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Dr fauzia Naseem shad
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12 May 2024 · 1 min read
मैं कभी तुमको
मुझको अल्फ़ाज़ न मिले हैं ‘माँ ‘,
मैं कभी तुमको लिख नहीं पाई ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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