Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2024 · 1 min read

3043.*पूर्णिका*

3043.*पूर्णिका*
🌷 सोच सुंदर दुनिया सुंदर 🌷
2122 22 22
सोच सुंदर दुनिया सुंदर।
रोज महके जीवन सुंदर।।
गैर बनते अपना देखो।
गम नहीं कुछ खुशियाँ सुंदर।।
बदलते रंग यहाँ मौसम।
शांत लहरें दरिया सुंदर ।।
प्यार करते दिल से दिल भी ।
जिंदगी का जरिया सुंदर ।।
हौसला रख मन में खेदू।
फूल खिलते बगियां सुंदर।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
25-02-2024रविवार

140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

द्वार मैं तेरे आऊं
द्वार मैं तेरे आऊं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
संत हूँ मैं
संत हूँ मैं
Buddha Prakash
है अभी भी वक़्त प्यारे, मैं भी सोचूंँ तू भी सोच
है अभी भी वक़्त प्यारे, मैं भी सोचूंँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
जी, वैसे तो मैं हद से भी बेकार हूँ
जी, वैसे तो मैं हद से भी बेकार हूँ
Jitendra kumar
क्यूं दिसंबर जाते-जाते इतना ख़ाली कर गया
क्यूं दिसंबर जाते-जाते इतना ख़ाली कर गया
Dr fauzia Naseem shad
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
manjula chauhan
आत्म जागरूकता कोई उपलब्धि हासिल करना नहीं है, बस आप स्वयं को
आत्म जागरूकता कोई उपलब्धि हासिल करना नहीं है, बस आप स्वयं को
Ravikesh Jha
रात रोशन सड़क के खम्भों से होती हैं
रात रोशन सड़क के खम्भों से होती हैं
Neeraj Kumar Agarwal
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅चापलूस चकोरों के नाम🙅
🙅चापलूस चकोरों के नाम🙅
*प्रणय प्रभात*
हार नहीं होती
हार नहीं होती
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
समर्पण का नाम प्यार
समर्पण का नाम प्यार
Rekha khichi
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
चिंगारी
चिंगारी
Mukund Patil
अवध में राम
अवध में राम
Anamika Tiwari 'annpurna '
सत्य क्या है?
सत्य क्या है?
Rambali Mishra
ଏହା ହେଉଛି ଭଗବାନଙ୍କ ଭାଗ୍ୟ
ଏହା ହେଉଛି ଭଗବାନଙ୍କ ଭାଗ୍ୟ
Otteri Selvakumar
अनेकता में एकता
अनेकता में एकता
Sunil Maheshwari
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
Ravi Prakash
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
कहते हैं लोग भूल जाया कर वो बातें जो मन मे चुभन जगाती हैं...
कहते हैं लोग भूल जाया कर वो बातें जो मन मे चुभन जगाती हैं...
पूर्वार्थ
शीर्षक -काली घटा घनघोर!
शीर्षक -काली घटा घनघोर!
Sushma Singh
मैं स्त्री हूं भारत की।
मैं स्त्री हूं भारत की।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गोकुल के ग्वाल बाल,
गोकुल के ग्वाल बाल,
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जब व्यक्ति वर्तमान से अगले युग में सोचना और पिछले युग में जी
जब व्यक्ति वर्तमान से अगले युग में सोचना और पिछले युग में जी
Kalamkash
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
रोला छंद..
रोला छंद..
sushil sarna
212 2-1212- 22 /112
212 2-1212- 22 /112
sushil yadav
आकाश
आकाश
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
सजन हमने  लगाई है तुम्हारे  नाम की मेंहदी
सजन हमने लगाई है तुम्हारे नाम की मेंहदी
Dr Archana Gupta
Loading...