कई बार मन शून्य की स्थिति में होता है , जहां परेशानियां नहीं

कई बार मन शून्य की स्थिति में होता है , जहां परेशानियां नहीं पता , किसी से शिकायतें नहीं है फिर भी एक अजब सा सन्नाटा महसूस होता है , न अच्छा समझ आता है न बुरा , बस अंदर एक तूफान होता है और बाहर खामोशी
हसीं ,बाते सब थम सी जाती है
अक्सर 🙂