Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 43 Next रामनारायण कौरव 10 Jun 2023 · 1 min read वतन के लिए जननी है ये हमारी ये तन उसके लिए, आओ जिए कुछ पल वतन के लिए। जन्मे है हम यहां सौभाग्य हमारा। ये देश हमारा कितना है प्यारा। हमारे लिए उर... Poetry Writing Challenge 1 282 Share रामनारायण कौरव 10 Jun 2023 · 1 min read अहंकार अहंकार की है हार होती हरबार फिर भी न जाने आदमी पर क्यों होता ये सवार। अहंकार से उजड़े कई के घरबार झेल रहे अनेक इसकी मार, प्रतिष्ठा,पद और पैसे... Poetry Writing Challenge 201 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read सफल साधना सरसी छंद सफल साधना को अनुमानों , कुछ लक्षण पहचान । हल्कापन शरीर में आता । उत्साहित मन जान। विशेष सुगंध देह समाती मिटती तन की पीर। त्वचा अंग फैले... Poetry Writing Challenge 276 Share Anand Kumar 10 Jun 2023 · 1 min read तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो… मेरी कलम से… आनन्द कुमार तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के आधार हो, तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के प्यार हो, तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के यशगान हो, तुम्हें... Poetry Writing Challenge · कविता · मेरी कलम से… आनन्द कुमार 181 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read विवेकानंद मुक्तक 01 हे भारत के जननायक । नहीं था कोई सहायक । स्वयं आपने दिखलाया । हिंद नेतृत्व के लायक । 02 संयासी का रूप देख । खींच ली दूरी... Poetry Writing Challenge 479 Share Anand Kumar 10 Jun 2023 · 1 min read मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम मेरी कलम से… आनन्द कुमार मेरी लूट चुकी दुनिया के, आखिरी निशान हो तुम, मेरे अपनों की भीड़ में, मेरी अंतिम पहचान हो तुम, रिश्तों के तुम रास्ता हो, मेरी... Poetry Writing Challenge 383 Share सतीश पाण्डेय 10 Jun 2023 · 1 min read प्रेम का विस्तार प्यार को बांटे, सब को अपना बना लें जरूरी कभी नहीं रहा ,खून के रिश्तों का होना यशोदा ,कृष्ण ,एक प्राण दो देह स्नेह की डोरी से सबको बांध ,... Poetry Writing Challenge 292 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read परंपराएँ कविता बिन समझें सब निभा रहे हैं । परंपराएं चला रहे है ।। परंपरा जो हुई पुरानी। कुछ अच्छी कुछ बुरी कहानी।। मृत्यु भोज उनमें से एका। परवश करते लोग... Poetry Writing Challenge 197 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read पूर्णिमा बारहमासी चौपाई चन्द्र पर्व पूनम को माना। चन्द्र किरण को निर्मल जाना ।। सुंदरता की पायी उपमा । चंद्र वदन शोभित ज्यों नगमा।। एक साल में बारह बारा। पूर्ण चन्द्र निज... Poetry Writing Challenge 309 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 10 Jun 2023 · 1 min read निर्जन पथ का राही निर्जन पथ का राही हूँ मैं, निज आँसू पीना आता है। बीहड़ता में रहकर मुझको, कांटों में जीना आता है ।। चाहे रोको मार्ग हवा का, या फिर ढक लो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 331 Share Manu Vashistha 10 Jun 2023 · 2 min read बच्चों को बच्चा रहने दो बच्चों को बच्चा रहने दो... उन्हें खुल कर हंसने दो,खिलने दो फूल की तरह जानने को उत्सुक कंकड़,पत्थर,पत्ते,लकड़ी,रेत समझे सृष्टि की अबूझ पहेलियां,प्रकृति से जुड़ने दो, बच्चों को बच्चा रहने... Poetry Writing Challenge 1 299 Share पंकज कुमार कर्ण 10 Jun 2023 · 1 min read वरदान “वरदान” वरदान दो, हे! मां विद्यादायनी। हमसब बालक हैं तेरे, अज्ञानी। बिन तेरे दया , कहीं ज्ञान कहां; दया कर दो, हे!मां हंसवाहिनी। सभी कहते तुझको, मां भारती। करते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 194 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 10 Jun 2023 · 1 min read फरेबी इंसान ये जो प्यार मोहब्बत की बातें है सब झूठे रिश्ते नाते है सब मन रखने की बातें है क्यूंकि..., एहसास से खाली लोग यहां बस छल कपट, दिखावा, झूठे वादे... Poetry Writing Challenge · SilentEyes · हिंदी शायरी 1 215 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 10 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदगी ख्वाब नहीं, ज़िंदगी एक हकिकत है एक क्षितिज पे दो जहान का संगम है इसका हर पहलू ख्वाब से होकर गुज़रे राह नहीं, जिंदगी तो एक मंजिल है सुंदर सा... Poetry Writing Challenge · SilentEyes · कविता · जिंदगी 1 183 Share Suman (Aditi Angel 🧚🏻) 10 Jun 2023 · 1 min read मैं नारी हूं पूजा हूं, अर्चना हूं मैं इस जग की भवानी हूं नारी हूं, उजियारी हूं मैं पावन नित बहती गंगा हूं ऊषा हूं, धरा हूं मैं वट की शीतल छाया हूं... Poetry Writing Challenge · Anthology · SilentEyes · कविता · नारी 2 198 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 10 Jun 2023 · 1 min read आज़ादी आज़ादी हम लेकर रहेंगे दिल में ये ठाने चले देश के लिए जान गंवाने पानी की तरह लहू बहाने ओ लोग थे ऐसे दीवाने. अटल-अडिग थे उनके इरादे नामुमकिन को... Poetry Writing Challenge 1 290 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 10 Jun 2023 · 1 min read गाँधी के इस देश में. दिन-ब-दिन सच्चाई हार रही फरेबी के केस में क्या-क्या हो रहा है अब गाँधी के इस देश में. मिलते हैं चोर यहाँ अक्सर साधु के वेश में क्या-क्या हो रहा... Poetry Writing Challenge 213 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 10 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण प्रदूषित हो रहा दुनिया का पर्यावरण । अब नहीं सुरक्षित धरती का आवरण । अतः क्यों ना जाएं हम प्रकृति की शरण । तभी रुकेगा सजीव-निर्जीव का क्षरण । मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 1 345 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 25 इक ख़ुदा पर रख भरोसा पल्लवी दुख नहीं रहता हमेशा पल्लवी मानती हूँ ज़िन्दगी नाराज़ है छोड़ मत उसको मनाना पल्लवी ये निज़ाम-ए-हक़ है तू यह जान ले चाँद घट... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 1 337 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 24 बनके ख़ुशबू फूल की सब को लुभाती है ग़ज़ल मस्त भौंरे की तरह भी गुनगुनाती है ग़ज़ल ज़िन्दगी से रू-ब-रू हमको कराती है ग़ज़ल और हर जज़्बात से परदा उठाती... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 1 207 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 23 मेरी ग़ज़लों में आकर मुस्कुराती हैं तेरी यादें मुझे अंदर से दीवाना बनाती हैं तेरी यादें मेरे नग़मों में धीरे से जो आती हैं तेरी यादें मेरे साज़ों में छुपकर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 1 317 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 22 कभी सब छीन लेता हूँ कभी नेमत लुटाता हूँ मुझे सब वक़्त कहते हैं मैं उँगली पर नचाता हूँ कोई मुट्ठी में जकड़े तो फिसल जाऊँ मैं पारे सा ज़माने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 2 408 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 21 नफ़रत की आग जलने लगी तेरे शहर में ये बात आज खलने लगी तेरे शहर में जो आश्ना थे कल मेंरे सब गुम कहाँ हुए हिजरत की चाह पलने लगी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 1 435 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 20 तय है सबका आना जाना दुनिया में रुक पाए कौन ख़ुद को ख़ुदा समझते हैं जो उनको यह समझाए कौन प्यार तुम्हारा दौड़ रहा है साथ लहू के रग रग... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 273 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 19 सोकर है जब उठता चाँद अर्श पे तब है उगता चाँद दुल्हन की बिंदिया जैसा अम्बर पे है सजता चाँद छोटे छोटे बच्चों को उनका मामा लगता चाँद इश्क़ में... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 231 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 18 होश आया था उम्र ढलते ही रह गये लोग हाथ मलते ही ज़िन्दगी तो फ़िसल गई यारों रह गया काम टलते टलते ही ये अनोखा निज़ाम-ए-आलम है रात आती है... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 357 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 17 जब आए अंत जीवन का ज़माना छूट जाता है जो पाई पाई जोड़ा था, ख़जाना छूट जाता है मिला जो है मुक़द्दर से उसी पर सब्र तुम करना नया पाने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 314 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 16 नसीबों से यहाँ पायें मुहब्बत तो भूले से न ठुकरायें मुहब्बत दिया है आपको जो दिल किसी ने तो जाँ दे कर भी जतलायें मुहब्बत अना को घर पे ही... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 216 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 15 रब ने दुनिया बनाई सभी के लिए चाँद सूरज उगे रौशनी के लिए दश्त बादल बने हैं नदी के लिए और बाद-ए-सबा ताज़गी के लिए रब की नेमत है ये... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 265 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 14 कसम झूठी जो खाओगे, निभाना भूल जाओगे रुलाना मत, वगरना मुस्कुराना भूल जाओगे कोई अपना कभी तुझको चुभायेगा अगर नश्तर नमक दुश्मन के ज़ख़्मों पर लगाना भूल जाओगे हक़ीक़त आईना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 1 240 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 13 उल्फ़त की, दोस्ती की, न शफ़क़त की बात है देखा यहां वहां तो अदावत की बात है गुजरे न रहगुज़र से वफाओं की वो कभी समझाऊं किस तरह ये मुहब्बत... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 219 Share Basant Bhagawan Roy 10 Jun 2023 · 1 min read ऐसा इजहार करू सोचू किस तरह, तुझपे नशीली वार करू कि हो जाए मोहब्बत, ऐसा इजहार करू। देखू दर्पण में तुझे मै, सज रही हो तुम देखू आंगन मे तुझे मै टहल रही... Poetry Writing Challenge · कविता 350 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 12 क्यूँ तीरगी सी छाई चराग़ों के दरमियान क्या हुस्न छुप गया है नक़ाबों के दरमियान नासूर बन गया कई सालों के दरमियान इक जख़्म जाने कैसा है छालों के दरमियान... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 195 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 11 वो हैं साहिल पे मगर मौज से डर जाते हैं हम तो तूफ़ान के अंदर भी उतर जाते हैं जान दे देते हैं कुछ लोग ज़ुबाँ की ख़ातिर जिनकी आदत... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 275 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 10 साँस और मौत के हैं खाने दो तीर है एक और निशाने दो आपका दिल या आपकी आँखें मेरे दुनिया में हैं ठिकाने दो इक मुहब्बत है इक इबादत है... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 208 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 9 सब को इस बात से इंकार नहीं हो सकता भेड़िया दश्त का सरदार नहीं हो सकता तज़्रबा मेरा है बेकार नहीं हो सकता शक अगर हो तो कभी प्यार नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 281 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read मेरा देश #विधा सरसी छंद स्वर्ग देखने की इच्छा हो देखो मेरा देश । भारत माता के दर्शन से मिटते सभी कलेश।। राजा राम अयोध्या नगरी धरती पर अवशेष । कृष्ण की... Poetry Writing Challenge 207 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 8 वो धड़कनों में बस गए हैं जान की तरह जो दिल में आए थे कभी मेहमान की तरह जज़्बात की हमारी ज़रा क़द्र भी करें बस इस्तेमाल मत करें सामान... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 191 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 Jun 2023 · 1 min read राज की बात विमोहा छंद कौन सी शान है देश का मान है ज्ञान की थी व्यथा कृष्ण गीता कथा । युद्ध की भूमि है जिंदगी धूप है ज्ञान की गंग ही पार्थ... Poetry Writing Challenge 230 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 7 देख कर उनको गिरफ़्त-ए-ग़म में भी हँसता हुआ अपने आँसू पोंछ डाले हमने ये अच्छा हुआ तर-ब-तर था कल मेरा दिल आज ये सहरा हुआ तुम गए हो जब से... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 280 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 6 तुझे देखे बिना चाहूँ ये हैरानी नहीं जाती मेरे अंदर है मीरा सी जो दीवानी नहीं जाती पता लग जाए दुनिया को मैं तुझसे मिल के जब आऊँ चमक फिर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 197 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 5 ज़मीं पर आसमाँ से आ गिरा हूँ नदी में डूबता ही जा रहा हूँ बताए कोई तो ताबीर इनकी मैं ऐसे ख़्वाब अक्सर देखता हूँ मैं पहले था मैं आगे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 341 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 4 मौत की नींद सो गईं आँखें अपनी हस्ती डुबो गईं आँखें उसने जब प्यार से मुझे देखा कितने सपने सँजो गईं आँखें रात फिर ख़्वाब में वो आया था मेरा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 199 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 3 एक साँस भी जब तक साहिबान बाकी है ज़िंदगी के पर्चे का इम्तहान बाक़ी है कितनी सच है ये दुनिया कितनी सच है वो दुनिया बस इसी पहेली का तो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 367 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 2 कभी चमकते हैं मिस्ल-ए-गौहर, कभी सितारों से जल रहे हैं ये ख़्वाब आँखों से मोती बन कर हमारे गालों पे ढल रहे हैं गई जो दौलत तो दोस्त सारे नज़र... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 182 Share Pallavi Mishra 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल 1 कहीं पे सहरा में आब-ए-दरिया बहा रहा है वही ख़ुदा है जो दश्त में भी गुलों की चादर बिछा रहा है वही ख़ुदा है कमी नहीं है जहाँ में आकर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल · शायरी 267 Share surenderpal vaidya 9 Jun 2023 · 1 min read उम्र खेलने की ** गीतिका ** ~~*~~*~~*~~*~~*~~*~~ उम्र खेलने की है लेकिन, बोझ काम का भारी। देख रही है चुपके-चुपके, यह सब दुनिया सारी। मासूमों की कौन सुनेगा, कानून हुआ अन्धा। भ्रष्ट व्यवस्था... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · बाल मजदूरी 1 174 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 9 Jun 2023 · 1 min read गर्मी बरसती आग है शोले गिरा रही गर्मी। चढ़ा कर त्यौरियाँ आँखें दिखा रही गर्मी। चढ़ा तेवर भला क्यों है नहीं कोई भी जाने, सभी को हद से ज्यादा क्यों सता... Poetry Writing Challenge 202 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Jun 2023 · 1 min read माँ का महत्व घनाक्षरी 01 व्हाटसप पर माता , फेसबुक पर माता , चित्र में शोभित माता , दिल में माँ चाहिए । वृद्धाश्रम पर माता , मंदिर मंदिर माता , तीर्थाटन राह... Poetry Writing Challenge 250 Share पंकज कुमार कर्ण 9 Jun 2023 · 1 min read फागुन फागुन ****** बीता पूस माघ, अब फाल्गुन आयेगा; अब बसंती कोयल, नित खूब गाएगा। हवा में रंग उड़ेंगे, खूब गुलाल बिखरेंगे; हर तन-मन को ही , ये फागुन भाएगा। ये... Poetry Writing Challenge · कविता 440 Share Previous Page 43 Next