Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2022 · 1 min read

पिता

पिता

पिता की याद
जीवन भर आती
नमन तुम्हें ।

जब थे आप
नहीं था सिर भार
आप सम्हाले।

आप की सीख
समझ अब पाया
जीवन सार।

पिता दायित्व
बरगद सी छाया
सुखी संतान ।

आप का प्यार
साहस का भवन
योग्य बनाया ।

पहचान दी
आपका आशीर्वाद
है स्वाभिमान ।

2 Likes · 2 Comments · 172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
मेरे होंठों पर
मेरे होंठों पर
Surinder blackpen
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
DrLakshman Jha Parimal
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
*सवर्ण (उच्च जाति)और शुद्र नीच (जाति)*
Rituraj shivem verma
परिवर्तन की राह पकड़ो ।
परिवर्तन की राह पकड़ो ।
Buddha Prakash
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
आतंकवाद
आतंकवाद
नेताम आर सी
In the rainy season, get yourself drenched
In the rainy season, get yourself drenched
Dhriti Mishra
सम्भल कर चलना जिंदगी के सफर में....
सम्भल कर चलना जिंदगी के सफर में....
shabina. Naaz
यह दुनिया है जनाब
यह दुनिया है जनाब
Naushaba Suriya
#OMG
#OMG
*Author प्रणय प्रभात*
" सत कर्म"
Yogendra Chaturwedi
हर बात को समझने में कुछ वक्त तो लगता ही है
हर बात को समझने में कुछ वक्त तो लगता ही है
पूर्वार्थ
एक अबोध बालक
एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"विचित्र संसार"
Dr. Kishan tandon kranti
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
Vishal babu (vishu)
विरह गीत
विरह गीत
नाथ सोनांचली
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet kumar Shukla
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
साहित्य गौरव
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
पते की बात - दीपक नीलपदम्
पते की बात - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"रात यूं नहीं बड़ी है"
ज़ैद बलियावी
चुनावी चोचला
चुनावी चोचला
Shekhar Chandra Mitra
*अध्याय 11*
*अध्याय 11*
Ravi Prakash
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
Phool gufran
....प्यार की सुवास....
....प्यार की सुवास....
Awadhesh Kumar Singh
सर्द और कोहरा भी सच कहता हैं
सर्द और कोहरा भी सच कहता हैं
Neeraj Agarwal
हिन्द की भाषा
हिन्द की भाषा
Sandeep Pande
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
Suryakant Dwivedi
Loading...