Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 2 min read

ओ माँ…

ओ माँ…
~~°~~°~~°
ओ माँ…
आज गोबर थापती तेरी तस्वीर,
पुरानी याद आ गयी।
आँख भर आयी,वो पुराने पल यादकर,
मेरे तकदीर की तदबीर थी तू।
अब वो तेरी रूहानी,
फिर से दिल पर छा गयी ।

गोबर से सनी वो हाथें,
थप थप की वो आवाजें,
और खंडहर सी दीवालों पर उपले की वो थापें ।
उफनती गर्मी में चेहरे पर बिखरे तेरे बाल ,
क्यूँ कर, वो कहानी याद आ गयी।

ओ माँ…
आज गोबर थापती तेरी तस्वीर,
पुरानी याद आ गयी।

मिलाती थी गोबर को आटे की तरह,
सूखी घास पत्तियों को, मिला इस तरह,
गीली इतनी ही रहे कि,चिपके वो दीवारों पर।
कमर में साड़ी का पल्लू बांधे ,
वो सारी रवानी याद आ गयी।

ओ माँ…
आज गोबर थापती तेरी तस्वीर,
पुरानी याद आ गयी।

मैं नादान गुलिस्ताँ, तेरे जीवन का,
तू फरिश्ता बन, नभ से उतरी थी।
औकात कहाँ था मेरा जग में ,
तेरे सान्निध्य में ही, किस्मत बनती थी।
उपलों में जो तेरे,पसीने की बूंदे गिरती थी,
वो मोती बन, मुझमें दिखती थी ।
आज बतलाऊंगा मैं जग को,
मांँ की जिन्दगानी कैसी,
हम सब को भा गयी।

ओ माँ…
आज गोबर थापती तेरी तस्वीर,
पुरानी याद आ गयी।

( ये उन दिनों की बात है, जब हमारे घरों में रसोई ईंधन के रूप में एलपीजी गैस या अन्य कोई आधुनिक विकल्प नहीं होता था और घर की गृहणियां घरेलू कामकाज के अलावे आंगन में बंधे गायों की देखभाल करती थी और फिर रसोई ईंधन के लिए गाय के गोबर का इस्तेमाल विभिन्न रूपों जैसे उपले, कंडे आदि के माध्यम से करती थी )

मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )

180 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from मनोज कर्ण
View all
You may also like:
होता ओझल जा रहा, देखा हुआ अतीत (कुंडलिया)
होता ओझल जा रहा, देखा हुआ अतीत (कुंडलिया)
Ravi Prakash
बिंदी
बिंदी
Satish Srijan
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
VINOD CHAUHAN
Bundeli Doha - birra
Bundeli Doha - birra
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
Dr. Man Mohan Krishna
Keep yourself secret
Keep yourself secret
Sakshi Tripathi
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
Bramhastra sahityapedia
मन को भाये इमली. खट्टा मीठा डकार आये
मन को भाये इमली. खट्टा मीठा डकार आये
Ranjeet kumar patre
इतना तो अधिकार हो
इतना तो अधिकार हो
Dr fauzia Naseem shad
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
shabina. Naaz
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
Trishika S Dhara
माँ दया तेरी जिस पर होती
माँ दया तेरी जिस पर होती
Basant Bhagawan Roy
दादा की मूँछ
दादा की मूँछ
Dr Nisha nandini Bhartiya
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
सत्य कुमार प्रेमी
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
#एकताको_अंकगणित
#एकताको_अंकगणित
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
--: पत्थर  :--
--: पत्थर :--
Dhirendra Singh
बचपन की सुनहरी यादें.....
बचपन की सुनहरी यादें.....
Awadhesh Kumar Singh
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
sushil sarna
दो का पहाडा़
दो का पहाडा़
Rituraj shivem verma
2990.*पूर्णिका*
2990.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी एक सफ़र अपनी 👪🧑‍🤝‍🧑👭
जिंदगी एक सफ़र अपनी 👪🧑‍🤝‍🧑👭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"माँ"
इंदु वर्मा
देशभक्ति पर दोहे
देशभक्ति पर दोहे
Dr Archana Gupta
महंगाई
महंगाई
Surinder blackpen
जो ना कहता है
जो ना कहता है
Otteri Selvakumar
एक तिरंगा मुझको ला दो
एक तिरंगा मुझको ला दो
लक्ष्मी सिंह
Loading...