Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।

हर पीड़ा को सहकर भी, लड़के हँसकर रह लेते हैं।
एक हँसी चेहरे के पीछे, लाखों गम सह लेते हैं।।

संघर्षों की एक कहानी, संग–संग चलती जाती है,
कुछ गीतों को गाकर अपना, मन हल्का कर लेते हैं,
दुनिया की बातों के वाण, निरंतर घाव बनाते हैं,
उन घावों को सींकर, हम अपने आंसू पी लेते हैं।

दुनिया को तो आदत बस हंसते चेहरे तड़पाने की,
उनकी इस तड़पन को भी हंसते–हंसते सह लेते हैं।।

हर पीड़ा को सहकर भी, लड़के हँसकर रह लेते हैं।
एक हँसी चेहरे के पीछे, लाखों गम सह लेते हैं।।

लेखक कवि
अभिषेक सोनी “अभिमुख”

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 73 Views

You may also like these posts

हमने देखा है हिमालय को टूटते
हमने देखा है हिमालय को टूटते
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
Neelofar Khan
जाति
जाति
Ashwini sharma
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निभाना नही आया
निभाना नही आया
Anil chobisa
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
जगदीश शर्मा सहज
कंस रावण संवाद
कंस रावण संवाद
Sudhir srivastava
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -192 वीं शब्द - टिक्कड़
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -192 वीं शब्द - टिक्कड़
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ प्रणय_गीत:-
■ प्रणय_गीत:-
*प्रणय*
*
*"गुरुदेव"*
Shashi kala vyas
ज्योत्सना
ज्योत्सना
Kavita Chouhan
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
4789.*पूर्णिका*
4789.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
असहिं का वृद्ध लो के होई दुरगतिया
असहिं का वृद्ध लो के होई दुरगतिया
आकाश महेशपुरी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
# जय.….जय श्री राम.....
# जय.….जय श्री राम.....
Chinta netam " मन "
"किताबों में उतारो"
Dr. Kishan tandon kranti
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
Shivkumar Bilagrami
हे मात भवानी...
हे मात भवानी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वो जो है नहीं....
वो जो है नहीं....
Madhavi Srivastava
हम कितने आजाद
हम कितने आजाद
लक्ष्मी सिंह
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
Abhishek Soni
छप्पय छंद
छप्पय छंद
seema sharma
कहते हैं हमें
कहते हैं हमें
Mahesh Tiwari 'Ayan'
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
मानव शरीर पाकर भी
मानव शरीर पाकर भी
Shweta Soni
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
दीद की आस
दीद की आस
Sonu sugandh
Loading...