Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 223 authors · 531 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: नेक सलाह पापा की 🙏शीर्षक: नेक सलाह पापा की अब सोच लिया मैने कि काम करना है अपनी हिम्मत से किस्मत को बदलना हैं गलत के आगे झुकना नही सोच बदलना हैं माँ पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 155 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:मेरी हिम्मत आप है पापा शीर्षक: मेरी हिम्मत आप है पापा है आँधियां तूफान जीवन की दौड़ में हर पल उथलपुथल हैं जीवन की राह में फिर भी चलती हूँ हिम्मत दी आपने आपके बताए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 164 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:लाड़ पापा का लाड़ प्यार के वो जमाने कभी मेरे भी अपने हुआ करते थे कभी किसी रोज अपने पापा की दुलारी मैं भी हुआ करती थी। प्रकृति कठोर हो बहुत तुम ममता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 168 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 8 Jun 2022 · 1 min read बाबुल की स्मृति चिन्ह डॉ अरूण कुमार शास्त्री 💐 एक अबोध बालक💐 अरुण अतृप्त बचपन से लेकर मानस में नाम एक ही चिन्हित है सारे जग से जो अलग थलग सर्वाधिक सर्वोच्च सर्वोत्तम है... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 486 Share Anil Kumar 7 Jun 2022 · 1 min read धन्य है पिता धन्य है पिता जीवन की हर सुबह चल पड़ते है वे दिनभर गतिशील दो पैर, जो कभी रुके नहीं हर दिन ढेरों जिम्मेदारी लिये घर का भार वहन करते बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 7 455 Share Madhu Mundhra Mull 7 Jun 2022 · 2 min read मेरे जन्मदाता *मेरे जन्मदाता* क्या लिखूं मैं उनके बारे में, जो मेरे जन्मदाता थे, एक पिता एक सखा से बढ़ कर वो मेरे निर्माता थे। उनके बिन जीने की कल्पना भी न... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 193 Share indu parashar 7 Jun 2022 · 2 min read पिता, पिता बने आकाश पिता न बदले थे न बदलोगे,जमाना गर बदल जाए। रहे जैसे रहे वैसे,जमाना भर बदल जाए। हिमालय सी वो ऊंचाई,वहीं सागर सी गहराई। हृदय में प्रेम की ऊष्मा, कहां थी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 837 Share Dr.Priya Soni Khare 7 Jun 2022 · 1 min read पिता तुम्हारी छाया में बड़ा सुख पाया है, मैं तुम्हारा ही अक्स हूँ, तुम ही ने मुझे बनाया है| कभी डांटा कभी चांटा ,अक्सर गोदी में उठाया है| मुझे आकार देने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 10 415 Share Dr Manju Saini 6 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: मुक्तिपथ पर पापा शीर्षक: मुक्तिपथ पर पापा आप क्यो चले गए मुक्तिपथ पर… कितनी सहज व सरल गति से बिन बोले बिन कहे ह्रदय आघात मेरी आँखों से रुक ही नही रहा जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 325 Share Dr Manju Saini 6 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा का विलय शून्य में शीर्षक: पापा का विलय शून्य में पापा का विलय शून्य में… शून्य से शुरू व शून्य पर ही अंत बस यही तो है जीनव की डगर इसी राह पर चल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 162 Share Sweety Singhal 6 Jun 2022 · 2 min read पापा क्यूँ कर दिया पराया?? पापा क्यों कर दिया पराया? जब मैं इस दुनिया में आई, कितनों के मन को ना भाई। पर तुम ने सीने से लगाया... पापा फिर क्यों किया पराया? रात रात... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 9 562 Share TARAN VERMA 6 Jun 2022 · 1 min read पापा महान है सीने मे एक दर्द सा लेके बच्चों का पालन करते है ऐसे मेरे पापा महान है। कैसे वो अनुमान लगाते की बच्चा क्या कर रहा ऐसे मेरे पापा महान है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 241 Share Taj Mohammad 6 Jun 2022 · 1 min read पिता का मर्तबा। बड़ा ही आला है जहां में पिता का मर्तबा। जिम्मेंदारियों का होता है पिता का रुतबा।।1।। अच्छे वालिद का होना हर किसी में नहीं। मुस्तकबिल संवारता है पिता का ओहदा।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 404 Share Taj Mohammad 6 Jun 2022 · 1 min read पिता जीवन में ऐसा ही होता है। हर विपत्ति को चुपचाप ही सहता है। ये पिता है पिता जीवन में ऐसा ही होता है।। स्वयं को भूलकर,,, सबका ही ख्याल रखता है। सबकी ही जिंदगी को,,, वह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 388 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ --------------------------------------// आप सभी को ऐसा लगता होगा के "सूरज" संध्या समय डूब जाता होगा । ये सच नहीं है... वो धरा की दुसरे हिस्से में बसे अपने बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 3 6 418 Share Dr Manju Saini 5 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:ये डरावना शोर सा क्यूँ हैं पापा शीर्षक:ये डरावना शोर सा क्यूँ हैं पापा मेरे दिल मे आज एक तूफान सा हैं एक शोर हैं अनजाना सा शायद इसलिए मुझे कुछ अजीब सी डरावनी सी एक तस्वीर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 341 Share डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय' 5 Jun 2022 · 1 min read पिता मन मे बाधा रहकर भी, मुख में मुस्कान होने वाला। पस्त होकर भी अपने परिवार का भूख मिटानेवाला। अपना परिवार की खुशी देख ने केलिए पसीना निकालने वाला। समस्यो से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 13 430 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 2 min read शीर्षक: पापा का अंतिम समय शीर्षक: पापा का अंतिम समय पापा का अंतिम समय… आप चले गए बिना बताए यूँ ही चुपचाप कोई पदचाप भी नही की ओर चल दिये अंतिम पल में जब आप... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 213 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:सब सीखा पापा से शीर्षक:सब सीखा पापा से सब सीखा हैं पापा से… मैने तो जीवन राह पर चलना भी सीखा पापा से मैंने हमेशा हालात से लड़ना सीखा अपने पापा से मुसीबत में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 231 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:सुनो ना पापा शीर्षक:सुनो ना पापा पापा… आप मेरी पुकार को सुनो ना आपके जाने से मैने बहुत दुख सहे हैं दुनिया ही मानो मेरी तो सूनी हो गई कोई भी अपना सा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 214 Share Dr Manju Saini 4 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:मेरी पहचान सिर्फ पापा से शीर्षक:मेरी पहचान सिर्फ पापा से आज भी घर जाती हूँ तो पहचान आप से ही मेरी आज भी खुद की पहचान मेरी कुछ नही आप की दी हिम्मत ही अब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 147 Share Rajeev kumar 4 Jun 2022 · 1 min read पिता विशेष पिता का प्रेम हर मुशकिल में काम आता है । पिता का साया डर है घबराया ठहरा नहीं । पास संपत्ती पिता की अभिव्यक्ति समय साथ । हद से ऊँची... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 3 4 346 Share सतविन्द्र कुमार राणा बाल 4 Jun 2022 · 1 min read जनक नभ का भी कम ही सुना, जिनसे कुछ विस्तार कर्मठ रहना फ़र्ज़ है, जिनका हर निशि-वार जिनका हर निशि-वार, गात मिहनत में गलता आत्मज का शुभ स्वप्न, स्वयं नैनों में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कुण्डलिया 4 3 281 Share Buddha Prakash 4 Jun 2022 · 1 min read पापा करते हो प्यार इतना । पापा तुम मुझको, इतना प्यार करते हो, मम्मी से भी ज्यादा, मेरा ध्यान रखते हो । दिन-दिन भर मेहनत करके, मेरी जिद पर खिलौना लाते हो, मेरे रूठ जाने पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · बाल कविता 8 6 909 Share Shubham Shankhydhar 3 Jun 2022 · 1 min read निस्वार्थ पापा पापा मेरे तुम वीर हो, गुजरे हो तुम जिस दौर से तुम शांत चित्ता दृण सुरेशा पर लगते हो मुझको चोर से तुम व्यथा को हो छुपाए कि हम ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 3 502 Share Dr Meenu Poonia 3 Jun 2022 · 1 min read ऐसे हैं मेरे पापा हमारी खुशी के लिये घोड़ा भी बन जाते संवारते हमारा बचपन हैं पापा, भावना अपनी नहीं करते व्यक्त लेकिन संवेदना का भण्डार हैं पापा, हमारे उज्ज्वल भविष्य के लिये दिन-रात... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 342 Share Rajeev kumar 3 Jun 2022 · 1 min read पिता घर की खुशहाली पिता दुर करते तंगहाली पिता ख़ुद जीते बदहाली पिता परिवार उपवन और माली पिता तरक्की की सीढ़ी पिता पुजे गए हर पीढ़ी पिता घर रौशन और रौशनी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 3 214 Share Rajeev kumar 3 Jun 2022 · 1 min read पिता सागर की गहराई और हिमालय का सीना सा पिता शरद की ठीठूरती रातें और चिलचिलाती धुप का महीना सा पिता भले ही हो दीना सा पिता गृहरूपी अँगूठी का नगीना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 290 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 3 Jun 2022 · 1 min read पिता ऐसा अचूक प्रमेय है पद पिता का संभ्रांत है पर प्रेम सदा ही ध्येय है अनसुलझे सवालों का हल है ये पिता ऐसा अचूक प्रमेय है त्याग व तप का प्रमाण है जिसका त्याग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 7 268 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read पितृ नभो: भव:। माता स्वर्ग: , पिता धर्म: । माता तीर्थमयी , पिता देवमय: ।। जननि स्वर्गादपि । पिता मूर्त्ति: प्रजापते ।। नास्ति मातृसमा गतिः । नास्ति पितृसमा छाया ।। सत्यं माता ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · श्लोक 2 2 451 Share Santoshi devi 3 Jun 2022 · 1 min read पिता ऐसा क्या कह देता हैं पिता , जब देखो तब बच्चे नाराज हो गए। सूरज सी हैं जिंदगी तपना तो हैं। खुरदरा पथ हैं जिंदगी चलना तो हैं, आंधी झंझावत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 395 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read पिता है मेरे रगो के अंदर। मेरी धरती मेरा अम्बर, मेरी सृष्टि मेरा समंदर, बनके लहू बहते है मुझमें, पिता है मेरे रगो के अंदर।। सर से लेकर पांव तक, धूप से लेकर छांव तक, पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 298 Share Taj Mohammad 3 Jun 2022 · 1 min read मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरा अभिमान मां है तो, मेरा स्वाभिमान है पिता। मेरी मां पृथ्वी है तो, मेरा आसमान है पिता।। मां मेरी जननी है तो, मेरी पहचान है पिता।। मां ने मुझे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 1k Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 1 min read .✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ---------------------------------------------------- // पिता..! हमारे जीवन सृष्टि के है शिल्पकार... वो है जनक हम उनका अविष्कार... बिना उनके कैसे मिलता व्यक्तित्त्व को नया आकार... संसाररूपी कश्ती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 6 12 349 Share navya36v 2 Jun 2022 · 1 min read पिता बचपन मे अपने कंधे पर बिठाता है धीरे-धीरे सहार दे खड़ा होना सिखाता है उंगली पकड़ कर चलना भी बताता है दौड़ते वक्त वो गिरने से बचाता है वो और... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 209 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Jun 2022 · 1 min read पिता गलतफहमी है के अलाव सा है पिता घना वृक्ष है पीपल की छाँव सा है पिता लहजा थोड़ा अलग होता है माना पर प्रेम अंतस में लबालब भरा है अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 11 495 Share सुनीता महेन्द्रू 2 Jun 2022 · 1 min read पापा मेरे पापा ॥ पापा शब्द नही मेरे पास बयां करने को, आप के लिए, सारी खुशियाँ मिल सके मुझे, इसी कोशिश मे लगे रहते हो आप, देख कर विश्वास मुझपर, करीब पाती हूँ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 5 998 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️जीवन की ऊर्जा है पिता...!✍️ ✍️जीवन की ऊर्जा है पिता...!✍️ -----------------------------------------------------------// यदि आप अपने जीवनी के आरंभ को याद करोगे तो सबसे पहले उँगली थामे हुए पिता को पाओगे नन्हें नन्हें झकोलते कदमो के प्रारंभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 8 334 Share AMRESH KUMAR VERMA 2 Jun 2022 · 1 min read विधाता स्वरूप पिता जिन्होंने मेरे उद्भव के पश्चात अग्रु पकड़ पधारना सिखाया क्षुद्रता में बिस्किट, चॉकलेट मांगने पर कर देते अर्पण हमें वही हमारे ईश्वर स्वरूप पिता । जिन्होंने प्रसव में दुराल के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 8 829 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: आप समझोगे पापा शीर्षक: आप समझोगे पापा मेरा दुःख आप समझोगे जरूर पापा आपके बिना नही अब कोई मेरा बिन बोले ही समझोगे पता है मुझे तभी तो स्वप्न में दिखोगे मुझे पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 228 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक: बंधन पापा बेटी का शीर्षक: बंधन पापा बेटी का एक न्यारा सा प्यारा सा बंधन देखो हम दोनों का दुलार प्यार भरपूर दोनो का आज भी पापा इंतजार आपका क्योंकि बंधन पापा बेटी का…!... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 187 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:क्या जानते हो पापा.? शीर्षक:क्या जानते हो पापा.? क्या जानते हो पापा..? शिकायतें बहुत है करनी है आपसे क्योंकि आपके अलावा किसी ने जाना ही नही रह तक मुझे। क्या जानते हो पापा..? बहुत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 204 Share Dr Manju Saini 1 Jun 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा के स्नेह की छांव शीर्षक:पापा के स्नेह की छांव रखी आपने सदैव ही आने नेह की छांव दुखों की सारी तपन झेल ली अपबे आप आंच नही आने दी कभी मुझ तक आपने साथ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 162 Share Umesh Kumar Sharma 31 May 2022 · 1 min read पिता वो जो कुछ बातें मैं कहीं आधी अधूरी छोड़ आया था, चाहता था कि तुम उन अधूरी बातों को ठीक उसी तरह करो जो मेरे वक़्त में मुझे करनी थी,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 5 460 Share TARAN VERMA 31 May 2022 · 1 min read पापा कहाँ हैं? हर एक दिन बीत रहे सालों साल दशक बीत रहे सवाल यही वो पापा कहाँ हैं? रौनक ना जिनके होने से खुशियाँ रूठ सी जाती हैं सवाल यही वो पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 7 249 Share Prabhudayal Raniwal 31 May 2022 · 1 min read पिता बिना संसार सूना ************************************* जिसने भी- अपने पिता का आशीष पाया। समझो! उसने- विधाता का आशीष पाया।।१।। पिता ही- "पिता परमेश्वर" का प्रतिरूप है। संतान के लिए- पिता ही ईश्वर का रूप है।।२।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 1k Share Meenakshi Nagar 31 May 2022 · 1 min read पिता की याद "एक छोटी सी बच्ची जो अपने पापा को नहीं मिल पाती अपनी माँ को शिकायत करती है " माँ तुम मुझे सुबह जल्दी उठाती क्यों नहीं लेट हो गई हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 32 51 585 Share Sushma Singh 31 May 2022 · 1 min read पापा क ई रातें जागे हैं पापा क ई रातें जागे हैं ------------------------ जब मैं छोटा बच्चा था मुझको बुखार हो जाता था। पापा रातों को जागकर, मुझको सुलाया करते । तब मैं चुप हो जाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 171 Share Sushma Singh 31 May 2022 · 1 min read पिता पेड़ सी छाया देते पिता पेड़ सी छाया देते -------------------------- जब कभी सोचती हूं मैं, पेड़ सी छाया देकर, पिता!ने हम सबको पाला। उनकी छाया में हम शीतल होते, फिर भी बच्चों से कोई,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 260 Share Sushma Singh 31 May 2022 · 1 min read पापा तुमने पढ़ाया मुझको पापा तुमने पढ़ाया मुझको -------------------------------- पापा! बचपन में तुमने पढ़ाया मुझको, ज्ञान देकर अपना,नेक इंसान बनाया मुझको । आज जो भी हूं, आपका उपकार है, आदर्श और महानता का पाठ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 161 Share Previous Page 3 Next