Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2024 · 1 min read

तू खुद को मेरे नाम कर

तुझे जाना है मेरी जिंदगी से दूर तो जा चला जा बेशक, बस इतना सा काम कर,
हमने किया है खुद को तेरे हवाले,अब तू भी खुद को मेरे नाम कर।

न आयेंगे कभी वापिस तेरे पास हम,बस इतना चाहते हैं कि तू बैठ जा दो घड़ी मेरा हाथ थाम कर।
फिर चाहे आना न मिलने कभी हमसे,
चले जाना दूर से सलाम कर।

तेरे कदमों में रख दी है जान ये, तेरी मर्जी तू हमको संभाल ले या बदनाम कर।

खंजर होगा हाथ में तेरे, मेरे लिए, जानती हूं मैं, फिर भी कहती हूं तुझसे कि इन प्यालों में चाहे तो ज़हर दे या जाम भर।

2 Likes · 16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
3220.*पूर्णिका*
3220.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अब लिखो वह गीतिका जो, प्यार का उपहार हो (हिंदी गजल)*
*अब लिखो वह गीतिका जो, प्यार का उपहार हो (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Yu hi wakt ko hatheli pat utha kar
Sakshi Tripathi
पेट लव्हर
पेट लव्हर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दूसरों को देते हैं ज्ञान
दूसरों को देते हैं ज्ञान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सदैव खुश रहने की आदत
सदैव खुश रहने की आदत
Paras Nath Jha
#मुक्तक
#मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
बिछड़ जाता है
बिछड़ जाता है
Dr fauzia Naseem shad
मत छोड़ो गॉंव
मत छोड़ो गॉंव
Dr. Kishan tandon kranti
उलझ नहीं पाते
उलझ नहीं पाते
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
वट सावित्री अमावस्या
वट सावित्री अमावस्या
नवीन जोशी 'नवल'
💐प्रेम कौतुक-467💐
💐प्रेम कौतुक-467💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िंदगानी
ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
मेरे खतों को अगर,तुम भी पढ़ लेते
मेरे खतों को अगर,तुम भी पढ़ लेते
gurudeenverma198
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
शेखर सिंह
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
Anand Kumar
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
The_dk_poetry
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
रात……!
रात……!
Sangeeta Beniwal
ग्लोबल वार्मिंग :चिंता का विषय
ग्लोबल वार्मिंग :चिंता का विषय
कवि अनिल कुमार पँचोली
"सन्त रविदास जयन्ती" 24/02/2024 पर विशेष ...
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बेटी की शादी
बेटी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
दूध-जले मुख से बिना फूंक फूंक के कही गयी फूहड़ बात! / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*अजीब आदमी*
*अजीब आदमी*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यारों का यार भगतसिंह
यारों का यार भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
Loading...