Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 224 authors · 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Dr Manju Saini 30 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की जुबानी उलझी सी जिन्दगानी शीर्षक:पापा की जुबानी उलझी सी जिन्दगानी ए जिंदगी तू कितनी उलझी सी क्यों हैं..? बिन स्वर की गजल सी क्यों हैं आ मेरे शब्दों में तरंग डाल और स्वर लहरी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 125 Share Godambari Negi Pundir 30 May 2022 · 1 min read "पिता कुटुंब की धुरी" पिता धुरी कुटुंब की, घूमे सब चहुंओर। श्रम-स्वेद बहा रहा, नाच रहा मन मोर।। ज़रूरत होती पूरी, होता है पिता ज़रूरी। मिले पिता अवलंब, मिलता जीवन छोर।।1 मनोबल देता पिता,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · घनाक्षरी 4 7 250 Share Ankita Patel 30 May 2022 · 1 min read वो कितना अमीर? वह पर्वत से ऊंचा है सागर से भी गहरा है मुझ पर पड़ने वाली हर छाया पर पापा का पहरा है नि:शब्द रह गई मैं जब उनके बारे में कुछ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · Ankita Patel · Father Special Poem · Parents Dream Poem · Parents Love · कविता 3 7 323 Share Meenakshi Nagar 29 May 2022 · 1 min read पिता पापा का प्यार भी अजीब है डांट कर बुलाते भी है प्यार से खिलाते भी है , मेरी ईश्वर से एक ही गुजारिश है छोटी सी लगानी एक सिफारिस है... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 28 35 593 Share Sushma Singh 29 May 2022 · 1 min read पापा कोई आपसा नहीं पापा कोई आपसा नहीं -------------------------- पापा सारे जहां में आपसा कोई नहीं, तपते हो हम बच्चों के लिए यह है सही कभी नहीं थकते सदा मुस्कुराते हो, अपनी ताकत हम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 128 Share Sushma Singh 29 May 2022 · 1 min read बचपन की धुंधली यादें बचपन की धुंधली यादें -------------------------- यादें मेरी आज भी धुंधली सी हैं, मुझको जब कांधे में बिठाकर, पापा! दौड़ा करते । और घर में हम बच्चों के साथ खेला करते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 347 Share सतविन्द्र कुमार राणा बाल 29 May 2022 · 1 min read बागबाँ जरूरत को, शिकायत को सही पहचान पाता है, बने जब बाप कोई जन निभाना जान पाता है। नहीं आलस जगह रखता, नहीं परवाह को छोड़े, सही हर बागबाँ कर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 360 Share Dr Manju Saini 28 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा की सीख शीर्षक:पापा की सीख रिश्तों की अहमियत समझाई आपने ही तभी तो आज मैं खुश रह पाई परिवार में ही आज मेरा हर रिश्ता बहुत खूबसूरत हैं ही आज भी आपकी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 133 Share TARAN VERMA 28 May 2022 · 1 min read पिता का साया एक अनोखी सुकून है देता फिक्र का आभास दिलाता आत्मविश्वास को जो बढ़ाता वही तो है पिता का साया। संघर्ष सदा सिखाते जो है बिना रोक आगे बढ़ाते जो हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 199 Share Dr Manju Saini 28 May 2022 · 1 min read शीर्षक:टीस पापा के जाने की शीर्षक: टीस पापा के जाने की आपकी बातें आपका प्यार आपकी यादे,अतुलनीय उपहार मेरे लिए जब कभी आपकी याद सताती हैं तो बस इन्ही सब के सहारे उभर पाती हूँ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 109 Share Meenakshi Nagar 28 May 2022 · 1 min read पिता "सबसे अनमोल तोफा पिता" कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है, पिता बच्चों का भगवान और आसमान है| कभी हंसी तो कभी अनुशासन है, कभी मौन तो कभी भाषण है पिता|... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 31 40 965 Share Dr. ADITYA BHARTI 28 May 2022 · 1 min read पिता को मैं क्या लिखूं ? पिता का पराक्रम लिखूं, शौर्य लिखूं,साहस लिखूं या लिखूं पिता के पुरुषार्थ की कहानी पिता का त्याग लिखूं, बलिदान लिखूं, फ़र्ज़ लिखूं या लिखूं जिसने खत्म कर दी अपनी जवानी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 14 255 Share 789 Yashbardhan Raj 28 May 2022 · 3 min read मेरे पापा लिखना चाह रहा मैं पिता पर कविता, पर लिख नहीं पा रहा हूँ | क्या - क्या लिखूँ पापा पर मैं, ये समझ नहीं पा रहा हूँ | फिर भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 7 700 Share साहिल 28 May 2022 · 2 min read आदर्श पिता पिता का अर्थ हीं होता है पता होना, अर्थात अपने पुत्र की हर गतिविधि भावना व विचार का पता होना । एक आदर्श पिता अपने पुत्र के हित के लिए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लेख 16 11 829 Share Dr. ADITYA BHARTI 26 May 2022 · 2 min read पिता लिख रहा हूं हर शब्द में ही मुझे पिता का अस्तित्व दिख रहा है ये कौन कलमकार है? ये कौन लिख रहा है? ये कौन लिख रहा है? तुम सुनाते हो पिता की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 16 21 432 Share umesh mehra 26 May 2022 · 1 min read पिता जिंदगी की अपनी हर तस्वीर बदलते देखी है। पिता के हुनर से अपनी तकदीर बदलते देखी है।। परिवार की खातिर तपता रहा वो धूप में। दिखता है खुदा मुझको अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 3 558 Share Vandana Namdev 26 May 2022 · 1 min read पिता उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, सही क्या ,गलत क्या , सब कुछ बताया। थके जब कदम लड़खड़ा कर जमीं पर, पिता ही तो थे, जिसने हमको उठाया। आसां नहीं थे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 396 Share Chandra Prakash Patel 26 May 2022 · 1 min read ... पिता बच्चों के खातिर जिसने, तन, मन, धन सब वार दिया। जीवन भर संघर्ष कर, हर सुख का त्याग किया । वो हैं सबसे प्यारा.... पिता ।। उंगली पकड़कर चलना सिखाया,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 477 Share ★ IPS KAMAL THAKUR ★ 26 May 2022 · 1 min read पिता तू है तो मिलती मुझे खुराक है तू बच्चों की दुनिया का अनोखा ख्वाब है तू है तो दुनिया कितनी हंसी है तु नही तो कुछ भी नहीं है तू... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 740 Share Anamika Singh 25 May 2022 · 2 min read पापा आप हमें बताओ पापा! इतना प्यार कहाँ से लाते हो। अपने अन्दर ढेर सारा प्यार छुपाकर, कैसे खुद को सख्त दिखलाते हो। हम सब को अच्छा इंसान बनाने के लिए,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 8 554 Share Taj Mohammad 25 May 2022 · 1 min read वह मेरे पापा हैं। इन्सान के लिबास में फरिश्ते ने मुझको पाला है। वह मेरे पापा है जिन्होंने मझधार में, बनकर पतवार मेरी कश्ती को निकाला है।। क्या लिख दूं मैं उनके ऊपर अल्फाज़... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · शेर 203 Share डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्' 24 May 2022 · 1 min read पिता का सपना अपने बच्चों में मैं अपना भविष्य सजाता हूंँ, अपने अधूरे सपने पूरे करने की आस संजोता हूंँ, एक चमकदार पत्थर को कोहिनूर की तरह तराशता हूंँ, उनका बढ़ना, पढ़ना, खेलना,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 14 18 496 Share Lohit Tamta 24 May 2022 · 2 min read "पिता और शौर्य" मेरा भी घर था, मेरा भी परिवार था, मेरी भी एक मोहब्बत थी जिससे मुझे बेइंतहा प्यार था, मेरी भी एक दास्ताँ थी, शुरू हुई जवानी थी, पहाड़ों की वादियों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 6 428 Share Dr Manju Saini 24 May 2022 · 2 min read शीर्षक:पापा का घर शीर्षक:पापा का घर जब तक पापा जिंदा रहते बेटी मायके में हक़ से आती जाती रहती और घर में भी ज़िद कर लेती है और मनवा भी लेती कोई कुछ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 291 Share Dr Manju Saini 24 May 2022 · 1 min read शीर्षक:बोलो पापा शीर्षक:बोलो पाया बोलो पापा ये जो व्योम फैला है असीमित आकार हैं इसका तो क्या आप सीमित हो चमचमाते सितारा हो गए हो इसके आकाशगंगा रूप में जो टिमटिमा रहे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 242 Share Dr Manju Saini 24 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा कहते थे हर रिश्ते की उम्र होती हैं शीर्षक:पापा कहते थे हर रिश्ते की उम्र होती हैं जिस घर मे जन्मी वही,क्यो वही पराई कहलाई। हर रिश्ते की उम्र होती हैं,अब ये बात समझ आई।। पापा आज आने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 146 Share Taj Mohammad 24 May 2022 · 1 min read दया के तुम हो सागर पापा। दया के तुम हो सागर पापा,,, करुणा के तुम अवतारी। समाज में तुम हो यथार्थ पापा,,, मिलती तुमसे हिम्मत सारी।। इस समाज की परिभाषा,, तुमने मुझे बताई पापा। जीवन की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 192 Share ★ IPS KAMAL THAKUR ★ 24 May 2022 · 1 min read FATHER IS REAL GOD लड़खड़ाई किश्ती किस्मत की तूने हर बार संभाला है। बंदे के लिबास में पापा हैं जिन्होंने मुझको पाला है। ★ KAMAL THAKUR ★ “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · शेर 3 3 527 Share Anamika Singh 24 May 2022 · 2 min read मेरे पापा मैं अपने पापा के गुणों को पूरा लिख सकूँ, वह कलम कहाँ से लाऊँ। कलम अगर मिल भी जाए तो, मेरे पापा के गुणों का पूरा अर्थ लिख सके, वह... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 10 459 Share नेहा शर्मा 'नेह' 23 May 2022 · 1 min read पिता “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह "पिता" जिंदगी की धूप में पीपल की घनी छांव है पिता, गम के अंधेरों में उम्मीद की रोशनी है पिता, डोलती है जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 10 5 331 Share नेहा शर्मा 'नेह' 23 May 2022 · 1 min read पिता “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह "पिता" पिता वो शिव है जो जीवन का मंथन कर परिवार के कष्टों का विष स्वयं धारण कर सुख वैभव रूपी अमृत अपनी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 5 336 Share Prabhudayal Raniwal 23 May 2022 · 1 min read पिता की पीड़ा ***************************** जीवन में आदमी- तभी खुश होता है। जब उसे- पिता का पद प्राप्त होता है।। और उस घड़ी तो, बहुत खुश होता है। जब उसको, "पुत्र-धन" प्राप्त होता है।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 1k Share Sushma Singh 23 May 2022 · 1 min read पिता ही फरिश्ता पिता ही फरिश्ता ---------------------- जब कभी भी विपदा आती, सारथी बन जाते पापा है। हम बच्चों के लिए अपनी इच्छाओं का दमन कर देते हैं । और हम सब में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 214 Share Prabhudayal Raniwal 23 May 2022 · 1 min read पिता का आशीष *********************************************** गुजरे दिन याद आते है आज भी मुझे। पिता की याद आती है आज भी मुझे।।१।। बचपना बिता है माता-पिता के संग में। खुब मौज-मस्ती की- दोस्तों के संग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 1k Share Rajesh Kumar Kaurav 23 May 2022 · 1 min read पिता पिता पिता की याद जीवन भर आती नमन तुम्हें । जब थे आप नहीं था सिर भार आप सम्हाले। आप की सीख समझ अब पाया जीवन सार। पिता दायित्व बरगद... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · हाइकु 2 2 187 Share Usha Sharma 23 May 2022 · 1 min read "मेरे पापा " संयम,समर्पण,पितृ स्नेह का मेरे पापा सम्पूर्ण आकाश थे, माँ जो स्नेह की थी अविरल सरिता, पापा मेरे सागर थे। अपने बच्चों के पिता संग वो अनुजों के पालक भी थे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 265 Share शिव प्रताप लोधी 22 May 2022 · 1 min read पापा ही हैं जो मुझपे भरोसा करते हैं मेरी चाहतों को पूरा करने में सर्वस्य न्यौछावर करते हैं, मंजिलें मेरी सरताज हो ऐसी दुआऐं करते हैं, पापा ही हैं जो मुझपे भरोसा करते हैं। रिश्तो की मर्यादा में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 15 7 304 Share शिव प्रताप लोधी 22 May 2022 · 1 min read पापा जानते हैं पापा कभी नहीं कहते कि मैं थक गया हूं पापा कभी नहीं कहते कि मैं दुखी हूं क्यों कि पापा जानते हैं मैं सबकी हिम्मत हूं.... पापा कहते हैं कि... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 313 Share Utsav Kumar Aarya 22 May 2022 · 1 min read प्यारे पापा भूधर एक पिता के आनुषंगिक है, जिस प्रतिवर्णिक भूधर उत्तर से, आने वाली ठंडी हवाओं से, करते हमारी रक्षा है। पिता भी इसी प्रतिवर्णिक, हमें संकट में फँसा अंबक, भूधर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 185 Share Dr Manju Saini 21 May 2022 · 1 min read शीर्षक: पापा की यादो की बुझी सी चिंगारी शीर्षक:पापा की यादो की बुझी सी चिंगारी न जाने कहाँ चले गए आप अदृश्य हो गए कहाँ खो गए पुराने खंडहर सी यादे रह गए घर की आँगन की तो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 3 183 Share Dr Manju Saini 21 May 2022 · 1 min read शीर्षक:पापा मैं समेटना चाहती हूँ खुद को शीर्षक:पापा मैं समेटना चाहती हूँ खुद को मैं समेटना चाहती हूँ खुद को फिर भी न जाने क्यो सिमट नही पा रही हूँ मैं देखती हूँ स्वयं को बिखरते हुए... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 133 Share Sushma Singh 20 May 2022 · 1 min read बचपन की यादें बचपन की यादें ----------------- पापा मेरे मुझको याद आज भी हैं, बचपन की झीनी यादें, ताजा आज भी हैं। मुझसे तुम हर बात में करते थे वादे, आप जब भी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 143 Share Sushma Singh 20 May 2022 · 1 min read पापा मेरे सबसे अच्छे पापा मेरे सबसे अच्छे ----------------------- पापा मेरे सबसे अच्छे , नित नए सपने बुनते हैं। हम बच्चों के खातिर सपनों की कीमत क्या क्या सहके अदा करते हैं। सब कुछ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 329 Share रेखा कापसे 19 May 2022 · 1 min read दोहा छंद- पिता सुखद निलय मधु मूल है, पिता धूप में छाँव। नायक शुभ परिवार का, दृढ़ ग्रहस्थ दे पाँव।।(१) नित्य दिवस निशि कर्म कर, पोषक पालनहार। उदर तृप्त परिवार का, प्रमुदित शुभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 14 9 922 Share Shashi kala vyas 19 May 2022 · 1 min read *"पिता"* *"पिता"* जीवन का अनमोल तोहफा दिया कड़ी मेहनत करते वो पिता है। गम के अंधेरे में उम्मीद का दामन थाम लिया करते वो पिता है। *वो आदर्श पिता है.....! !... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 9 949 Share Dr Manju Saini 19 May 2022 · 1 min read शीर्षक: मेरे सब कुछ पापा शीर्षक:मेरे सब कुछ पापा मैं अपूर्ण हूँ बिन पापा,आप संग पूर्ण थी आप स्वरूप थे पापा,मैं आपका रूप थी।। आप नदी समान पवित्र थे,मैं आपका जल थी आप स्वच्छ जल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 111 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 19 May 2022 · 1 min read पिता जीवन के सूत्रधार पिता हैं | इस जगत के आधार पिता हैं | पिता है तो सब कुछ अपना है, लगता मनोहर हर सपना है, इन्द्रधनुषी संसार पिता हैं |... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 76 124 1k Share Dr. ADITYA BHARTI 19 May 2022 · 1 min read पिता का सार, खड़ा है जिस पर संसार जिसके बीज ने दिया है इस धरा पर मेरे अस्तित्व को पूर्ण आकार ऐसे पिता के ऋण से भी मुक्त नहीं हो सकता स्वयं श्रवण कुमार मां के गर्भ ने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 27 15 536 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 May 2022 · 1 min read हे परम पिता परमेश्वर, जग को बनाने वाले हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले धर्मांध हुई दुनिया सारी, लड़ते रहते हैं जग वाले एक नूर ते जग उपजाया,माया कोई जान पाया क्यों तुमने अपने नामों से, दुनिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 3 1k Share Manu Vashistha 19 May 2022 · 3 min read दीवार पर टंगी पिता की तस्वीर ✍️ आज पिता को गुजरे पूरा एक महीना हो चुका है। चलो सब कार्य अच्छी तरह से निपट चुका है। अब मैं भी, पत्नी को साथ लेकर, कहीं तीर्थाटन के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लेख 2 4 147 Share Previous Page 4 Next