क्या लिखू

# क्या लिखू #
दिल में छुपी जो बात लिखू
हालत लिखू या जज्बात लिखू
जीवन का अंधकार लिखूं
या रोशन संसार लिखू
मन की बात लिखू या
बिगड़ते हालात लिखू
सुबह की चिलचिलाती धूप लिखू
या साम की ठंडी छांव लिखु
रात की अंगड़ाइयां लिखूं या
दिन की काम काज लिखू
शहर का शोर लिखूं या
सुकून से भरा गांव लिखू
अधूरा सपना लिखूं या
हक़ीकत का राज लिखू
भीड़ से भरा बाजार लिखूं या
शांत सुकून के कुछ पल लिखू
बीते हुए कल की याद लिखूं,
या आज की वर्तमान लिखु
व्यस्त जीवन संसार लिखूं ,
या फ़ुर्सत का इतवार लिखू
जीवन की खूबसूरती लिखू या
मृत्यु सत्य की कहानी लिखू
रंजीत कुमार पात्रे
कोटा बिलासपुर !