जी, वैसे तो मैं हद से भी बेकार हूँ
जी, वैसे तो मैं हद से भी बेकार हूँ
क्योंकि मैं बेरोजगार हूँ पर
फोन की दुनिया में आते ही लगता है जैसे-
फोन मेरा मालिक है और
मैं फोन का मजदूर हूँ
जितेन्द्र कुमार “सरकार”
(बदलती दुनिया)
जी, वैसे तो मैं हद से भी बेकार हूँ
क्योंकि मैं बेरोजगार हूँ पर
फोन की दुनिया में आते ही लगता है जैसे-
फोन मेरा मालिक है और
मैं फोन का मजदूर हूँ
जितेन्द्र कुमार “सरकार”
(बदलती दुनिया)