पूर्वार्थ 1488 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next पूर्वार्थ 19 Oct 2024 · 1 min read कितना मुश्किल है जिंदगी को समझ पाना कितना मुश्किल है जिंदगी को समझ पाना पल में हँसती है पल में मुस्कुराती है पल में दुख में बदल जाती है पल पल पास बुलाती है पल पल मौत... Quote Writer 37 Share पूर्वार्थ 18 Oct 2024 · 1 min read जैसे-जैसे आप बड़े होते जाते हैं, आपको यह एहसास होता जाता है जैसे-जैसे आप बड़े होते जाते हैं, आपको यह एहसास होता जाता है कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन आपको सबसे अधिक समय से जानता है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 18 Oct 2024 · 1 min read संघर्ष की राह संघर्ष की राह जब अंधेरा छा जाए,रास्ते में कांटे बिछ जाएं, कदम बढ़ाते जाओ तुम,सपनों की मंजिल को पाओ तुम।। हर कठिनाई में छिपा है अवसर,हर गिरावट में है एक... Quote Writer 25 Share पूर्वार्थ 18 Oct 2024 · 1 min read जो जिंदगी लोग जी रहे हैं उससे अलग एक और जिंदगी है जिसे जी ले जो जिंदगी लोग जी रहे हैं उससे अलग एक और जिंदगी है जिसे जी लेना चाहते हैं मगर उसे जीने से डरते हैं क्योंकि वह जिंदगी अनेक सम्भावनाएँ पैदा करती... Quote Writer 22 Share पूर्वार्थ 18 Oct 2024 · 1 min read मिट्टी सा शरीर कल रहे या ना रहे जो भी खास काम है आज ही करलो मिट्टी सा शरीर कल रहे या ना रहे जो भी खास काम है आज ही करलो बाकी जो आज रात को देह छोड़ जाते है ,उनको भी कल की इच्छा... Quote Writer 23 Share पूर्वार्थ 16 Oct 2024 · 1 min read कभी-कभी रिश्ते सबक बन जाते हैं, कभी-कभी रिश्ते सबक बन जाते हैं, दोस्ती के नाम पर जो हमने निभाए, वो शायद सिर्फ इम्तिहान थे, दिल ने समझा था उन्हें अपना, मगर वो बस राह के साथी... Quote Writer 25 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "व्यवहारों की जगह व्यापारों ने ले ली है ll "व्यवहारों की जगह व्यापारों ने ले ली है ll पाखंड की जगह चमत्कारों ने ले ली है ll मुक्तभोगी अंततः भुक्तभोगी बनते हैं, लुटेरों की जगह सरकारों ने ले ली... Quote Writer 30 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "ऊपर वाले को बेवकूफ समझते हैं लोग ll "ऊपर वाले को बेवकूफ समझते हैं लोग ll अपने आप को क्या खूब समझते हैं लोग ll किसी और की गलतियों को गुनाह समझते हैं, और खुद के गुनाहों को... Quote Writer 26 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "छोटे से गमले में हैं संभलें पौधे ll "छोटे से गमले में हैं संभलें पौधे ll कैसे ऊचाई की ओर चलें पौधे ll हवा-पानी चाहे मिल जाएगा, लेकिन, कैसे मिट्टी बदलें पौधे ll हमने मिट्टी को पत्थरों से... Quote Writer 25 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "जरूरतों में कम अय्याशियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll "जरूरतों में कम अय्याशियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll हम लोग सुकूँ को उदासियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll किताबों से ले तो रहे हैं, पर... Quote Writer 24 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll "स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll कुछ महिलाएं चकाचौंध के नाम पर अंधेरे में जा रही हैं ll शर्मोंहया बेंचकर सबकुछ पा भी... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "तनाव में रिश्तों की डोरियां हैं ll "तनाव में रिश्तों की डोरियां हैं ll चुप्पी रिश्तों की कमजोरियां हैं ll माँ की गालियाँ देते हैं भाई, माँ की बोलियों में लोरियां हैं ll किसी के पास रखने... Quote Writer 1 29 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "रिश्तों के धागे टूट रहे हैं ll "रिश्तों के धागे टूट रहे हैं ll हम अपनों को ही लूट रहे हैं ll हम पैसे के पीछे भाग रहे हैं, सारे सपने अपने छूट रहे हैं ll आंख... Quote Writer 23 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "गानों में गालियों का प्रचलन है ll "गानों में गालियों का प्रचलन है ll गालियों में तालियों का प्रचलन है ll लोग दिवाली पर बम फटाके जलाते हैं, मेरे घर तो मिट्टी के दियों का प्रचलन है... Quote Writer 23 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "जब तक सच में नहीं आती ll "जब तक सच में नहीं आती ll मुश्किल समझ में नहीं आती ll चाहे कितना भी पढ लिख लें हम, मंजिल एक कागज में नहीं आती ll जश्न में साथ... Quote Writer 33 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "जगह-जगह पर भीड हो रही है ll "जगह-जगह पर भीड हो रही है ll जान की कीमत क्षीर्ण हो रही है ll झूठ की राह बहुत चौंडी है, सच की संकीर्ण हो रही है ll इंसान को... Quote Writer 30 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "परिस्थिति विपरीत थी ll "परिस्थिति विपरीत थी ll मगर उम्मीद थी जीत की ll पिछली हार से जाना, हार नहीं वह सीख थी ll आलोचनाओं को चुपचाप सुना, हममें धेर्य था, हममें तमीज थी... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 14 Oct 2024 · 1 min read "इंसान, इंसान में भगवान् ढूंढ रहे हैं ll "इंसान, इंसान में भगवान् ढूंढ रहे हैं ll सचमुच अंधे हैं, या आंख मूद रहे हैं ll चकाचौंध से ढोंग फल फूल रहा है, दरबार जोरदार तालियों से गूंज रहे... Quote Writer 19 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "जो इंसान कहलाने लायक नहीं, "जो इंसान कहलाने लायक नहीं, कुछ लोग उन्हें भगवान् कहते हैं ll मेहनत को मुश्किल कहने वाले, टोना-टोटके को आसान कहते हैं ll जो असलियत में लूट है, उसे लोग... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "रिश्तों में खटास पड रही है ll "रिश्तों में खटास पड रही है ll दोलत की प्यास बढ़ रही है ll सास-बहू से लड रही है बहू-सास से लड़ रही है ll बेटे को दो दिन लगेंगे... Quote Writer 28 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll "बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll एक घर के कई भाग किये जाते हैं ll नाती-पोते दादी नानियों से दूर हैं, लौ से जुदा चिराग़ किये जाते हैं... Quote Writer 40 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "रिश्ते के आइने चटक रहे हैं ll "रिश्ते के आइने चटक रहे हैं ll हम पत्थर बने भटक रहे हैं ll सच से परहेज करते हैं, झूठ को साबुत गटक रहे हैं ll कहने को हम एक... Quote Writer 32 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "सुविधाओं के अभाव में रह जाते हैं ll "सुविधाओं के अभाव में रह जाते हैं ll खुशी-खुशी हम गाँव में रह जाते हैं ll कभी बहकावे में बहक जाते हैं, कभी भावनाओं में बह जाते हैं ll... Quote Writer 29 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "शरीफ कम, समझदार ज्यादा हो गए हैं लोग ll "शरीफ कम, समझदार ज्यादा हो गए हैं लोग ll मजबूर कम, मक्कार ज्यादा हो गए हैं लोग ll गलतियां गलती से, गुनाह शौक से करते हैं, गलत कम, गुनहगार ज्यादा... Quote Writer 37 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll "मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll मैं मुश्किलों पर हमला कर रहा हूँ ll सच की राह पर चल रहा हूँ मगर, न जाने किसका भला कर रहा हूँ... Quote Writer 28 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "जमीं छोड़ आसमां चला गया ll "जमीं छोड़ आसमां चला गया ll न जाने वो कहाँ चला गया ll जमीं छोड़ आसमां चला गया ll सबके दिलों में बसने वाला, जाते वक़्त तन्हां चला गया ll... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 13 Oct 2024 · 1 min read "डर का माहौल नहीं, घर का माहौल दीजिए ll "डर का माहौल नहीं, घर का माहौल दीजिए ll दिल के सारे खिड़की दरवाजे खोल दीजिए ll सांस लेने से ही जुबान पर स्वाद आ जाए, वातावरण में इतनी मिठास... Quote Writer 24 Share पूर्वार्थ 12 Oct 2024 · 1 min read Time flies🪶🪽 Time flies🪶🪽 उम्मीद रखो उससे जो तुम्हे अपना मानते है उससे भी क्या उम्मीद रखना जो बस नाम के जाने जाते है ...,.. इस वीरान पन्नों मै कई कहानियां लिखी... Quote Writer 29 Share पूर्वार्थ 12 Oct 2024 · 1 min read यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदा यह दशहरा चलो श्रीराम से करे हम प्रार्थना!!! और मांगे दस वरदान!!! विश्व में शांति, समृद्घि, शिक्षा का ही प्रचार, प्रसार हो न कि युद्ध, धर्मांधता और आंतकवाद का!!! विश्व... Quote Writer 15 Share पूर्वार्थ 12 Oct 2024 · 1 min read मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है मलाल है मगर इतना मलाल थोड़ी है ये आंख रोने की शिद्दत से लाल थोड़ी है बस अपने वास्ते ही फ़िक़्रमंद हैं सब लोग यहां किसी को किसी का ख़याल... Quote Writer 28 Share पूर्वार्थ 12 Oct 2024 · 1 min read अपने दिल का हाल न कहना कैसा लगता है अपने दिल का हाल न कहना कैसा लगता है तुम को अपना चुप चुप रहना कैसा लगता है।। दुख की बूँदें क्या तुम को भी खाती रहती हैं आहिस्ता आहिस्ता... Quote Writer 34 Share पूर्वार्थ 12 Oct 2024 · 1 min read मुझे लगता था किसी रिश्ते को निभाने के लिए मुझे लगता था किसी रिश्ते को निभाने के लिए उसे नाम देने की ज़रूरत नहीं होती पर आज जब तुम्हारी ज़रूरत होते हुए भी तुम्हे बुला ना सका अपने पास... Quote Writer 38 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read "अपनी भूल नहीं मानते हम ll "अपनी भूल नहीं मानते हम ll अपने उसूल नहीं जानते हम ll हर पौधे की अलग और सुंदर होती हैं पत्तियां, फिर भी उन पत्तियों को फूल नहीं मानते हम... Quote Writer 34 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read सही कहा है सही कहा है इंसान की अहमियत और रिश्ते की कद्र जिंदगी में या तो दूरी, या तो वक्त की कमी में समझ आती है या फिर चले जाने के बाद... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read So True... So True... जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था... जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !! जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी... आज आज़ादी... Quote Writer 21 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read बचपन में… बचपन में… जहां चाहा हंस लेते थे, जहां चाहा रो लेते थे! पर अब… मुस्कान को तमीज़ चाहिए और आंसूओं को तनहाई चाहिए. Quote Writer 30 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read स्त्री नख से शिख तक सुंदर होती है ,पुरुष नहीं . स्त्री नख से शिख तक सुंदर होती है ,पुरुष नहीं . और अगर दिल से भी सुन्दर हो स्त्री तो उसकी सुंदरता में चार चाँद लग जाते है . पुरुष... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read शालीनता , सादगी और संस्कार भी एक श्रृंगार है , तथाकथित आधुनि शालीनता , सादगी और संस्कार भी एक श्रृंगार है , तथाकथित आधुनिक #स्त्रियों को ये समझना चाहिए. सिर्फ शिक्षित और कमाऊ बुद्धि और खूबसूरती से जीवन , घर , रिश्ते... Quote Writer 29 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read हमेशा सब कुछ एक जैसा नहीं रहता , हमेशा सब कुछ एक जैसा नहीं रहता , कभी बाते ख़त्म हो जाती है , कभी भीड़ सन्नाटे में बदल जाती है , कभी लोग चले जाते है , कभी... Quote Writer 30 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read बहुत सी बातों को यूँही छोड़ देना चाहिए बिना किसी सवाल जवाब न बहुत सी बातों को यूँही छोड़ देना चाहिए बिना किसी सवाल जवाब निष्कर्ष के ,जिनका निष्कर्ष निकालना आपके वश में ही नही.. क्या पता वो बिगड़ी ही न हो और... Quote Writer 25 Share पूर्वार्थ 11 Oct 2024 · 1 min read संघर्ष के पथ साथ की आशा भटकाव बनेगी संघर्ष के पथ साथ की आशा भटकाव बनेगी चोट लगेगी ऐसी हृदय पर जो घाव बनेगी।। करो सिंचाई संरक्षण अपने कर्म फसल की जीवन में थोती यारी बस खरपतवार बनेगी।।... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read रोया हूँ मैं भी किताब पढ़कर के रोया हूँ मैं भी किताब पढ़कर के पर अब याद नहीं कि कौन-सी शायद वह कोई वृत्तांत था पात्र जिसके अनेक बनते थे चारों तरफ़ से मँडराते हुए आते थे... Quote Writer 33 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read रोमांटिक होना छिछोरा होना नहीं होता, रोमांटिक होना छिछोरा होना नहीं होता, इंसान वही रोमांटिक हो सकता है, जिसमें एहसास को समझने की समझ हो, जिसमें जज्बात हों, आरजुएँ हों, भावनाएं हों, जिसमें जिंदादिली हो, जो... Quote Writer 34 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read जो इंसान मुसरीफ दिखे,बेपरवाह दिखे हर वक्त जो इंसान मुसरीफ दिखे,बेपरवाह दिखे हर वक्त हर वक्त मजाक ए इलम करता रहे उसके जहनियत को लहपावाह समझ लेते है लोग खुद की अक्लमंदी से आप ये नही समझोगे,काफिर... Poem · Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read Mental health is not a luxury but a necessity . Mental health is not a luxury but a necessity . No shame to admit about the mental challenges we go through in every day lives.Mental health is not merely the... Quote Writer 40 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read पहले दौलत की खातिर, सब कुछ किया निछावर, पहले दौलत की खातिर, सब कुछ किया निछावर, रिश्तों की कीमत भूले, बस चाही माया अंबर। चमकती दौलत के आगे, सब कुछ लगने लगा फीका, रिश्तों की डोर ढीली, भावनाओं... Quote Writer 34 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी, पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी, सिक्कों की चमक में सब खो गए, कहां ढूंढे अब हम वो अपने लोग, जिनसे थी कभी बंदगी।। जिन... Quote Writer 27 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read "हमारे बच्चों के भविष्य खतरे में हैं ll "हमारे बच्चों के भविष्य खतरे में हैं ll हम गुनहगार है, हम कटघरे में हैं ll तकदीरें एकदम कली हो गई हैं, बेशक तस्वीरों में रंग सुनहरे से हैं ll... Quote Writer 29 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read शरीफ कम, समझदार ज्यादा हो गए हैं लोग ll मजबूर कम, मक्कार ज्य शरीफ कम, समझदार ज्यादा हो गए हैं लोग ll मजबूर कम, मक्कार ज्यादा हो गए हैं लोग ll गलतियां गलती से, गुनाह शौक से करते हैं, गलत कम, गुनहगार ज्यादा... Quote Writer 33 Share पूर्वार्थ 10 Oct 2024 · 1 min read "नन्नता सुंदरता हो गई है ll "नन्नता सुंदरता हो गई है ll सहजता खता हो गई है ll पैसे कमाने की जल्दी में, दुनिया रास्ता खो गई है ll कामचोर नेता हो गए हैं, कमजोर जनता... Quote Writer 30 Share Previous Page 3 Next