Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

दस्तूर जिंदगी का

जिंदगी का यही दस्तूर चल रहा है ,जो तेरी जिंदगी की कहानी है ,वही मेरी जिंदगी की कहानी है।

कभी खुशी है तो कभी ग़म है कभी किसी की याद में आंखें नम है ,कभी किसी के होठों पर मुस्कुराहट है ,तो कभी चेहरे पर मायूसी है।

जिंदगी का यही दस्तूर है ,सब चंद दिनों के मेहमान है ,यह जिंदगी है साहब यहां सब का आना जाना लगा रहेगा।

हम भी दो दिनों के मेहमान हैं ,ना जाने कब सांस रुक जाए, कब कलम लिखना बंद कर दें, जो भी पल जिंदगी के जियो हंसते और हंसाते जिओ।

✍️ वंदना ठाकुर✍

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 168 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-545💐
💐प्रेम कौतुक-545💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं ढूंढता हूं जिसे
मैं ढूंढता हूं जिसे
Surinder blackpen
काला न्याय
काला न्याय
Anil chobisa
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
ग़ज़ल कहूँ तो मैं ‘असद’, मुझमे बसते ‘मीर’
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Lines of day
Lines of day
Sampada
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
वक़्त की फ़ितरत को
वक़्त की फ़ितरत को
Dr fauzia Naseem shad
राम लला
राम लला
Satyaveer vaishnav
बसंत बहार
बसंत बहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
फूल खुशबू देते है _
फूल खुशबू देते है _
Rajesh vyas
फारवर्डेड लव मैसेज
फारवर्डेड लव मैसेज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
Dr.Khedu Bharti
*
*" कोहरा"*
Shashi kala vyas
Banaras
Banaras
Sahil Ahmad
Be with someone who motivates you to do better in life becau
Be with someone who motivates you to do better in life becau
पूर्वार्थ
युवा दिवस
युवा दिवस
Tushar Jagawat
दुल्हन एक रात की
दुल्हन एक रात की
Neeraj Agarwal
😢शर्मनाक दोगलापन😢
😢शर्मनाक दोगलापन😢
*Author प्रणय प्रभात*
"सन्देशा भेजने हैं मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
Remembering that winter Night
Remembering that winter Night
Bidyadhar Mantry
चल सतगुर के द्वार
चल सतगुर के द्वार
Satish Srijan
तल्खियां
तल्खियां
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
प्रेम गजब है
प्रेम गजब है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
नारदीं भी हैं
नारदीं भी हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
रोम-रोम में राम....
रोम-रोम में राम....
डॉ.सीमा अग्रवाल
संगीत विहीन
संगीत विहीन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
वफ़ा
वफ़ा
shabina. Naaz
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे...,
वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे...,
कवि दीपक बवेजा
Loading...