।। मेहनत क्या है ।।
।। मेहनत क्या है ।।
जो भूल जाये क्या दिन और क्या रात
उसे याद ना आए और कुछ ..वो है मेहनत
जिसे याद आये तो सिर्फ चमकती हुई मंजिल
जो भूल ना पाये उस मंजिल को.. वो है मेहनत..
भटके हुए कई भटकाये फिर भी भूल न पाये मंजिल वो है मेहनत.
जो जिये तो सिर्फ जिये उस क्षण की अनुभूति के लिये वो है मेहनत..
जो रोक न पाये खुद को वो देती हो सुकून उसको वो है मेहनत..
जो छोड़ दे सारी ख्वाहिशें उस मन चाही चीज को पाने के लिये वो है मेहनत..