Comments (6)
8 Jun 2022 02:19 PM
बेहतरीन रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
8 Jun 2022 12:08 PM
बेहतरीन कविता, DR.ARUN ।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Author
14 Feb 2024 09:44 AM
Ji respected Dr आशा जी अवश्य पढ़ता हूं और अपनी प्रतिक्रिया भी देता हूं
8 Jun 2022 10:28 AM
वन्दनीय ..भावपूर्ण .. सार्थक सृजन .. आदरणीय
— “पिता” विषय पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें ।
कविता पर पहुंचकर प्रथम उसे भावपूर्ण होकर जरूर पढ़े, तद्नुरूप like & comment करें ।
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
आपके भाव को सलाम आदरणीय भावना जी अवश्य पढ़ता हूं और अपनी प्रतिक्रिया भी देता हूं सादर नमन