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10 Jun 2023 · 1 min read

अहंकार

अहंकार की है हार
होती हरबार
फिर भी न जाने
आदमी पर क्यों
होता ये सवार।
अहंकार से उजड़े
कई के घरबार
झेल रहे अनेक
इसकी मार,
प्रतिष्ठा,पद और पैसे का
होता अहंकार।
रूप का भी होता
कई को अहंकार।
परिणाम पर अहंकार के
कर लो विचार।
अहंकार मुक्त हो
हमारे आचार।

रामनारायण कौरव

Language: Hindi
166 Views
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