Comments (2)
23 May 2022 10:39 PM
बाकई में सुन्दर काव्य का सृजन किया और वो भी ऐसी शख्सियत के लिए जिसके एहसान किसी भी औलाद को नही भूलने चाहिए
बाकई में सुन्दर काव्य का सृजन किया और वो भी ऐसी शख्सियत के लिए जिसके एहसान किसी भी औलाद को नही भूलने चाहिए
बहुत खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढकर कृतार्थ करें।