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15 Jan 2025 · 1 min read

तुम परेशान हो ! सुना जब से चाह रहा हूं.. दुनिया के सब ज़रूरी

तुम परेशान हो ! सुना जब से चाह रहा हूं.. दुनिया के सब ज़रूरी काम और जिम्मेदारीयां ख़ारिज कर दूं !

ख़ामोश बैठा रहूं तुम्हारे सिरहाने सोख लूं तुम्हारी सारी तकलीफे.. भर दूं रोम-रोम सुकून से तुम्हारा.. तुम्हारे पांवों तले छुपा दूं अपनी “दुआएं प्रार्थनायें कि पलक झपकते तुम्हें आराम आ जाये..!🖤”

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#तुम्हारी_याद

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