Posts Language: Bhojpuri 967 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 Next Maya Sharma 5 Nov 2021 · 1 min read दीया सुमुखी सवैया-- घमण्ड रहे न अमावस के जब दीपक में उजियार रहे। जरे घर भीतर बाहर लौ हर झोंक बदे तइयार रहे। लड़े भर राति हरे तम के हर मारग... Bhojpuri · सवैया 377 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read महंगाई के मार आगी एने लागल पेटरउल के दाम में जुटल ओने मीडिया हिंदू-मुसलमान में... (१) आगी एने लागल अनाजे के दाम में जुटल ओने मीडिया भारत-पाकिस्तान में... (२) आगी एने लागल दवाई... Bhojpuri · गीत 269 Share Shekhar Chandra Mitra 5 Nov 2021 · 1 min read जनवादी गीत दीवाली केहू कइसे मनाई नेता जी छुएला आसमान महंगाई नेता जी... (१) मजदूरा पर पुलिस के लाठी जवन गिरल मरते दम ले ऊना भुलाई नेता जी... (२) ये मंदिर-मस्जिद के... Bhojpuri · गीत 404 Share Sarfaraz Ahmed Aasee 4 Nov 2021 · 1 min read बात तनिक ह हउवा जादा बात तनिक ह हउवा जादा लोग बनल ह कउवा जादा हाल बुरा बा चुल्हानी के रोटी से ह तउवा जादा घर मे अन्न के दाना नइखे गांव गांव में चउवा... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 343 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read डोली जहिए उठी हो डोली तहार गोरिया! तहिए उठी हो अर्थी हमार गोरिया!! एने हमरा पूजा के फूल कुम्हलाई ओने दोसर केहू लूटी बहार गोरिया!! #Geetkar Shekhar Chandra Mitra (A Dream... Bhojpuri · गीत 317 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read महंगाई हाय महंगाई हाय-हाय महंगाई हाय महंगाई हाय-हाय महंगाई (१) पहिले रहे ऊ डाइन बाकिर आज-काल भईल भउजाई हाय महंगाई हाय-हाय महंगाई... (२) जे ना समझल ऊ ना समझी हम समझेनी... Bhojpuri · गीत 357 Share Shekhar Chandra Mitra 4 Nov 2021 · 1 min read फुहड़ गीत गीतिया फुहड़ मत गाव रे गायकवा! अपना बिहार के देख ले हालतवा! ना तअ इसकूल- कालेज बा नीमन ना ही कल-कारखाना कवनो बड़हन असपताल के दूर-दूर ले नाहीं ठेकाना लोग... Bhojpuri · कविता 431 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 3 Nov 2021 · 1 min read दीया में के तेल झुराइल कइसन हाय दिवाली आइल। दीया में के तेल झुराइल। अच्छा दिन आवे आला बा, तहरा कुछऊ बात बुझाइल। शतक मारि के मोछि अँइठलस, सबजी, तेल, दाल गरमाइल। कवना फेरा में... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 322 Share Ranjeet Kumar 3 Nov 2021 · 2 min read पटाखा और प्रदूषण पटाखा उ वस्तु के नाम ह जेके पोंछी में आग लगावला से राउर ज़िंदगी में उ धमाका मचा देवे ला जेकरा से आपन लोग के त ख़ुशी मिली बाक़ी हो... Bhojpuri · लेख 530 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2021 · 1 min read नया उमर के प्यार बात के होई असर धीरे-धीरे जादू देखाई उमर धीरे-धीरे... (१) तन से मन ले कुछु ना बची क़ातिल होई नज़र धीरे-धीरे... (२) ताका-झांकी मिलल-जुलल सब कुछ होई मगर धीरे-धीरे... (३)... Bhojpuri · गीत 260 Share Shekhar Chandra Mitra 1 Nov 2021 · 1 min read गीतकार हम गीत लिखेनी हुज़ूर गाली नाहीं! बस प्यार चाहेनी राउर ताली नाहीं!! जेब से चाहे जेतना हम बानी फकीर दिमाग से तनको बाकिर खाली नाहीं!! ✍Geetkar Shekhar Chandra Mitra #जनवादीगीतकार... Bhojpuri · कविता 1 523 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Nov 2021 · 1 min read महंगाई के मार महंगाई के मार (भोजपुरी कविता)......... *************************** ऐह दीवाली सगरो हमें अंहार दिखेला। महंगाई के मार महंग समान मिलेला।। सबका हमसे रहला हरदम बहुते आशा लाख जतन करके भी हमरा मिलल... Bhojpuri · कविता 2 621 Share Suraj kushwaha 31 Oct 2021 · 1 min read कइसे होई खेती अब कइसे होइ खेती अब , डीज़ल के दाम बढल बा। कई बीघा खेत अब , पइसा के अभाव में परती पड़ल बा जोताई भइल पचास (50)के कट्ठा लेवाई सौ (100)... Bhojpuri · कविता 333 Share Suraj kushwaha 27 Oct 2021 · 1 min read काहे देखेलु तू हमके।। काहे देखेलु तू हमके, का हम अतना सुंदर बानी। मुँह से त कुछु बोलत नईखु, आखियाँ ताहर कहेला कहानी। बोल त हमहू देती, का कही हमहू लजानी। Bhojpuri · लेख 370 Share Suraj kushwaha 26 Oct 2021 · 1 min read चुनाव आइल नज़दीक त चुनाव आइल नजदीक त, दुआर पे आइले नेताजी। पूछलन हमरा बाबू जी से कवन काम नही होता जी, पेंशन,गैस कनेक्शन सब हमरा हाथ मे बा। बोल तहरा का बनवादी। ई... Bhojpuri · मुक्तक 307 Share Shekhar Chandra Mitra 26 Oct 2021 · 1 min read जात ना पूछे के चाहीं केहू से ओकर कबो जात ना पूछे के चाहीं! रोपया, ज़मीन या ज़ायदाद ना पूछे के चाहीं!! पूछे के बा तअ पूछ लअ भले इलिम या हुनर! भूलाइयो के बाकिर... Bhojpuri · कविता 1 224 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Oct 2021 · 1 min read तोहर गाँव कहाँ बा (कविता)भिखारी ठाकुर गाँव गाँव शहर शहर तू घुर रहल बाड़ऽ माटी के माथ पर लेप चानर जइसे तू चूम रहल बाड़ऽ सुन सुन ए बटोही तोहार गाँव कहाँ बा फाटल छिटल दूगो... Bhojpuri · कविता 10 7 1k Share Shekhar Chandra Mitra 25 Oct 2021 · 1 min read कबले अंधेर होई? सबेर होई हो फेर होई हो देसवा में कबले अंधेर होई हो... (1) कबले रही पतझर आख़िर बाग़ में चिरईन के इहवा बसेर होई हो... (2) एक होई धरती एक... Bhojpuri · गीत 365 Share Suraj kushwaha 25 Oct 2021 · 1 min read जा खुश रह ससुरा में सुन तानी ताहर शादी सेट हो गइल बा ।। जा खुश रह ससुरा में ताहर सहेली से हमार भेंट हो गइल बा। Bhojpuri · मुक्तक 1 1 355 Share आकाश महेशपुरी 24 Oct 2021 · 1 min read पिया पी के रहे पगलाइल कूलर फिरिज बेंचि आइल बाटे टिबियो उठऽवले पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले बाबूजी ई कहलें दामाद बाड़ें आला सोचनी ना बुझनी पेन्हाइ दिहनी माला तहिये से जिनिगी... Bhojpuri · भोजपुरी गीत 4 1 500 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 24 Oct 2021 · 1 min read चान निहारे चान माथे पर बा बिंदी टीका, ओठे पर मुस्कान। अद्भुत बा संयोग धरा पर, चान निहारे चान। साजन सम्मुख रहें हमेशा, बनल रहो ई प्यार। दुख-सुख अश्क खुशी नारी के, साजन... Bhojpuri · गीत 1 431 Share Shekhar Chandra Mitra 23 Oct 2021 · 1 min read बिनती *****शेर***** तू कबो तअ भेजअ कहीं से तअ भेजअ! हमरो ज़िंदगी में केहू के तअ भेजअ!! भेजेलअ जेकरा के रोज हमरा सपना में! परवरदिगार कहालअ सेहू के तअ भेजअ!! ****गीत*****... Bhojpuri · गीत 372 Share Ashok Sharma 22 Oct 2021 · 1 min read अदमी अउर सरप यदि सँपवा विष ना पावत, यदि ओके डंसे ना आवत। लोग पहिन के गटई में घुमते, बेचारा माला बन जावत। संपवा मनई के न नाता भवेला, तब मनई विष कहाँ... Bhojpuri · कविता 226 Share Shekhar Chandra Mitra 22 Oct 2021 · 1 min read कविता के मूल्यांकन का तहरा कविता से समय तहार बोलेला! का तहरा कविता से राजसिंहासन डोलेला! का तहरा कविता से पोल सबके खुलेला! का तहरा कविता से गरमी ख़ून में घुलेला! Shekhar Chandra... Bhojpuri · कविता 412 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Oct 2021 · 1 min read सुख के आशा सुख के आशा ************** कहिया ले मन के छली ई अंधेरा। कहियो त होई सुख के सबेरा। नया फूल खीली जीवन डगर में महँका दी हमका ऊ सगरो नगर में,... Bhojpuri · गीत 292 Share Maya Sharma 21 Oct 2021 · 1 min read महिषासुर मर्दिनी महिषासुर संग्राम के,लिहली माई जीत। देव-मनुज जै जै करें,बाकी सब भयभीत।।१।। महिषासुर के जीत लें,धरि के काली रूप। डर के टारत धुंध जब,निकले जय के धूप।।२।। महिषासुर के मर्दिनी,भरत चले... Bhojpuri · दोहा 391 Share Maya Sharma 21 Oct 2021 · 1 min read मजूरा किसान शक्ति छन्द--(मजूरा किसान) ************************* रवाइल सजी धान अब खेत में। कथी बा किसानन बदे नेत में।। बतायीं तनीं आजु भगवान जी। बनावल बिगाड़ल करीले सजी।।१।। भरोसा जता के किसानी करीं।... Bhojpuri · छंद 567 Share Ranjeet Kumar 21 Oct 2021 · 1 min read जइसे चाँद निकले सज के आवे जइसे सज जाला खेत सरसो फूल से, हमर दिल तनी जोर से धड़क जाला हो, जइसे चाँद निकले बदरी के कोर से, घूंघट सरके त ओकर चेहरा... Bhojpuri · कविता 377 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Oct 2021 · 1 min read लोक नृत्य आधारित मचल बाटे करमा के, धूम सजी ओरिया, सुनऽ ये सखी। सङ्गे-सङ्गे नाचत पंवड़िया, सुनऽ ये सखी। हरखू नचावतारे, देखऽ कठ-घोड़वा। घूमि-घूमि नाचे जइसे, नाचताटे मोरवा। बुधनी मगन नाचे-२ माथ लेई... Bhojpuri · गीत 1 305 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Oct 2021 · 1 min read विजया बा सूनर इनसे भी बात की उनसे भी बात की अगुआ कोई नहीं भी सहारा बना। बाढ़ में बरदेखुआ जवन आये रहे, उनके आवे के मौका न दुबारा बना। विजया ऐसे रहे... Bhojpuri · गीत 2 534 Share आकाश महेशपुरी 18 Oct 2021 · 2 min read असहिं का वृद्ध लो के होई दुरगतिया जन्म लेते पूत के उछाह से भरेला हिय, गज भर होइ जाला फूलि के ई छतिया। पाल-पोस के बड़ा करेला लोग पूत के आ, नीमने से नीमने धरावे इसकुलिया। होखते... Bhojpuri · भोजपुरी घनाक्षरी 1 1 780 Share Shekhar Chandra Mitra 18 Oct 2021 · 1 min read पवित्र हिंसा कवन बिपत पड़ जाई! कवन आफ़त आ जाई! दलितन के बेमौत मुअला से कवन क़यामत आ जाई! Shekhar Chandra Mitra #धार्मिककट्टरपंथ #दलितउत्पीड़न #CommunalPolitics Bhojpuri · कविता 436 Share Shekhar Chandra Mitra 17 Oct 2021 · 1 min read तालिबान के ख़िलाफ़ ना तअ हिंदू के ख़िलाफ़ बानी ना ही मुसलमान के ख़िलाफ़! हम तअ बानी सगरी मज़हब में बइठल तालिबान के ख़िलाफ़!! का केहू निकाल पायी कहियो एकरा से बचला के... Bhojpuri · कविता 232 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Oct 2021 · 1 min read लोक रीति- रिवाज विषय :- लोक रीति-रिवाज लोकभाषा/बोली :- खड़ी भोजपुरी #भूमिका :- उपर्युक्त विषयांतर्गत रचित अपनी में मैंने भोजपुरी भाषी नेपाल - बिहार सीमा पर अवस्थित तराई क्षेत्र के रीति-रिवाजों का कुछ... Bhojpuri · सवैया 1 610 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Oct 2021 · 1 min read लोक पर्व लोकभाषा/बोली :- खड़ी ठेठ भोजपुरी #भूमिका :- मैं इस रचना के माध्यम से बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल सीमा पर अवस्थित तराई क्षेत्र में मनाये जाने वाले लोक पर्वों का जिक्र... Bhojpuri · गीत 1 802 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 3 min read देहिया मेल खोजअता (हँसी ठिठोली) बुढउ बाबा बड़बड़ात रहलन आ दुगोला प्रोग्राम से बीचे मे खिसियाअ के उठ के चल दिहलन. बाबा बड़बड़ाएत जात रहलन आ कहत रहलन जे आजकल के हई बिरहा गाबे वला,... Bhojpuri · हास्य/हास्य-व्यंग्य 2 2 621 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 13 Oct 2021 · 1 min read दर्शन दऽ महतारी #विधा_पद (हे थावे वाली) दर्शन दऽ महतारी। भक्त द्वार पर, आइल तहरी, बा बहुती दुखियारी।। हाथ गदा त्रिशूल बा तहरी, सिंह हवे असवारी। लाल चुनरिया चमचम चमके, अद्भुत रूप तिहारी।।... Bhojpuri · कविता 295 Share Shekhar Chandra Mitra 13 Oct 2021 · 1 min read कमर तोड़ महंगाई हाय महंगाई हाय रे महंगाई आवेला रोवाई देखके महंगाई... (१) देसवा के अपना जाने कहां पहुंचाई... (२) अब कइसे होई लइकन के पढ़ाई... (३) हर चीज़ बेचाइल अब खेतवो बेचाई...... Bhojpuri · गीत 173 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read त पिटाई ना? मेहरारू- ए जी सुननि हअ रिंकिया के पापा पिटा गइलन? मरद- हइ तिवारी खूबे लौंडा पचिसी करत रहलन? त पिटाई ना? Bhojpuri · मुक्तक 1 349 Share Shekhar Chandra Mitra 12 Oct 2021 · 1 min read सामाजिक न्याय केहू करते-करते मुअत बा केहू कइला बिना मुएला केहू सुतले-सुतले मुअत बा केहू सुतला बिना मुएला कवनो भेद-भाव पर हमेशा अब जियरा हमार जरेला केहू खाते-खाते मुअत बा केहू खइला... Bhojpuri · कविता 150 Share Shekhar Chandra Mitra 11 Oct 2021 · 1 min read पहिला-पहिला प्यार जिया ले गईल हमार कजरा वाली हो प्यार के मंतर मार गजरा वाली हो... (१) ऊ कबो छत कबो खिड़की से देखलस हमके बेर-बेर मुड़के हमरा बचपन के यार के... Bhojpuri · गीत 256 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Oct 2021 · 1 min read क्रांति के राग जागी हिंदुस्तान एक दिन जागी हो मेहनतकश अवाम एक दिन जागी हो... जुलुम औरी शोषण के खिलाफ रोज छेड़ेनी हम क्रांति के राग हर मज़दूर-हर किसान एक दिन जागी हो...... Bhojpuri · गीत 335 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Oct 2021 · 1 min read किसान के लड़ाई केतना झेली आख़िर अवाम सम्भल के रहो तनी हुक़्मरान... (१) ज़ुल्म औरी शोषण के ख़िलाफ़ अब जागअता मज़दूर-किसान... (२) सत्ता से लेके व्यवस्था तक बदले वाला बा हिंदुस्तान... (३) मंदिर-मस्जिद... Bhojpuri · गीत 250 Share Shekhar Chandra Mitra 10 Oct 2021 · 1 min read जनवादी गीत देखल जाव हमनी के नेता लोग का करत बा जीअत बा अबहीन ले कि ऊ लोग मरत बा... (१) लागल बा देश के सेवा में कि आपन जेब भरत बा...... Bhojpuri · गीत 385 Share Dr. Kishan Karigar 9 Oct 2021 · 1 min read बेलूरा ब्यास गवैया हो गइलन? बेलूरा ब्यास गवैया हो गइलन? कहेम केकरा से हमनी के लाज लागे, बाकी होखनी के कौनो लाज नैखे? गावे के कुछो त गावतारे कुछो सबे बेलूरा व्यास गवैया हो गइलन?... Bhojpuri · कविता 2 461 Share आकाश महेशपुरी 8 Oct 2021 · 1 min read बरबादी के साल हवे ई बारिश ना हऽ काल हवे ई जिउवा के जंजाल हवे ई जामि गइल बा खोंता नीयर धाने के तऽ हाल हवे ई डूब गइल पानी में गाड़ी रस्ता हऽ कि... Bhojpuri · भोजपुरी ग़ज़ल/गीतिका 451 Share Maya Sharma 7 Oct 2021 · 1 min read मलिया (उबटन पात्र) **मलिया**(उबटन पात्र) कुण्डलिया– मलिया,बुकुवा-तेल बिन,झंखत बाटे आज। जेके समझि नुमाइसी,रखले हवे समाज। रखले हवे समाज,साथ में बा कजरौटा। अब ना ओकर पूछ,दिठौरी बिना मुखौटा। भइली आज अलोप,मोनिया दउरी डलिया। पूछे... Bhojpuri · छंद 381 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Oct 2021 · 1 min read पीड़ित किसान ख़ून में रंगाइल हाथ तहार तू का करबअ इंसाफ़ हमार... आवे वाला पीढ़ी तहसे गिन-गिनके हिसाब ली अपराध ना होई माफ़ तहार... चाहे केतनो तीरथ करअ या गंगा में डुबकी... Bhojpuri · गीत 279 Share Shekhar Chandra Mitra 6 Oct 2021 · 1 min read सोन चिरैया आख़िर कब खुली आंख तोहार देखअ का होता हो साथ तोहार जेइसे तू कबो ना उड़ पावअ आज नोचल जाता पांख तोहार Shekhar Chandra Mitra Bhojpuri · कविता 160 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 5 Oct 2021 · 1 min read साँची कहे तोरे आवन से आर्यन साँची कहे तोरे आवन से आर्यन जेलवा मा छाये बहार बबुवा ठण्डी परी करेजवा मा सभके जियरा को आये करार बबुवा ••• Bhojpuri · मुक्तक 1 243 Share Previous Page 11 Next