भक्तों ने दरबार लगाकर श्याम की ज्योत जलाई ।। भजन रचनाकार :अरविंद भारद्वाज

आज जागरण में बाबा के, भीड़ बहुत है आई
भक्तों ने दरबार लगाकर, श्याम की ज्योत जलाई
तीन तीर धारी बाबा ये, शीश था भेंट चढ़ाया
मात मौरवी पांडव कुल का , इसनें मान बढ़ाया
माता के आशीष से इसमें, शक्ति खूब समाई
भक्तों ने दरबार लगाकर, श्याम की ज्योत जलाई
कष्ट हरे भक्तों का बाबा, हारे का ये सहारा
जिसका कोई नहीं जगत में, उसका ये पालनहारा
श्याम नाम का सुमिरन करके, सबने रात जगाई
भक्तों ने दरबार लगाकर, श्याम की ज्योत जलाई
मुरलीधर ने ली थी परीक्षा, दान में दे दी काया
अमर अजर अविनाशी का, वरदान उन्हीं से पाया
अरविंद लिखता भजन श्याम के, सबने महिमा गाई
भक्तों ने दरबार लगाकर, श्याम की ज्योत जलाई
© अरविंद भारद्वाज