Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

नारी

भारत की मैं नारी हूं
मैं तो नहीं अनाड़ी हूं
समझती हूं बाते सारी
पहनती मैं साड़ी हूं।

पापा की दुलारी हूं मैं
मम्मी की गुड़िया हूं मैं
भैया की परी हूं मैं
किसी पर नहीं मैं भारी हूं।

बेटी हूं, बहन हूं, बहुरानी हूं
दादी हूं, नानी हूं, परनानी हूं
रिश्तों को नहीं काटो कोई
रिश्ते निभाती मैं सारी हूं ।

भ्रूण परीक्षण मत करो कोई
बेटा आएगा, बेटी नहीं आयेगी,
बेटे की लिए बहू कहां से आयेगी?
परिवार की मैं गाड़ी हूं।

तन- मन से पढ़ती हूं मैं
सर्वदा अब्बल रहती हूं
देखो, कहां न मैं पहुंची हूं
मेरी गाड़ी हरदम अगारी है।

लगभग आधी आबादी हूं
बेटा- बेटी की प्यारी मां हूं मैं
पति की सुहागन पत्नी हूं मैं
अपने राष्ट्र की नाड़ी हूं।

जब भी मिला मुझको मौका
मौके को अवसर में बदली हूं
बीच में हार कभी नही मानी ,
खेली पूरी मैं पारी हूं।

जो मिला, जितना मिला, खुश हूं
ज्यादा की न लालच- चाहत है
न ज्यादा की आशा रखती हूं
दोनो कुलों को मैं तारी हूं।
******************************************
स्वरचित : घनश्याम पोद्दार
मुंगेर

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 65 Views
Books from Ghanshyam Poddar
View all

You may also like these posts

मैं घर का मेंन दरवाजा हूं।
मैं घर का मेंन दरवाजा हूं।
manorath maharaj
दिनकर जी
दिनकर जी
Manoj Shrivastava
लबों पे टूटे हुए छंद...
लबों पे टूटे हुए छंद...
TAMANNA BILASPURI
पूतना वध
पूतना वध
Jalaj Dwivedi
ज़िंदगी तुझसे
ज़िंदगी तुझसे
Dr fauzia Naseem shad
दोहे
दोहे
navneet kamal
हैरी पॉटर
हैरी पॉटर
Dr. Kishan tandon kranti
आग जो रूह को जलाती है...
आग जो रूह को जलाती है...
पंकज परिंदा
गीता श्लोक अध्याय 1: *अर्जुन विषाद योग* हिन्दी
गीता श्लोक अध्याय 1: *अर्जुन विषाद योग* हिन्दी
अमित
3655.💐 *पूर्णिका* 💐
3655.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"प्रार्थना"
राकेश चौरसिया
#वर_दक्षिण (दहेज)
#वर_दक्षिण (दहेज)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
Dhirendra Singh
सूरत
सूरत
Sanjay ' शून्य'
अमर रहे अमर रहेे
अमर रहे अमर रहेे
Shinde Poonam
"भाग्य से जीतनी ज्यादा उम्मीद करोगे,
Ranjeet kumar patre
तेरी मेरी यारी
तेरी मेरी यारी
Rekha khichi
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है
यदि है कोई परे समय से तो वो तो केवल प्यार है " रवि " समय की रफ्तार मेँ हर कोई गिरफ्तार है
Sahil Ahmad
जब पीड़ा से मन फटता है
जब पीड़ा से मन फटता है
पूर्वार्थ
Subject: The traitor!
Subject: The traitor!
Priya princess panwar
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें
Mangilal 713
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
कहना है तो ऐसे कहो, कोई न बोले चुप।
Yogendra Chaturwedi
एहसास
एहसास
Kanchan Khanna
दर्द दिल में दबाए बैठे हैं,
दर्द दिल में दबाए बैठे हैं,
श्याम सांवरा
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
प्रेम और घृणा दोनों ऐसे
Neelam Sharma
👍एक ही उपाय👍
👍एक ही उपाय👍
*प्रणय*
शीर्षक: ख्याल
शीर्षक: ख्याल
Harminder Kaur
Loading...