ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
संसार में मनुष्य ही एक मात्र,
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Charlie Chaplin truly said:
विश्व हुआ है राममय, गूँज सुनो चहुँ ओर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
It is necessary to explore to learn from experience😍
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
गई नहीं तेरी याद, दिल से अभी तक
ख्वाबों ने अपना रास्ता बदल लिया है,
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
आइये तर्क पर विचार करते है
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
💐प्रेम कौतुक-438💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)