Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Oct 2021 · 1 min read

त पिटाई ना?

मेहरारू- ए जी सुननि हअ रिंकिया के पापा पिटा गइलन?
मरद- हइ तिवारी खूबे लौंडा पचिसी करत रहलन? त पिटाई ना?

Language: Bhojpuri
1 Like · 313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
मेरी कलम
मेरी कलम
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सारे गुनाहगार खुले घूम रहे हैं
सारे गुनाहगार खुले घूम रहे हैं
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
एक सलाह, नेक सलाह
एक सलाह, नेक सलाह
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
कवि दीपक बवेजा
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
जो कुछ भी है आज है,
जो कुछ भी है आज है,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
न  सूरत, न  शोहरत, न  नाम  आता  है
न सूरत, न शोहरत, न नाम आता है
Anil Mishra Prahari
संसार है मतलब का
संसार है मतलब का
अरशद रसूल बदायूंनी
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
जिंदगी.... कितनी ...आसान.... होती
Dheerja Sharma
अगर कोई आपको गलत समझ कर
अगर कोई आपको गलत समझ कर
ruby kumari
"अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत यत्नों से हम
बहुत यत्नों से हम
DrLakshman Jha Parimal
कोई मुरव्वत नहीं
कोई मुरव्वत नहीं
Mamta Singh Devaa
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मेरे हमसफ़र 💗💗🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मेरे हमसफ़र 💗💗🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Seema gupta,Alwar
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
*गाते गाथा राम की, मन में भर आह्लाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
वो मुझसे आज भी नाराज है,
वो मुझसे आज भी नाराज है,
शेखर सिंह
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2384.पूर्णिका
2384.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अगनित अभिलाषा
अगनित अभिलाषा
Dr. Meenakshi Sharma
तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा।
तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
You are painter
You are painter
Vandana maurya
समसामायिक दोहे
समसामायिक दोहे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
खंड 7
खंड 7
Rambali Mishra
चिड़िया!
चिड़िया!
सेजल गोस्वामी
मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर
मुझे भी आकाश में उड़ने को मिले पर
Charu Mitra
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
पूर्वार्थ
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
Shivkumar Bilagrami
प्राकृतिक सौंदर्य
प्राकृतिक सौंदर्य
Neeraj Agarwal
Loading...