिता-माता का शोषण।। देख चैन भी आपा खोए। हृदय ख़ून के आँसू रोए।। पीर छिपाकर अपनी हँसना। मार गिराई मानो रसना।। पल-पल बढ़ते बेटी... Poetry Writing Challenge 148 Share Previous Page 29 Next