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16 May 2023 · 1 min read

सबके राम

मर्यादा के पुरुषोत्तम हो तुम
सदियो से दिल राज हो तुम
जीवन मनुष्य जीने का
इकलौता आधार हो तुम

हर पल जीवन का तुमरा
आदर्श बनी है अद्भुत गाथा
तप जप पग पग पूरा जीवन
मोह माया से पार लगाता

राजवंश के राजकुवंर तुम
अह किंचित भी ठहर ना सका
वंचित भी निकट सभी थे
सबका तुमने आलिंगन किया

बडके सबसे बडे भाऊ तुम
बडप्पन भार ना कभी दिखा
समान भाव, समान दृष्टि ने
हर प्राणीमात्र का चित् है हरा

कृपानिधान यह नाम सदा से
कृपा दृष्टि बरसाता जाए
मन दुख हरे, मिटे सब पीडा
सीया राम जो मन प्राण बसाए

Language: Hindi
3 Likes · 225 Views
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