साये की तरह मेरा साथ, तुम निभाना ना कभी,
साये की तरह मेरा साथ, तुम निभाना ना कभी, चिराग ले कर मेरे अंधेरों में, आना ना कभी। गर्दिशें भाती हैं मझे, वो तन्हा सितारा हूँ मैं, फ़ना क्षितिज पर,...
Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी