Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2024 · 1 min read

मंगला गौरी

मंगला गौरी

सर्व मंगला प्रिया सदा उमा महेश्वरम।
पूज्यपाद वंदनीय गौरि देवि सुन्दरम।
दोष-विघ्नहारिणी कृपालु दिव्य गौरि माँ।
नारियां सुहागिनी सदैव पूज ज्योतिमा।
पार्वती महेश वन्द्य स्तुत्य सर्व कालिका।
याचना करो मिले सदैव भव्य मालिका।
हाथ जोड़ पैर गिर करो सदैव वंदना।
माँ उमा महान गौरि कल्प वृक्ष नंदना।
ध्यानमग्न चित्तवृत्ति संतुलित रहे सदा।
खुश रखो महेश- शम्भु -शिव उदार सर्वदा।
प्रेम से पुकारना सुनें सहर्ष नाथ जी।
श्रावणी सुमंगला शुभांक विश्वनाथ जी।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 90 Views

You may also like these posts

मां गंगा
मां गंगा
पं अंजू पांडेय अश्रु
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
- साहित्य मेरा परिवार -
- साहित्य मेरा परिवार -
bharat gehlot
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
" शांत शालीन जैसलमेर "
Dr Meenu Poonia
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
शे
शे
*प्रणय*
विभजन
विभजन
Bodhisatva kastooriya
कोई होमवर्क नहीं मिल पा रहा है मुझे,
कोई होमवर्क नहीं मिल पा रहा है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक पल में जब हटेगी छाया
एक पल में जब हटेगी छाया
Buddha Prakash
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
प्यार शब्द में अब पहले वाली सनसनाहट नहीं रही...
Ajit Kumar "Karn"
गांव प्यारा
गांव प्यारा
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
खाक हुई शमशान में,
खाक हुई शमशान में,
sushil sarna
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
हाय अल्ला
हाय अल्ला
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरी कविता
मेरी कविता
Jai Prakash Srivastav
मां मैं तेरा नन्हा मुन्ना
मां मैं तेरा नन्हा मुन्ना
पूनम दीक्षित
गीतिका (बता तो दे!)
गीतिका (बता तो दे!)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
" झूमिंग "
Dr. Kishan tandon kranti
बात मन की
बात मन की
कार्तिक नितिन शर्मा
दोहा ग़ज़ल
दोहा ग़ज़ल
Mahendra Narayan
हाइकु - 1
हाइकु - 1
Sandeep Pande
4176.💐 *पूर्णिका* 💐
4176.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रोना धोना
रोना धोना
Khajan Singh Nain
चिट्ठी
चिट्ठी
श्रीहर्ष आचार्य
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
Abhishek Soni
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
Loading...