Posts "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 92 authors · 325 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next OM PRAKASH MEENA 27 Apr 2024 · 1 min read मन कहता है मन कहता है मन कहता है अब तो मेरा हर किसी से प्यार कर अलसाये इस परिवेश में वीणा की झंकार कर त्यागी योगी और तपस्वी साधक तू तैयार कर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 61 Share हिमांशु Kulshrestha 27 Apr 2024 · 1 min read साथ.. तुम्हारे साथ ने कभी मुझे असमर्थता, अकेलेपन का आभास नहीं होने दिया.... तुम्हारा दूर रह कर भी हर घड़ी मेरे पास होने का एहसास मुझे अनन्त सम्भावनाओं की प्रेरणा देता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 40 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏 संवेदना का सौंदर्य 🙏 ☘️🍀❤️🍀☘️☘️ दिल दिमाग तन मन मंदिर सौन्दर्य श्रृंगारिक साज ताज भाव भावना पुष्प कुसमित नव पल्लव पल्लू सी सौंदर्य अदभूत संवेदी चाल ढ़ाल संवेदनशीलता जागरूकता साज... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 96 Share सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life) 27 Apr 2024 · 1 min read जीवन रंगमंच एक के बाद एक फतेह हाशिल करता रहा, मुकम्मल जीत फिर भी हाशिल ना हुई, जिंदगी ने चुनौतियाँ ऐसे पेश की मिरे सामने, मैं जितना ज्यादा जीतता रहा वो उतना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 9 89 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना की पहचान जीवन की पहेलियों में बिखरा,🍂 रंगीन रंगो में रंगहीन हैं मानव ही मानव से विग्रह क्यूँ है इस युग में संवेदना की पहचान करो।। समय के घेरे में चकरा रहा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 72 Share Dr. Vaishali Verma 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(फूल) 🌻🌹🌸🌺🌼 यूँ तो हम हैं सुंदर फूल, जो बढ़ाते है बग़ीचे की शोभा माली के अनुकूल, रंग बिरंगे प्यारे -२ ख़ुशबू से महकाते सभी के आँखों को भाते, सुख-दुःख में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 139 Share Alok Saxena 27 Apr 2024 · 1 min read निष्ठुर संवेदना दुष्कर पथ, प्रस्तर के टीले तप्त मार्ग , तपते रहना है l पथ अवरुद्ध करे यदि बाधा , नित संघर्ष करते रहना है l भावहीन चक्षुओं ने अनगिनत विध्वंस के... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 6 2 129 Share Minal Aggarwal 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना का फूल संवेदना का फूल मेरी बगिया का खिलता हुआ बिखेरता अपनी सुगंध चहुं ओर संवेदना का तारा मेरे आकाश का टिमटिमाता हुआ फैलाता अपनी रोशनी इस छोर से उस छोर संवेदना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 84 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 27 Apr 2024 · 1 min read तुम्हारी याद जब तुम्हारी याद आती एक तारा टूटता है शान्त ज्वालामुखी उर का दहकता है, फूटता है जब तुम्हारी याद आती कांच—सा मन दरकता है और नयनों से व्यथा का एक... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 85 Share goutam shaw 27 Apr 2024 · 1 min read जीवंत हो तभी भावना है जीवंत हो तभी भावना है , कुछ नरम गरम ख़्वाब है ; उम्मीद के धागा में बंधा ... मंजिल का तलाश है l पगडंडी कठोर , कही ठोकर - कही... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 8 6 92 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 27 Apr 2024 · 1 min read *नज़ाकत या उल्फत* लेखक डॉ अरूण कुमार शास्त्री विषय संवेदना शीर्षक नज़ाकत या उल्फत विधा स्वच्छंद कविता लजाती बलखाती इतराती शर्माती निकली हैं । आज रूप अनोखा दिखता है अरे ये तो मेरी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 123 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 27 Apr 2024 · 1 min read *उधो मन न भये दस बीस* लेखक - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - स्थान दिल्ली विषय संवेदना शीर्षक - *उधो मन न भये दस बीस* विधा स्वछंद काव्य प्रेम का निसर्ग और उन्मान अति निराला होता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 101 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदनहीनता #मन_बेचैन_हुआ!! ____________________ मानवता मे देख गिरावट, मन बेचैन हुआ! रिश्तों से मिट गयी तरावट, मन बेचैन हुआ!! नैतिकता शरशैय्या लेटी माँ को आँख दिखायें बेटी। नियत बेंच मनुज देखो अब-... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 100 Share Dr B.R.Gupta 26 Apr 2024 · 1 min read भाई बहन की संवेदना (रक्षाबंधन पर्व) बहन अपने भाई से--- मेरे प्यारे भइया,हम तुम एक डाली के फूल,एक डाली के फूल । जीवन में कुछ भी हो जाए, हमें न जाना भूल,भइया हमें न जाना भूल।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 82 Share Dr B.R.Gupta 26 Apr 2024 · 2 min read सूरज की संवेदना ढलते सूरज को देखकर मैने पूछा,रवि क्यों हो उदास, किस बात का गम है ,तुम तो हो सौरमंडल के बॉस। तुमसे ही इस धरती का जीवन है ,और आगे है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 81 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 26 Apr 2024 · 1 min read जनता की कैसी खुशहाली खुशहाली कैसी जनता की जनता की कैसी खुशहाली जनगणमन करता है क्रन्दन आहत भारतमाता का तन भागा भागा फिरता है मन सावन में बरस रही गाली जनता की कैसी खुशहाली... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 1 64 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 26 Apr 2024 · 1 min read दिल पर करती वार मरी हुई संवेदना, दिल पर करती वार। नादां इंसा क्या करे, पड़ा बीच मझधार।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 3 188 Share Deepesh Dwivedi 26 Apr 2024 · 1 min read विस्मरण जब चाह नहीं थी जीने की तब तुमने अमृत पिला दिया मर चुकी थी हर इच्छा मेरी सब आशाएं हत्प्राण हुई अंतर की उमंगे शून्य हुई तन की ऊर्जा मृतप्राण... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 57 Share Deepesh Dwivedi 26 Apr 2024 · 1 min read विरक्ति हमारे नेह के वे पल विसर्जित कर दिए हमने मिलन के वे सुनहरे क्षण तिरोहित कर दिए हमने कभी आहवान करते थे तुम्हारा आगमन तो हो क्षणभर सही तेरा वह... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 47 Share Krishna Manshi 26 Apr 2024 · 1 min read संवेदना मनुष्यता की जान है। * *संवेदना मनुष्यता की जान है* संवेदनशील मनुष्य सजीवता का प्रतीक है। संवेदनविहीन मनुष्य निर्जीविता का प्रतीक है। मनुष्य की इंसानियत, सोच समझ, ही करती उसे, अन्य जीव से अलग... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 67 Share Kanchan Alok Malu 26 Apr 2024 · 1 min read भूकंप धरा के कंपन से, जीवन हिल जाता है, भूमंडल के गर्जन से, अविचलता हिल जाता है। भूकंप की चपेट में, दिलों की धड़कनें थम जाती हैं, चीखें गूंज उठती हैं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 122 Share Kanchan Alok Malu 26 Apr 2024 · 1 min read योद्धा जंगलों की गहराइयों में, एक योद्धा अकेला, जीवन की लड़ाई में, चाहता था सुकून का मेला। उसकी मांग न थी जंग से, न था उसका इरादा हार, सिर्फ घर को... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 75 Share Ritu Asooja 26 Apr 2024 · 1 min read करूण संवेदना आज फिर जागी थी संवेदना, आंखों में चमक थी, दूर हूई थी वेदना चेहरे पर खुशी थी,जीवन में नयी आस दिखी थी। आज फिर से घर के दरवाजे खुले थे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 91 Share Shweta Soni 26 Apr 2024 · 1 min read देश का भविष्य देखती हूंँ,, जब किसी बच्चे को मैं, फुटपाथ पर सोते हुए... चंद सिक्के खनखनाते डाल देती हूँ, मैं उसकी झोली में.. और बढ़ जाती हूँआगे फिर पलट कर देखती हूँ..... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 58 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Apr 2024 · 1 min read दुनिया में कहीं से,बस इंसान लाना न जाने मुझे, ये क्या हो गया है? अंतस संवेदनहीन हो गया है? मेरा मानस जाने, कहां खो गया है? तुम्हें गर मिले, तुम मुझे भी मिलाना कहीं भी मिले,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 2 132 Share Jyoti Roshni 26 Apr 2024 · 1 min read तू खुद को मेरे नाम कर तुझे जाना है मेरी जिंदगी से दूर तो जा चला जा बेशक, बस इतना सा काम कर, हमने किया है खुद को तेरे हवाले,अब तू भी खुद को मेरे नाम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 42 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना बोलती आँखों से 🙏 संवेदना बोल रही आंखों से🙏 🍀☘️🙏🍀☘️❤️🍀☘️ भरी रसीली लाल रंजीत सी सागर सी आंखे संवेदना की आस अरमान से निहार रही लम्हा लम्हा तनहा गुजार रही निज वेदना को खुद... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 102 Share Vivek Ahuja 25 Apr 2024 · 1 min read सुदामा कृष्ण के द्वार "सुदामा "कृष्ण" के द्वार" रोज-रोज खूब चल रही , जब पत्नी संग रार गरीब सुदामा पहुंच गए ,आज "कृष्ण" के द्वार द्वारपाल ने रोक लिया , देख सुदामा हाल फटे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Best Poetry · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Krishna · Radhakrishn · कविता 4 93 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(कलम की दुनिया) 🍀🍀पेन,पेंसिल🍀🍀 यूँ कहो एक कलम हूँ। है मेरी अपनी एक नयी दुनिया जिसने महान जन के कार्यों को शब्दों की कहानी की गति से गढ़ा वीरों जैसी महान बलदानी संवेदना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 128 Share Sandeep Barmaiya 25 Apr 2024 · 1 min read आखिर मुझे कहना है संवेदना है वो वेदना है सर्द हवाएं,जो गर्म हुए थी आंधी तूफान की ,धूम मची थी आसमान भी नीला सा अंधियारे में वो काला सा जी हां संवेदना ,मत कर तू इतना, वेदना जो हो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · Best Poem · Viral · इमोशन · संवेदना · हिंदी Poem 2 95 Share Dr. Vaishali Verma 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना(सहानुभूति) 🍀*न दिखाओ* *अपनी झूठी* *सहानुभूति सबसे*🍀 *जानते हैं* *इस मिथ्या जगत में* *कैसे मिठिया सहानुभूति*🍀 *देकर ठुकराते हैं लोग* *संवेदना में न* *खोकर न बनने*🍀 *दे इसे छलिया रोग* *छल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 103 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना इंसान संवेदना को ईश्वर प्रदत गुण के रूप में पाता है, पर कहते हैं पत्थर हो जाओ तो जीना आसान हो जाता है। पत्थर हुए तो जाना कि वहाँ तो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 72 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read दीपावली की दीपमाला दिवाली पर्व है जीवन को रोशनी से जगमगाने का, पर्व, जीवन के अंधेरों को रोशनी से मिटाने का। दिवाली प्रतीक है जीवन में प्रकाश के रंग भरने का, जीवन में... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 50 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read अक्षम_सक्षम_कौन? कोरोना ने नए-नए सबक़ बहुत सिखाए हैं, लोगों को फ़ुरसत में समझ बखूबी आए हैं। वक्त के साथ मिले गहरे अनुभव हर रोज़ नए, कोरोना काल में सहज ही सहन... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 1 72 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Apr 2024 · 1 min read वेदना वेदना __________________________ वेदना मानव हृदय से मिट रही संवेदना की प्रश्न है यह यक्ष बोलो क्या कभी तुम पढ़ सकोगे? है पिता से पुत्र आहत, भ्रात से भ्राता कुपित है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 87 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 25 Apr 2024 · 1 min read छूटा उसका हाथ जुड़ी रही संवेदना, हर इक दिल के साथ। तड़पे दिल नादान सा, छूटा उसका हाथ।। "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहा 103 Share Shalini Mishra Tiwari 25 Apr 2024 · 1 min read मेरी संवेदनाएं कुछ जीवन का कोलाहल है, कुछ उलझे ताने - बाने हैं। कुछ पीड़ा की गहराई है, कुछ पतझड़ की अमराई है। कुछ सपनों के रेले हैं, कुछ हम भी पूरे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 67 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 25 Apr 2024 · 2 min read मुझसे मेरी पहचान न छीनों... मुझसे मेरी पहचान ना छीनों... मेरा भी अस्तित्व है अपना मुझसे मेरी जान ना छीनो, किसने दिया अधिकार ये तुमको मुझसे मेरी पहचान ना छीनों जिस घर में मैंने जनम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 93 Share Neeraj Agarwal 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना...2 शीर्षक - संवेदना ***** हमारे मन में संवेदना होती हैं। हमारे साथ तुम्हारी संवेदना रहतीं हैं। हम तुम संग एक संवेदना रखते हैं। इश्क और मोहब्बत में संवेदना होती है।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 153 Share surenderpal vaidya 25 Apr 2024 · 1 min read * संवेदनाएं * ** गीतिका ** ~~ हर समय जीवित रहें संवेदनाएं। स्नेह की शुभ भावना मन में जगाएं। भूख से कोई तड़पता न रहे अब। पास हो कुछ बांट कर सबको खिलाएं।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · संवेदनाएं · सार्द्धमनोरम छंद 3 85 Share आकांक्षा राय 25 Apr 2024 · 1 min read आत्महत्या सोचती हूँ, क्या वाकई आत्महत्या नाम की कोई चीज होती भी है? या नहीं ? क्योंकि अक्सर देखा है मैंने हर आत्महत्या के पीछे एक कारण और उस कारण के... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 13 4 197 Share Shalini Mishra Tiwari 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना मन भरा भरा हो जाता है जब तुझको कोई समझ न पाता है हूँ इंसान की नस्ल मैं भी क्यूँ मशीनों में आँका जाता है नहीं बोलती कुछ तो क्या... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 4 79 Share Khajan Singh Nain 25 Apr 2024 · 1 min read सवाल करना तो बनता है रिश्ते औपचारिक हो कर ऐसे ही धीरे-धीरे मरते हैं, आज हम संवेदनाएँ भी मैसेज से प्रकट करते हैं। सोशल मीडिया पर अजीब-अजीब चैलेंज आ रहे हैं, दंपत्ति की फ़ोटो डाल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 55 Share Jyoti Roshni 25 Apr 2024 · 1 min read कोई इशारा हो जाए हम तो मान चुके हैं तुम्हें अपना कभी से, तेरी तरफ से भी कोई इशारा हो जाए। प्यार तो वो है जो इंसान को और बेहतर कर दे, वो मोहब्बत... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 2 54 Share Kanchan Alok Malu 25 Apr 2024 · 1 min read स्पर्श पहला स्पर्श, सुहाना संवाद, हृदय की धड़कन, बढ़ती तड़प का एहसास। हाथों की स्पर्श, मिलन की पहचान, आत्मा का मिलन, प्रेम की हुई एक नई शुरुआत । आँखों में बसी,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 8 103 Share Kanchan Alok Malu 25 Apr 2024 · 1 min read गरीबी गरीबी की दुनिया, कठिनाई का संगाम, धूप में पसीने की बूंदें, अपने संग लेकर आती आती हैं। भूख की भीख में गुजरता बचपन, सपनों की उड़ान कभी नहीं भर पाता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 79 Share Kanchan Alok Malu 25 Apr 2024 · 1 min read जब भी उसकी याद आए, जब भी उसकी याद आए, आंसुओं में भर लेते हैं आँखें, दर्द को अपने दिल में छुपा, चेहरे पर मुस्कान संजोते हैं। उसके बिना जीना मुश्किल, पर उम्मीदें अभी जगी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 4 58 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 25 Apr 2024 · 2 min read समारोह चल रहा नर्क में नर्क, नर्क रह नहीं गया अब, भीड़ बढ़ रही, घनानन्द है। समारोह चल रहा नर्क में, द्वार न अब तक हुआ बन्द है ।। दूरदर्शनी चैनल अनगिन पत्र-पत्रिकाएं दिन-अनुदिन खड़े... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 5 96 Share goutam shaw 25 Apr 2024 · 1 min read कवियों का अपना गम लिखने वाले की कमी कहां, पढ़ने वालों में क्षीण हुआ, देख कविता का हाल तमाशा, हर एक कवि उदास हुआ। ओश से पत्ता पत्ता सारा बोर हुआ, बरखा रानी की... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 9 7 100 Share Dr MusafiR BaithA 24 Apr 2024 · 1 min read मौतों से उपजी मौत वह था इतना अकिंचन क्षुधा आकुल कि काफी हद तक मर गई थीं भूख की वेदनाएं उसकी और अन्न से ज्यादा भूख से ही अचाहा अपनापा हो गया था उसका... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 89 Share Previous Page 4 Next